पीरियड (Period)के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए/After how many days after the period should a relationship be made?
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए जैसा कि बहुत से लोगों को नहीं पता होता है कि पीरियड आने के कितने दिन बाद हमें संबंध बनाना चाहिएतो आइए दोस्तों आज हम आप सभी लोगों को इसके बारे में बताएंगे कि पीरियड आने के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए I
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए तो दोस्तों जो मेडिकल (Medical Abortion) होता है अर्थात आप दवाइयों से गर्भपात करते हैं I इसलिए दोस्तों जब तक पीरियड आए अर्थात ब्लेंडिंग आना खत्म हो जाए तो आप उसके दो या 3 हफ्ते बाद शारीरिक संबंध बना सकते हैं या बनाना चाहिए बनाएंगे तो यह आपके लिए सही रहेगा I अगर मैं (Surgical Abortion) की बात करें तो उसमें ज्यादा विलंब हती नहीं है ज्यादा से ज्यादा दो से तीन दिन या ज्यादा से ज्यादा 7 दिन तक इस केस में भी अगर आप 2 से 3 हफ्ते बाद शारीरिक संबंध बनाते हैं तो यह आपके लिए बेहतर होगा I दो-तीन हफ्ते पहले संबंध बनाना यानी कि जिस दिन आपकी ब्लेडिंग बंद हुई है उसके एक-दो दिन बाद अगर आप संबंध बनाते हैं तो इससे आपको infections इंफेक्शन भी हो सकता है तो हमें इस सिचुएशन में भी दोस्त से 3 हफ्ते बाद संबंध बनाना चाहिए I
दोस्तों क्या आप लोगों को पता है कि पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए अगर नहीं पता है तो आइए हम आप सभी लोगों को इसी के बारे में बताने वाले हैं कि पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए I जैसा की आप सभी लोगों को पता है कि पीरियड 30 दिन में आते हैं अर्थात पीरियड 1 महीने में आते हैं यह सभी लोगों को पता होगा Iइसके अलावा हमें यह भी सलाह दी जाती है कि हमें हफ्ते में दो से तीन बार ही शारीरिक संबंध बनाना चाहिए I दोस्तों अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो आप पीरियड आने के 8 से 10 दिन बाद संबंध बना सकते हैं I

क्योंकि वह समय ओवुलेशन का समय अगर आपको पापा बनना है या फैमिली मेम्बर बढ़ाना है तो ही आप पीरियड आने के 8से 10दिन बाद संबंध बना सकते हैं इस संबंध को बनाने से महिलाओ को गर्भवती होने में आसानी होती है इसलिए पीरियड आने के बाद आप शारीरिक संबंध बना सकते हैं I
इसलिए दोस्तों अगर आपको पापा बनना है या फैमिली मेंबर बनाना है तो आप पीरियड के 8से 10दिन बाद अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने चाहिए या आप अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बना सकते हैं I इससे आपके पार्टनर को प्रेग्नेंट होने का चांस रहता और आप जल्द से ही पापा बन सकते हैं I
पीरियड्स के बाद सेक्स करने के टिप्स – यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रहे हैं तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार सेक्स करने की सलाह दी जाती है I पीरियड के बीच में प्रेग्नेंट होनेेे के लक्षण कुछ दिनों बाद दिखाई देने लगेंगे I उदाहरण- पीरियड के 6 दिन पहले और 4 दिन बाद आदर्श माना जाता है कि महिलाएं जल्द से गर्भधारण हो सकती हैं I
