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घुटने का रामबाण इलाज (ghutane ka rambaan elaj in hindi)

घुटने का रामबाण इलाज (ghutane ka rambaan elaj in hindi): आज के समय में घुटने का दर्द एक आम दर्द के तरह फैला हुआ है जो कि लोगों को बहुत परेशान करता है और लोगों के जीवन में बहुत ही समस्या उत्पन्न करता है इस परेशानी से निजात पाने के लिए आज के युग में स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतनी तरक्की हुई है कि बहुत सारे डॉक्टर था बहुत सारी वैज्ञानिक तकनीकी की मदद से ऐसे ऐसे मशीनों का खोज वाक्य जिससे आपके शरीर में कोई भी रोग हो उसका पता तुरंत लग जाता है और उसका इलाज भी तुरंत शुरू हो जाता है

और आप के घाट में घुटने में अगर दर्द होता है तो इसका सबसे बड़ा कारण यही होता है कि आप या तो कहीं पर चोट खाए हैं या आपके घुटने में मोच आ गई है अन्यथा आपके घुटने में और भी कोई दिक्कत हो सकती जिसके वजह से आपके उठने में दर्द बना रहता है इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को आज घुटने में दर्द होने के संबंध में कुछ इलाज के बारे में बताना चाहता हूं चाहे वह आयुर्वेदिक इलाज होता है पतंजलि इलाज होम्योपैथिक इलाज एलोपैथिक इलाज घरेलू नुस्खे हो सभी के बारे में आप लोगों को जानकारी देंगे जो नीचे टेबल के माध्यम से दिए गए।

घुटने का रामबाण इलाज
घुटने का रामबाण इलाज
घुटने में दर्द की दवा हो के प्रकार/Knee pain medicineघुटनों में दर्द के दवाओं के नाम/Knee pain medicine names
घुटने के दर्द की होम्योपैथिक दवारस टाक्सिकोडेन्ड्रन
घुटने के दर्द की अंग्रेजी दवालिडम पैलेस्टर
घुटने के दर्द की पतंजलि दवापतंजलि पीड़ांतक क्रीम। वातारि चूर्ण।
घुटने के दर्द की आयुर्वेदिक दवाडॉक्टर ऑर्थो का तेल। जैतून का तेल इत्यादि
घुटने के दर्द के घरेलू नुस्खेप्याज हल्दी इत्यादि
घुटने के दर्द के पेंसिल इन क्रीम तथा बाम स्प्रेनूरामेंट क्रीम ओमनीजेल झंडू बाम ओमनी जल स्प्रे मूव।
घुटने का रामबाण इलाज/knee treatment

घुटने का रामबाण इलाज पतंजलि/panacea treatment patanjali for knee

अगर आप घुटने के दर्द से ज्यादा दिन से परेशान हैं तो आप कोई भी इलाज करते हैं आराम नहीं पड़ता है तो आप पतंजलि के क्षेत्र में भी ट्राई करके देख सकते हैं आपको बड़ा ही फायदा मिलेगा और आपकी बीमारी ठीक हो जाएगी क्योंकि इसमें बहुत सारी जड़ी बूटियों को मिलाकर एक बहुत ही अच्छा दवा तैयार किया जाता है जो कि स्वामी रामदेव जी द्वारा चलाए गए संस्था पतंजलि के द्वारा निर्मित किया जाता है जिसमें आपको पूरी तरह से अंग्रेजी दवाओं तथा ट्रीटमेंट से दूर कर दिया जाता है और इसमें आपको केवल आयुर्वेदिक तथा आयुर्वेद से संबंधित गांव का ही उपयोग करने के लिए बताया जाता है जैसे कि आपको चंद्रप्रभा वटी खाने के लिए बोला जाएगा गिलोय की गोली गिलोय का काढ़ा पीने के लिए बताया जाएगा इसके साथ-साथ आपको बहुत सारी ऐसी दवाएं हैं इन के माध्यम से आप लोगों को प्रभावित किया जाता है अब मैं आप लोगों को एक लिस्ट के माध्यम से इन सारी चीजों के बारे में जानकारी देना चाहूंगा जो आप लोगों के लिए अत्यंत लाभदायक होगा और लिस्ट के माध्यम से नीचे दिए गए हैं।