हमें पीरियड आने के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए I तो दोस्तों अगर आप सभी लोग इसके बारे में नहीं पता है तो आप हमारी इस पोस्ट को जरूर पढ़ें जिससे आप सभी लोगों को यह पता हो जाएगी पीरियड आने के कितने दिन बाद हमें संबंध बनाना चाहिए जैसा कि हमने ऊपर टिप्पणी में बता दिया है कि अगर आपको गर्भधारण आपको फैमिली मेंबर बढ़ाना है तो आप पीरियड आने के 8से 10 दिन बाद शारीरिक संबंध बना सकते हैं I
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पीरियड्स क्या है/What is periods
हम लोग इस टॉपिक पर बात करने वाले है कि पीरियड्स क्या है इसके बारे में बताने वाले हैं तो आइए हम लोग इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं I दोस्तों पीरियड्स का जन्म यानी यौवना अवस्था शुरू होना I यवन अवस्था शुरू होते ही बच्चों के जननांग का विकास शुरू हो जाता है I उसके दौरान बच्चों के शरीर के कई हिस्सों में बाल आ जाते हैं तथा इस अवस्था में लड़कों के टेस्टिस में स्पर्म बन्ना शुरू हो जाता है और लड़कियों में पीरियड्स शुरू हो जाता है जिससे वे गर्भधारण के लिए तैयार हो जाती हैं I पीरियड्स आने के दौरान महिला की योनि से रक्त स्त्राव होने लगता है I अगर महिला के periods आते हैं तो उनके योनि में से खून निकलने लगता है इससे उन्हें पता चल जाता है कि हमारा पीरियड्स आ चुका है यही होता है periods I
पीरियड्स क्यों होते हैं/Why do periods happen
पीरियड्स क्यों होते हैं बहुत से लोगों को यह नहीं पता होगा इसलिए आज हम सभी लोगों को इसके बारे में बताएंगे तो आइए हम लोग इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं या जानते हैं I जब कोई लड़की प्रौढ़ होना शुरू होती है, तब उसका शरीर गर्भधारण के लिए तैयार हो जाता है I जब लड़की अपने यौवन में प्रवेश करती है तब उसके शरीर में कई तरह के हारमोंस में बदलाव होते हैं और तभी से पीरियड्स आना या पीरियड्स का सिलसिला शुरू होता है I
जब महिला यौवन मैं पहुंचती है तब हारमोंस प्रभाव के कारण अंडाशय (Ovary)अंडे बनाना शुरू कर देता हैं I हर महीने गर्भाशय में एक परत का निर्माण होता है जो म्यूकस और खून से बनी होती है I जब महिला के अंडाशय से निकला हुआ अंडा पुरुष के वीर्य से मिलता है तब भ्रूण बनने और उसे पोषण देने के लिए यह परत अहम रोल जाती है या महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है I
जब अंडा बड़ा नहीं होता है तब वह महिला के योनि द्वार से बाहर निकलता है जो म्यूकस और खून को साथ लेकर आता है I इससे महिला को ब्लेंडिंग होना शुरू हो जाता है इस बिल्डिंग को हम पीरियड कहते हैं और इसे हम मासिक धर्म या माहवारी के नाम से भी जानते हैं I
पीरियड्स कितने दिन के बाद होते हैं/After how many days are periods
पीरियड्स कितने दिन बाद होते हैं या आते हैं इस सवाल को लेकर बहुत महिलाएं और लड़कियों परेशान रहती हैं कि कितने दिन बाद पीरियड आने चाहिए तो चलिए दोस्तों आज हम इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं या जानते हैं I
महिलाओ को हर महीने में लगभग एक बार पीरियड आने की संभावना होती है I एक सामान्य मेंस्ट्रुएशन लगभग 28 दिनों का होता है I इसका मतलब है कि अवधि के पहिले दिन से लेकर अगली अवधि के पहले दिन तक लगभग 28 दिन होते हैं I 28 दिन एक औसत संख्या है, लेकिन इसका होना या पीरियड आना 21 से 35 दिनों के बीच होना सामान्य रहता है I
खून निकलने या बहने की मात्रा है दिन अलग अलग होगी I खासकर शुरुआती पीरियड्स में सबसे अधिक खून निकलता है और अंत में सबसे कम होता है I जब लड़कियों को पहली बार पीरियड्स होते हैं तो उनकी बहुत हैवी या बहुत ज्यादा पीरियड साइकल हो सकती है और अगले में बहुत हल्की भी हो सकती है I