  • पीड़ांतक तेल पतंजलि का।
  • गिलोय का काढ़ा।
  • गिलोय की गोली सुबह शाम दोपहर तीनो टाइम यूज़ करें।
  • वातारि चूर्ण।
  • चंद्रप्रभा वटी।
  • योगराज गुग्गुल एक एक गोली सुबह शाम।
  • शिलाजीत। गोली एक गोली सुबह शाम।
  • शिलाजीत लिक्विड दूध में एक बूंद डालकर हल्दी के साथ पी ले तो आपको फायदा मिलेगा।
  • गिलोय घनवटी।
  • पारिजात हरसिंगार के पत्ते।
  • एलोवेरा का जूस नियमित रूप से सेवन करें।
  • नागरमोथा चूर्ण पतंजलि का।
  • पीड़ांतक क्वाथ।

अगर आपको ऐसी समस्या हो गई है कि जैसे कि आपके घुटने में दर्द होने लगता है तो इसका सबसे बड़ा कारण होता है कि आपके घुटने के कार्टिलेज सोचने लगते हैं अथवा आपके घुटने में ग्रीस की कमी हो जाती है जिसको वैज्ञानिक भाषा में वसा के नाम से जाना जाता है जो हमारे शरीर में हमारे मुंह मेंट करने वाले अंगों जैसे गांठ को होनी इतिहास को मूवमेंट कराने में मदद देती हैं उनकी कमी हो जाती है तो आप लोग इसके लिए बहुत सारे पतंजलि के गुरुदेव बाबा रामदेव जी द्वारा योगासन बताया जाते हैं उनका उपयोग कर सकते हैं इसके अलावा उनकी दवाइयां भी हैं और योगासनों में मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि सबसे महत्वपूर्ण होता है कपालभाती कपालभाती तथा अनमोल बीमोल इन आसनों को आप अगर नियमित रूप से 15:20 मिनट आधा घंटा करते हैं तो आपको बहुत सारा फायदा मिलेगा और आप नियमित रूप से इन दवाओं का भी सेवन करते हैं जो मैंने आप लोगों को बताया है।

घुटनों के दर्द में दही खाना चाहिए या नहीं/Should I eat curd in knee pain or not?

मैं तो कहता हूं कि घुटने के दर्द में हम लोगों को दही नहीं खाना चाहिए क्योंकि दही मैं से जितनी भी वसा की मात्रा भी होती है वह पहले ही निकाल लिया जाता है और अगर आपका वरना दर्द करता है तो यह निश्चित है कि आपके घुटने में ग्रीस की कमी हो जाती है जो कि कर्टिलाइज़र को जिस आने से रोकती है अगर आपके शरीर में वसा है तो आपका पार्टी लाइज्जत नहीं घी सेगा जिससे आपके शरीर को बहुत लाभ होगा और मैं आप लोगों के अभी बताना चाहूंगा कि अगर आपके शरीर में वसा की कमी है तो आप दूध के अलावा ड्राई फ्रूट्स घी मक्खन पनीर इत्यादि का सेवन करें तो आपको फायदा मिलेगा इसके अलावा और कुछ जानकारी जो नीचे दिया गया। रात दिन के खाने में चना, भिंडी, अरबी, आलू, खीरा, मूली, दही, राजमा आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.चावल, दही, ड्राई फ्रूट्स, पालक और दाल का सेवन भी बंद कर दें क्योंकि इनमें बड़ी मात्रा में प्रोटीन मिलता रात के समय दूध और दाल न लें. इसके अलावा अंडा, मीट, मछली खाना भी बंद कर दें. इन सभी चीजों से हमारे शरीर में यूरिक एसिड तेजी से बढ़ने लगता है.