पीरियड्स उनके उस उम्र में हो सकती है जब लड़कियां कॉलेज जा रही हैं या जाती हैं I पीरियड उसके पहले या दूसरे साल में हो सकते हैं या उन लड़कियों में से एक हो सकती है जिनके पीरियड बॉडी वेट या डाइट में बदलाव स्ट्रेस, ईटिंग, डिसऑर्डर, हार्मोन असंतुलन, एक्सरसाइज, बीमारी या दूर जाने से प्रभावित हो सकते हैं जबकि एक लड़की के लिए यह सामान्य है कि उससे 1 या 2 साल तक अनियमित पीरियड्स होते रहते हैं I
लड़कियां अपने सालाना चेकअप के लिए जाती है तो अपने पीरियड कलैंडर या ऐप को अपने डॉक्टर से साझा करना चाहिए I यह आपके पीरियड्स के दूसरे साल में पीरियड 6 बार से कम है या उसके 1 साल बाद 8 बार से कम है तो इसका कारण तनाव, ज्यादा एक्सरसाइज, वजन कम होना या आहार हो सकता है I यदि आपके पीरियड्स के बीच 35 से अधिक दिन का अंतर है तो आपको जांच करानी चाहिए क्योंकि पीरियड्स का समय होता है कि 21 से 35 दिन के बीच आ जाना चाहिए वैसे तो बहुत सी लड़कियों के 1 महीने के अंदर पीरियड्स आ जाते हैं और अगर 1 महीने से दो-चार दिन ज्यादा हो जाए तो आपको घबराने की कोई बात नहीं है अगर 1 महीने से 10-15 दिन ज्यादा हो जाते हैं आपको चेकअप कराना चाहिए I
1 महीने पीरियड ना आने के बाद गर्भावस्था के सामान्य लक्षण/Common symptoms of pregnancy after not having period
1 महीने पीरियड ना आने के बाद गर्भावस्था के कैसे लक्षण दिखाई देते हैं या क्या होने पर हमें पता चल जाएगी यह लड़की या महिला प्रेग्नेंट तो आइए हम लोग इसी के बारे में जानने की कोशिश करते है I
जी घबराना और पाचन समस्या/Nervousness and digestive problems
दोस्तों हम बता दें कि जी घबराना गर्भावस्था के सबसे सामान्य लक्षणों में से एक हैं I जी घबराना यानी मॉर्निंग सिकनेस अब से अलग अलग तरह से होते हैं I कुछ मामलों में यह गर्भधारण करने के 2-3 सप्ताह बाद जबकि कुछ स्थितियोंं में एक या 2 महीनेे के शुरू होती है I एक महिला इसे कभी भी अनुभव कर सकती हैैं- चाहे सुबह हो, चाहे दोपहर हो, चाहे शाम हो या फिर रात हो उसका अनुभव कर सकती है I
महिलाओं को पाचन संबंधी अन्य समस्याएं हैं जैसे एसिडिटी और कब्ज आमतौर पर शरीर में हार्मोन के परिवर्तन और पेट की बदलती संरचना के कारण होती है I मॉर्निंग सिकनेस को रोकने या कम करने के लिए डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर से कहें कि वे दवाएं लिखे जो दुष्प्रभाव से मुक्त होती हैं I इस अवधि के दौरान शराब या तंबाकू का सेवन न करने की सलाह दी जाती है I इसके अलावा लंबी अवधि के लिए भोजन किए बिना रहने से बचे इसका मतलब है कि आप ज्यादा देेर में भोजन ना करें जल्द ही भोजन कर लिया करें I यदि आपको सुबह उबकाई जैसा महसूस होता है तो आपके लिए तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाना बेहतर होगा क्योंकि यह पेट में एसिड बनने से रोक देता है I इसके अलावा मसालेदार और तले हुए भोजन या तेज सुगंध वाले भोजन से दूर रहें I एक बार में थोड़ा थोड़ा खाना खाएं I अदरक और विटामिन बी 6 के पूरक भी सुबह होने वाली अवस्थाता को कम करने मेंं मदद करते है I
संवेदनशील स्तन और निप्पलों में दर्द/Pain in sensitive breasts and nipples
शुरुआती गर्भावस्था में भी कभी-कभी स्तनों में काफी बदलाव दिखाई देते हैं जैसे आप सभी लोगों को इसके कुछ बदलाव बिन्दु के आधार पर बताते हैं I
- वैरिकोज नसों का विकास होना