घुटने का दर्द उपाय होम्योपैथी/knee pain homeopathy

घुटने के दर्द के बहुत सारे होम्योपैथिक दवा भी हैं जो कि इनका उपयोग करें तो बहुत फायदा मिलेगा और आपके घुटने में दर्द नहीं होगाहोम्योपैथिक के क्षेत्र की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि इसमें एक ही प्रकार की बहुत सारी दवाइयां जो सभी प्रकार के रोगों पर काम करती हैं इसमें या होता है कि हमारे शरीर में किस कमी के कारण हमारे शरीर में क्या रोग हो गया है उसके हिसाब से लोग होम्योपैथिक की दवा लेते हैं और डॉक्टर भी उसी प्रकार से दवा देते हैं इसीलिए होम्योपैथिक क्षेत्र में ज्यादा साइड इफेक्ट का दिक्कत नहीं होता है कि कोई दवा का साइड इफेक्ट पड़ेगा तो नहीं पड़ेगा इसीलिए दोनों के बारे में बताएंगे जो नीचे दिए गए हैं।

घुटने के दर्द को एक स्थिति के रूप में जाना जाता है, जब घुटनों के जोड़ (जो शारीरिक गतिविधियों के अधिकांश रूपों के लिए अधिकतम शरीर के वजन को सहन करने, चलने, बैठने और खड़े होने के लिए जिम्मेदार होते हैं) महत्वपूर्ण रूप से गंभीर दर्द को जन्म देते हैं. घुटने के जोड़ के आसपास भी गंभीर कठोरता हो सकती है, जो काम करना में बहुत मुश्किल पैदा कर सकती है.

घुटने का दर्द मोटापे, वृद्धावस्था, गठिया के विभिन्न रूपों, घुटने में गंभीर चोट या संबंधित लिगामेंट या हड्डियों, घुटने की टोपी विस्थापन, घुटने के जोड़ों और घुटनों के जोड़ों के संक्रमण के कारण हो सकता है.

घुटने के दर्द के लिए होम्योपैथिक उपचार:

होम्योपैथी दवा की सबसे लोकप्रिय समग्र प्रणाली में से एक है. उपचार का चयन समग्र दृष्टिकोण का उपयोग करके व्यक्तिगतकरण और लक्षण समानता के सिद्धांत पर आधारित है. यह एकमात्र तरीका है जिसके माध्यम से रोगी पीड़ित सभी संकेतों और लक्षणों को हटाकर पूर्ण स्वास्थ्य की स्थिति को वापस प्राप्त किया जा सकता है. होम्योपैथी का उद्देश्य न केवल घुटने के दर्द के लक्षण को दूर करना है बल्कि इसके अंतर्निहित कारणों को ठीक करना है. जहां तक चिकित्सीय दवा का सवाल है, घुटने के दर्द के लिए कई अच्छी तरह से साबित दवाएं उपलब्ध हैं, जिन्हें घुटने के दर्द के कारण, स्थान, सनसनीखेज, विधियों और विस्तार के आधार पर चुना जाता है. व्यक्तिगत उपचार चयन और उपचार के लिए, रोगी को एक योग्य होम्योपैथिक डॉक्टर से व्यक्तिगत रूप से परामर्श लेना चाहिए. घुटने के दर्द के लिए प्रभावी होम्योपैथिक उपचार निम्नानुसार हैं:

  • सिलिसिया – यह उपचार घुटने के दर्द को ठीक करने में उपयोगी है, जो हर समय कसकर बंधने की सनसनी को बरकरार रखती है.
  • लैचेसिस – अगर घुटने का दर्द रूमेटोइड गठिया के कारण होता है, तो लॅचिसिस एक प्रभावी उपचार हो सकता है. यदि प्रभावित क्षेत्र के आसपास दर्द असामान्य वृद्धि के साथ होता है तो लैचेसिस भी निर्धारित किया जा सकता है.
  • ब्रायनिया अल्बा – यह होम्योपैथिक उपचार घुटने के दर्द के दौरान घुटने के जोड़ों में गंभीर दर्द के लक्षणों के साथ घुटने के दर्द को ठीक करने में प्रभावी है. जब आप चलना या आगे बढ़ना बंद कर देते हैं, तो दर्द बंद हो जाता है और घुटनों के जोड़ों में भी असामान्य वृद्धि हो सकती है. यदि घुटने का दर्द ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण होता है, तो ब्रायनिया अल्बा भी एक उपयोगी उपाय साबित हो सकता है.
  • ऱस टाॅक्स – अगर घुटने का दर्द नम मौसम में गंभीर दर्द के लक्षणों के साथ आता है, तो प्रारंभिक गतिविधि के बाद तीव्र दर्द जो निरंतर गति में बेहतर हो जाता है, रूसटॉक्स का एक निर्धारित खुराक दर्द से मुक्ति में मदद कर सकता है.
  • कोल्चियम – दवा घुटने के दर्द के इलाज में उपयोगी होती है, जो गतिविधि के कारण खराब होती है और बाद में गर्म मौसम में या उचित आराम के बाद में सुधार होती है.

घुटने का ग्रीस बढाने के उपाय/ways to increase knee grease

घुटने का ग्रीस कैसे बढ़ाएं यह भी एक बहुत महत्वपूर्ण बात है क्योंकि जब हमारे शरीर में कोई कमी हो जाते हो तो उसको दूर करने के लिए उसका इलाज करना पड़ता है ठीक उसी प्रकार हम आप लोगों को आज हमारे शरीर में अगर कार्टिलेज वर्षा इतिहास की कमी हो जाए तो हम किस प्रकार से उसको पूर्ण करे उसके लिए मैं आप लोगों को जानकारी देना चाहता हूं मैं आपको बताना चाहता हूं कि अगर हमारे शरीर में देश की कमी हो गई है हमारे घुटने में जिसके वजह से हमारे उसने दर्द करने लगते हैं तथा अगर हम बैठक लगाते हैं तो दर्द करता है तथा की आवाज आता है तो हम यह जान ले कि हमारे शरीर में तथा मारे घुटने में दर्द हो गया है इसके लिए आप लोगों कोअपने खानपान में तथा अपने रहन-सहन में तथा अपने लाइफ स्टाइल में काफी बदलाव करना पड़ेगा तभी आपको ग्रीस की कमी से छुटकारा मिलेगा इसके लिए आपको क्या करना है क्या खाना है इन सारी चीजों के बारे में मैं आप लोगों को बेस्ट के माध्यम से नीचे बताना चाहता जो लिखे गए।

  • अपने खाने में वसा युक्त चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • जैसे ही तेल तथा फल इत्यादि।
  • अपने घुटने पर तथा गांठ पर मालिश करना चाहिए तेल की।
  • तेल की मालिश करने के बाद उसकी सिकाई करनी चाहिए पोटली बनाकर।
  • घुटने तथा गांठ पर क्रीम अथवा काम लगा कर सेकना चाहिए।

घुटनों के ग्रीस (ghutno ki greece) खत्म हो जाने के बाद जोड़ आपस में टकराने लगते हैं जिसकी वजह से सूजन और दर्द (ghutno mein dard hona) जैसी समस्या पैदा होती है और इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति रोजमर्रा के काम भी नहीं कर पाता है। अगर आपके घर में भी दादी, नानी या खुद आपके घुटनों के ग्रीस खत्म हो गए हैं तो आप इसे कुछ सावधानी और घरेलू इलाज से ही ठीक कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं घुटनों के ग्रीस खत्म हो जाने (ghutno ki greece badhane ke upay) पर इसे कैसे वापस बढ़ाया जा सकता है।

1. हरसिंगार के पत्ते

हरसिंगार के पत्ते जिसे पारिजात या नाइट जैस्मीन कहा जाता है यह पौधे घुटनों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं, इसके फूल, पत्ते और छाल तीनों ही चीजें औषधि का काम करती हैं।घुटनों की ग्रीस को वापस पाने के लिए हरसिंगार की तीन पत्तों को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को एक बड़े गिलास पानी में मिक्स करके उबालें पानी को तब तक उबलने दें जब तक वो आधा गिलास ना रह जाए, उसके बाद इसे छानकर ठंडा कर लें और रोजाना खाली पेट इसका सेवन करें। इससे आपको जल्द ही फायदा दिखने लगेगा

2.नारियल पानी

नारियल पानी तमाम तरह की बीमारियों का इलाज है। घुटनो की ग्रीस को वापस पाने के लिए रोजाना खाली पेट नारियल पानी का सेवन करना चाहिए, इससे घुटनों में लचीलापन आता है और दर्द व सूजन की समस्या भी नहीं रहती है। नारियल पानी में जरूरी विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, इसके अलावा इसे मैग्नीशियम तत्वों से भी भरपूर पाया गया है जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। अगर आपके घुटनों के ग्रीस खत्म हो गए हैं तो आज से ही नारियल पानी पीना शुरू कर दीजिए।

3.अखरोट का सेवन

घुटनो की ग्रीस को बढ़ाने के लिए अखरोट काफी फायदेमंद माना जाता है। डॉक्टर का भी मानना है कि हर रोज करीब 2 अखरोट खाने से घुटनो की ग्रीस वापस लौटने लगती है क्योंकि अखरोट में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेटज़ विटामिन बी6 और कैल्शियम पाया जाता है, इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट भी है जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद है।

4.पानी पिएं

अगर आप चाहते हैं कि आपकी नसें हमेशा चालू रहे और घुटने भी ठीक ढंग से काम करें तो रोजाना करीब 14 गिलास पानी पिएं और अगर आप यह पानी गर्म करके ठंडा करने के बाद पीते हैं तो इसका आपको डबल फायदा मिलेगा। आप जितना अधिक पानी पिएंगे आपके घुटने उतने ही ज्यादा मजबूत होंगे। लेकिन ध्यान रहे पानी हमेशा बैठकर ही पिएं। खड़े होकर पानी पीने से घुटने पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है।

5.व्यायाम करें

फिट रहने के लिए रोजाना व्यायाम (Ghutno ki exercise) करना बहुत जरूरी है यह ना केवल आप को स्वस्थ रखता है बल्कि यह घुटनों के दर्द को ठीक करने का भी एक बेहतर इलाज है। इसके साथ ही जो व्यक्ति रोजाना व्यायाम या एक्सरसाइज करता है उसकी नसें हमेशा चालू रहती हैं। इसीलिए घुटनों के जंग को खत्म करने के लिए और ग्रीस को बढ़ाने के लिए रोजाना व्यायाम जरूर करें।उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के  13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर,  दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 7823091868पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।

घुटने खराब होने के लक्षण/symptoms of knee pain

घुटने खराब होने के बहुत सारे लक्षण हो सकते हैं जैसे गंभीर चोट लगना घुटने के बल गिर जाना अथवा घुटने में ग्रीस की कमी हो जाना कांटे लाइव की कमी हो जाना कार्ट एलाइज का घिसना तथा इसके साथ साथ चोट लगना एक्सीडेंट होना और कुछ बीमारियां भी हैं जैसे गठिया रोग साठिका अर्थराइटिस ओस्टियोपोरोसिस टेन्टीनायटिस बर्साइटिस मांसपेशियों में बदलाव होने के कारण भी हो सकता है इस प्रकार से बहुत सारे लक्षण देखे जा सकते हैं जो नीचे दिए गए।

बर्साइटिस

घुटने में चोट लगाने, भाग-दौड़ करने के कारण भी जोड़ों के आस-पास सुजन होने लगती है। ये समस्या सबसे ज्यादा खिलाड़ियों और जिम जाने वाले लोगों को होती है। इसके अलावा जिन लोगों का वजन जरूरत से ज्यादा है उनको भी घुटनों, कंधा, कोहनी, कूल्हा और घुटनों में दर्द होने लगता है।