- आपके स्तनों का फैलाव
- संवेदनशीलता और दर्द
- कुछ महिलाएं अपने निप्पलों को उभरा हुआ पाती हैं और उसके पास के भाग का रंग अधिक गहरा हो जाता है I
ऎशा एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन में बदलाव होने के कारण होता है I इन परिवर्तनों के परिणाम स्वरूप स्तन के क्षेत्र में रक्त की आपूर्ति बढ़ जाती है और उन्हें बहुत संवेदनशील बना देती है I
कभी-कभी स्तनों में खुजली भी होती है और गर्भावस्था के बाद के चरणों में उन पर खिंचाव के निशान भी विकसित हो सकते हैं I अगले कुछ महीनों के दौरान आप स्तन के अग्रभाग के चारों ओर उभरा हुआ भी देख सकते हैं I
जैसे-जैसे आपके स्तन का आकार बढ़ेगा, उस समय महिलाओं को बड़ा ब्लाउज पहनना उचित होगा I हमेशा तार वाली या फिर सूती ब्लाउज पहनना चाहिए जिससे आपको अच्छा सहारा मिल सके I
मन की स्थिति का बदलते रहना और चिड़चिड़ापन/Mood swings and irritability
गर्भावस्था में एक महिला के शरीर में हार्मोन के इतने अधिक परिवर्तन होते हैं जिसके कारण उसके मन की स्थिति में अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है I गर्भावस्था के प्रभाव में शामिल है: कुछ पॉइंट के आधार बताना चाहता हूं-
- जी मचलाना
- शारीरिक असुविधा
- सिर दर्द
- कुछ भी दर्द
- तनाव
- सोने में कठिनाई
इस स्थिति से बचने के लिए एक महिला को क्या करना चाहिए इसके बारे में हम आप सभी लोगों को बिंदु के आधार पर बताने वाले हैं-
- भरपूर नींद लेने और आराम करने की कोशिश करें
- पोषक खाना खाए या विटामिन वाली चीजों को खाएं
- तनाव से मुक्त रहें
- ताजी हवा में सांसे ले इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा
- हल्का-फुल्का व्यायाम करें
- सकारात्मकता बनाए रखें
बार-बार पेशाब आना/Frequent urination
अगर बार बार पेशाब आता है तो यह गर्भावस्था के लक्षण हैं तो आइए हम इसी के बारे में बात करने वाले हैI
हार्मोन परिवर्तन और रक्त संचार में वृद्धि के कारण, गुर्दों में रक्त प्रवाह की दर बढ़ जाती है और इस कारण मूत्राशय से बार-बार भर जाता है जिसके कारण आपको बार-बार पेशाब करने का मन करता I जैसे-जैसे गर्भावस्था आगे बढ़ेगी और पेल्विस क्षेत्र में रक्त प्रवाह बढ़ेगा उतना ही आपको बार-बार पेशाब करने का मन करेगा I
साथ ही शिशु या बच्चा मूत्राशय पर दबाव डालता है जो गर्भावस्था के बाद के चरणों में बार-बार पेशाब आने का एक और कारण है I इसके अतिरिक्त गर्भवती महिला के सरायुओ में खिंचाव होता है और गर्भाशय का विस्तार होता है जिसके कारण मूत्राशय के लिए कम जगह बचती है I
थकान/Tiredness
गर्भाशय का 1 लक्षण यह भी है कि आपको थकान महसूस होने लगेगा I महीने के बाद पीरियड ना होने के बाद गर्भावस्था के सबसे आम संकेतों में से एक थकान भी है I यदि आपको हर समय थकान लगने लगा है और थकान महसूस होने लगा है तो आपको आराम करना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए I आप की पहली तिमाही बहुत जोखिम भरी होती हैं इसलिए अधिक मेहनत ना करें या भारी वजन ना उठाएं जिससे आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़े I आराम करना चाहिए और अगर आपके पास कोई भी महिला या लड़की है तो आप उससे मदद मांगे अगर जीवन में महत्व इन चीजों को छोड़ दें जैसे कि शराब, तंबाकू यह नशीली दवाएं I