मांसपेशियों में बदलाव होने के कारण

कई बार मांसपेशियों में बदलाव होने के कारण भी उम्र से पहले ही जोड़ों में दर्द होने की समस्या बढ़ सकती है। 20 से 60 साल की आयु के बीच में मांसपेशियां तकरीबन 40 फीसदी तक सिकुड जाती है। उनमें शक्ति कम होने लगती हैं। जब हम चलते है या फिर शारीरिक क्रियाएं करते हैं तो कुल्हों और टांगों की मांसपेशियां शरीर का भार उठाते हैं। मगर उम्र के साथ मांसपेशियों में बदलाव होने लगता है। उनकी क्षमता कम होती जाती है। इसके कारण टांगों पर अधिक दबाव पड़ता है। यही वजह है कि हमारे घुटनों में दर्द होने लगता है

अर्थराइटिस।

अर्थराइटिस एक प्रकार की बहुत गंभीर बीमारी है जो कि हमारे हाथ पैर की गांठ में हो जाती है और यह हमारे शरीर को चलने फिरने में बहुत परेशान करती है क्योंकि अगर हमसे भी पल ही चढ़ते हैं थोड़ा उतरते हैं तो तथा उछलते कूदते हैं तो बहुत दिक्कत पड़ती है।

गठिया रोग

गठिया रोग एक प्रकार की बहुत भयंकर बीमारी है जिसमें हमारे हाथ पर उंगली तथा जितने भी कमरइतिहास जितने भी जाट हमारे शरीर में है सभी दर्द करने लगते हैं और इतना दर्द करते हैं कि चलना फिरना मुश्किल हो जाता है और इसके लिए हम में बहुत गंभीर रोग हो जाता है और उसके लिए ऑपरेशन कराना पड़ता है इसीलिए गठिया रोग भी बहुत खतरनाक बीमारी है जो हमारे हाथ पैर को लुंज कर देती है।

साठिका रोग

साथ ही कारों के बहुत ही गंभीर रोग है इसमें यह होता है कि हमारे हाथ पैर की जो कहानी तथा गांठ होती है वह मूर्ति नहीं है और इसके वजह से हमारे हाथ पैर लुंज हो जाते हैं और इधर उधर नहीं घूम पाते हैं।

घुटने का दर्द उपाय आयुर्वेदिक पतंजलि/Knee Pain Remedy Ayurvedic Patanjali

अगर आपके घुटने में दर्द हो गया है कहीं पर आपने चोट खा लिया है तो उसके लिए आपकोडॉक्टर के पास जाना पड़ता है और उसका इलाज करवाना पड़ता है अगर आप की हड्डी टूटी फूटी नहीं है अथवा आपके घुटने में कोई ज्यादा दर्द नहीं है तो इसके लिए आप आयुर्वेदिक तथा घरेलू नुस्खे को भी अपना सकते हैं जो कि पतंजलि क्षेत्र में भी अच्छा स्वभाव प्रस्तुत करता है उसके लिए आप लोगों को बहुत सारी दवाइयां हैं उनका इस्तेमाल आप कर सकते हैं

अगर आप घुटनों में दर्द और चिकनाई खत्म होने की समस्या से परेशान हैं तो आयुर्वेदिक उपचार से राहत पा सकते हैं। आयुर्वेद के प्रमुख ग्रंथ माधव-निदान के अनुसार घुटने के जोड़ों में स्थित विकृत-वायु उन्हें नष्ट कर देती है। उनमें दर्द एवं सूजन को पैदा करता है।

यहां तक कि अगर डॉक्टर ने आपके घुटनों को बदलने के लिए कह दिया है तो उससे पहले आयुर्वेदिक लेप लगाएं। शहद एक चम्मच, दालचीनी पाउडर एक चम्मच, खाने वाला चूना आधा चम्मच लें और पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दर्द वाले स्थान पर लगाकर रुई से बैंडेज कर दें और आठ-दस घंटों तक रहने दें। 

एमडी आयुर्वेद डॉ. अनुराग विजयवर्गीय के अनुसार  ठंडे भोजन का निरंतर सेवन, रात को जागने की आदत,  चिंता, वजन, कब्ज रहना, कैल्शियम की कमी, फास्ट फूड और रिफाइंड में तली चीजों का सेवन इसके कारण हैं।