पहले 3 महीनों में गर्भनाल के विकास में बहुत अधिक ऊर्जा का उपयोग होता है जो थकान का कारण बनता है क्योंकि जब आपके शरीर में उर्जा नहीं होगी और अगर आप मेहनत करेंगे तो आपको थकान महसूस होगा इसलिए आपको काम नहीं करना चाहिए I इसके अलावा आपके शरीर में रक्त का स्तर कम हो जाता है I यह शरीर को सुस्त बनाने में योगदान देता हैं I हालांकि आपको थकने के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि पहली तिमाही में हर समय ऐसा ही अनुभव करना पूरी तरह से सामान्य है क्योंकि इसे एक ही महिला पर नहीं गुजरती है बल्कि जो भी महिला गर्भवती होती हैं उन सभी महिलाओं को ऐसा अनुभव करना पड़ता है I
पेट फूलना /Stomach enlargement
दोस्तों हम बता देंगे अगर महिला गर्भवती है तो उसका पेट फूल जाएगा जिससे आपको आसानी से पता हो जाएगा कि यह महिला गर्भवती है I हार्मोन के परिवर्तन और मतली गैस की समस्या का कारण बनती, जिसके कारण कई महिलाएं हर समय पेट फूला हुआ महसूस करती हैं I पाचन तंत्र की मांसपेशियां शुरुआत में ढीली पड़ने लगती हैं ताकि स्रोडि खिच जाए और प्रसव के लिए खुद को तैयार कर ले I डिंब के प्रत्यारोपण से गर्भाशय की दीवार में सूजन भी हो सकती है जिसके कारण आपका पेट भूल जाएगा या पेट फुल हुआ महसूस होने लगेगा I
जल्द गर्भवती होने के उपाय/Ways to get pregnant fast
आज हम आप लोगों को यह बताने वाले हैं कि जल्द गर्भवती होने के कौन-कौन से उपाय हैं या महिलाएं उसको करने से जल्द गर्भवती हो जाए तो आइए हम इसके बारे में जानते यह जानने की कोशिश करते हैं I
सेहतमंद आहार खाएं/Eat a healthy diet
दोस्तों हम बता दें कि जल्द गर्भवती होने के सबसे पहला उपाय यह है कि महिलाएं सेहतमंद भोजन करें जिससे जल्द से गर्भवती हो सके I भोजन और प्रजनन क्षमता दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं I अगर आप दोनों नियमित स्वस्थ और संतुलित आहार लें तो अपनी गर्भधारण करने की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं I गर्भधारण के प्रयास कर रहे पुरुषों और महिलाओं के लिए कौन से आहार बेहतर हैI जैसे– वे प्रोटीन वाली सब्जी खाएं जैसे-गोभी, टमाटर, शिमला, गाजर, नींबू आदि का प्रयोग करें जिससे आपका शरीर सेहतमंद रहे और गर्भवती होने का फायदा मिले I
किसी के साथ मिलकर एक्सरसाइज करें/Exercise with someone
एक्सरसाइज करने से भी शीघ्र गर्भवती होने का आशा रहता है इसलिए महिलाओं को किसी के साथ मतलब अपने घर के किसी औरत के साथ या अपने पति के साथ एक्सरसाइज करना चाहिए इससे शीघ्र गर्भवती होने का आशा रहता है I
स्वस्थ और तंदुरुस्त रहना प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है की एक्सरसाइज करें I याद आपको एक्सरसाइज करनेे की आदत नहीं है तो शुरुआत मेंं सबसे पहले दिन भर में अपनी गतिविधियां बढ़ाएं इसका मतलब हैै कि अगर आप को एक्सरसाइज करनेे की आदत नहीं है तो और धीरे-धीरे एक्सरसाइज करें और बाद में आपको एक्सरसाइज करना बहुत पसंद आएगा I उदाहरण के तौर पर आप बस से यात्रा करने पर अपने निर्धारित स्टॉप से एक स्टॉप पहले उतर जाएं या लिफ्ट की बजाएं आप सीढ़ियों का इस्तेमाल करें जिससे आपका एक्सरसाइज होता रहे I या आप इसी के साथ में डांस क्लास जा सकते है या फिर धीरे-धीरे दौड़ना शुरू कर सकते है I
हम बता दें कि दोस्तों अपनी क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज भी ना करें नहीं तो यह आपके शरीर में नुकसान देह होगा I जो महिलाएं ज्यादा मेहनत वाले व्यायाम करती हैं वे कई बार पाती है कि इससे उनके मासिक चक्र पर असर पड़ता है I यदि आपके पीरियड्स अनियमित रहते हैं या फिर आपको पीरियड नहीं होते, तो आप व्यायाम, एक्सरसाइज जरूर करें I