उपचार : चंद्रप्रभा या त्रिफला का काढ़ा 
चंद्रप्रभा वटी-दो दो गोलियां दिन में तीन बार, महायोगराज गूगल- दो-दो गोलियां, अनुपान के अनुरूप त्रिफला का काढ़ा लें। बाह्य प्रयोग के लिए महानारायण तेल, महामाष तेल, प्रसारणी तेल।

घुटनों के दर्द के लिए तेल/oil for knee pain

घुटने के दर्द क्यों होते हैं तथा किस प्रकार से होते हैं इन सारी चीजों को जानना अत्यंत आवश्यक होता है और इस पोस्ट में मैं आप लोगों को यह बतानाचाहता हूं कि सभी क्षेत्रों में चाहे वह पतंजलि का क्षेत्र हो चाहे वह आयुर्वेद का क्षेत्र हो और चाहे वह हमें पैथिक का क्षेत्र हो चाहे वह एलोपैथिक का क्षेत्र सभी क्षेत्रों में घुटने के दर्द के तेल आते हैं और कुछ घरेलू तेल होते हैं जैसे जैतून का तेल करुआ तेल तथा नवरत्न का तेल जिस के उपयोग से हम लोग दर्द से राहत पा सकते हैं लेकिन सब दर्द अलग-अलग प्रकार के होते हैं और घुटने का दर्द तो सबसे अलग होता है उतने का दर्द बहुत ही गंभीर होता है और इससे निजात पाने के लिए आप लोगों को बहुत ही मेहनत ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं इसीलिए मैं आप लोगों को कुछ तेलों के नाम लिस्ट के माध्यम से बताना चाहता हूं जो नीचे दिए गए हैं और उनके दाम भी मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि कौन कितने कितने रुपए में मिलता है जो नीचे दिए गए।

घुटने के दर्द के तेल का नाम/knee pain oilघुटने के दर्द के तेल की प्राइस /knee pain oil price
peedantak patanjali oil पीड़ांतक तेल₹250 मूल्य
डॉ ऑर्थो तेल₹250 मूल्य
बोन आयल₹231 मूल्य
झंडू ऑर्थोवेदिक तेल₹231 मूल्य
मूवी एरोशेल 50 ग्राम₹143 मूल्य
हर्बल पीड़ांतक तेल₹331 मूल्य
uwe पेन थेरेपी आयल₹249 मूल्य
Ayur Jeet पेन रिलीफ आयल₹699 मूल्य
, blue nectar दर्द राहत आयुर्वेदिक तेल₹435 मूल्य
घुटनों के दर्द के लिए तेल/oil for knee pain

घुटने का रामबाण इलाज video

घुटने की मजबूती के लिए क्या खाएं?

घुटने की मजबूती के लिए दूध ड्राई फूड मक्खन पनीर भी हरी सब्जी घी फल इत्यादि का सेवन करना चाहिए अगर आपके घुटने को मजबूती बनाना है तो उसमें तेल का मालिश करना चाहिए।

घुटने के दर्द में क्या खाना चाहिए?

घुटने के दर्द में पपीता बदाम मछली और अंडा इत्यादि का सेवन करना चाहिए तथा विटामिन ए तथा सी से उपयुक्त चीजों का सेवन करना चाहिए।

घुटने के दर्द के रामबाण इलाज क्या है?

इसके लिए आप सबसे पहले थोड़ा सा गुड़ ले और इसे पीस कर चूरा बना लें। आप चाहें तो गुड़ का पाउडर भी उपयोग कर सकते हैं।
अब इस पाउडर में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालें।
इसके बाद एक चम्मच दही को इसके अंदर डाले और थोड़ा सा पानी डालें।
अब इन तीनों को अच्छी तरह मिलाकर एक पेस्ट तैयार करके रख लें।

घुटने के दर्द में अखरोट कैसे खाएं?

घुटने के दर्द में अखरोट को दूध के साथ भिगोकर खाएं और उसमें हल्दी इत्यादि मिलाएं।
भेजे हुए आक्रोश को सुबह-सुबह हाय एवं दूध के साथ जिसको खा सकते हैं।

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