शराब का सेवन कम करेंं/Reduce alcohol consumption
शराब का सेवन करने से जो आप के गर्भ में बच्चा रहता है उसको नुकसान पहुंच सकता है I इसलिए जो महिलाएं शराब का सेवन करती हैं उन्हें गर्भावस्था में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए I और शराब का सेवन पुरुषों को भी नहीं करना चाहिए नहीं तो शराब के सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम हो सकती है I इसलिए बेहतर यही है कि जब महिलाएं गर्भधारण का निर्णय करें तो महिलाओं एवं उनके पति दोनों को ही शराब का सेवन नहीं करना चाहिए या फिर कम कर देना चाहिए जिससे दोनों को नुकसान ना पहुंचे I
धूम्रपान करना छोड़ें/Quit smoking
हम आप लोगों को बता दूं कि धूम्रपान करने से चाहे वह पुरुष या महिला दोनों को नुकसान करता है I धूम्रपान महिलाओं एवं पुरुषों के प्रजनन क्षमता को घटाने का काम करता हैI यदि आपका गर्भधारण हो जाए और आपका धूम्रपान करना जारी रहे तो या गर्भ में जो बच्चा रहता है उसके लिए बहुत खतरनाक होता है इसलिए अगर इससे सभी महिलाओं को बचना है तो सभी महिलाएं गर्भधारण के समय पर धूम्रपान ना करें I
मेनोपॉज किसे कहते हैं/What is menopause
आज हम इस टॉपिक पर बात करने वाले हैं कि मीनोपॉज किसे कहते हैं बहुत से लोगों को नहीं पता होगा कि मेनोपॉज क्या होता है या किसे कहते हैं तो आइए हम लोग इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं या जानते हैं I
महिला की ऐसी अवस्था जब उसके पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं तो उसे हम मीनोपॉज के नाम से जानते हैंI जब महिला की उम्र 45 से 55 के बीच पहुंच जाती है तो अंडाशय में अंडे बनना बंद हो जाते हैं और गर्भाशय में परत बनना भी बंद हो जाता है जिससेे माहवारी नहींं होती हैI
मेनोपॉज के कारण महिला को गर्मी का ज्यादा अनुभव होता है और महिलाओं के बाल झड़ने की समस्या को देखी जा सकती है, और योनि में रूखापन आने लगता है और इसके अलावा और शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं जिससे आपको पता हो जाता है कि यह मेनोपॉज ही है I
पीरियड्स के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है/How many days after periods does pregnancy stop
पीरियड्स के कितने दिन बाद महिलाएं गर्भवती होने की आशा रखती हैं आज हम इसी पर बात करने वाले हैं Iतो आइए हम जानते हैं कि पीरियड्स के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है या महिलाएं गर्भवती होती हैं I
माहवारी के दौरान जब ओवुलेशन का चरण शुरू होता है तो अंडा निकलता है इस दौरान गर्भवती होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है I इसलिए आपको परामर्श किया जाता है कि पीरियड के बाढ़ प्रेगनेंसी के लिए अपने मासिक धर्म चक्र को आपके लिए बहुत ही जरूरी होगा I
Pregnancy After Period के समाप्त होने के बाद जब पति पत्नी संबंध बनाते हैं तो उस दौरान अंडा निकलता है और इसी समय गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है I महिला के पीरियड खत्म होने के बाद उनके गर्भ ठहरने के दिनों कीी संख्या अलग-अलग होती है I या आना संभव नहींं है कि पीरियड्स केे खत्म होते हैं इस दिन गर्भ ठहर जाएगा कभी-कभी पीरियड के खत्म होने के कुछ दिन बाद गर्भ ठहरता है I इसी को हम पीरियड्स के बाद गर्भ ठहरना कहते है I
पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी नहीं होती/How many days after periods is pregnancy not possible
जैसा कि पहले हम चर्चा कर चुके हैं कि पीरियड्स के बाद प्रेगनेंसी कितने दिन बाद होती है और अब हम चर्चा करने वाले हैं कि पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी नहीं हो सकती है I मासिक धर्म आने के पूर्व गर्भधारण की संभावना बिल्कुल भी नहीं रहती है I
यदि इस दौरान पति पत्नी संबंध बनाने के बाद गर्भधारण का प्रयास करते हैं तो प्रेगनेंसी कंसीव नहीं होती है इसका मतलब है की महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं होती हैं I यदि आप गर्भधारण नहीं करना चाहते हैं तो आपको पीरियड के अंतिम दिनों में संबंध बना सकते हैं और ऐसे में महिलाएं गर्भवती भी नहीं होंगी I तो यही होता है कि पीरियड्स के कुछ देर बाद आप शारीरिक संबंध बना सकते हैं इससे महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं होंगी I
हर महिला में गर्भ धारण अलग-अलग क्यों होता है/Why conception is different for every woman
हम आप सभी लोगों को बताना चाहते हैं कि हर महिला में गर्भधारण क्यों होता है एक क्यों नहीं होता है तो आइए हम लोग इसके बारे में जानते हैं या जानने की कोशिश करते हैं I
आप लोगों को बता दें कि हर महिला में गर्भ धारण एक क्यों नहीं होता है इसका मतलब है कि हर महिला का मासिक चक्र और शरीर अलग होता है इसलिए गर्भधारण का समय भी इनमें अलग अलग होता है I ऐसे कई कारण हैं जो महिलाओं के गर्भधारण करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं I इनमें उम्र, स्वास्थ्य, प्रजनन अंगों एवं तंत्र का स्वस्थ होना और आप कितनी बार सेक्स करतेे हैं इन सभी चीजों पर आधारित होती है I कुछ महिलाएंं सेक्स करने के बाद जल्दी प्रेग्नेंट हो जाती हैं और कुछ महिलाओं को ज्यादा समय लगता है इसलिए महिलाएं अलग-अलग समय पर प्रेग्नेंट होती हैं या अलग-अलग गर्भ धारण करती हैं I
प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?
प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड के आने के 8 से 10 दिन बाद संबंध बनाना चाहिए जिससे महिलाएं आसानी से प्रेग्नेंट हो सकती हैं I
पीरियड आने के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए जिससे कोई नुकसान ना हो?
तो दोस्तों पीरियड आने के 2 से 3 हफ्ते बाद संबंध बनाना चाहिए जिससे हमें कोई नुकसान ना हो I
रात में आप कितनी बार शारीरिक संबंध बना सकते हैं?
दोस्तों आप सभी लोगों को बता दूं कि रात में शारीरिक संबंध बनाने की कोई निश्चित संख्या नहीं है या आपके स्वास्थ्य पर निर्भर है कि आप रात में कितनी बार शारीरिक संबंध बना सकते हैं I
1 महीने में कितनी बार लेनी चाहिए?
दोस्तों हमारे भारतीय संस्कृति के अनुसार 1 महीने में केवल एक ही बार लेना चाहिए I
पीरियड कितने दिन में आते हैं?
पीरियड 30 दिन अर्थात 1 महीने में आते हैं I
पुरुषों को सेक्स करने की क्षमता कितनी उम्र तक होती है I
अगर पुरुष हष्ट पुष्ट है तथा उसके पास कोई बीमारी नहीं है तो पुरुष 70 साल तक सेक्स करने की क्षमता रखता है I
महिलाएं कितनी उम्र में गर्भवती हो सकती हैं?
महिलाएं 12 साल से लेकर 51 साल तक गर्भवती हो सकती है I
पुरुष कितनी देर तक सेक्स कर सकता है?
जिस व्यक्ति को सेक्सुअल ड्राइव अधिक होती है और वह पूरी तरह स्वस्थ होता है तो संभोग की समय सीमा 30 मिनट तक की जा सकती है I
1 हफ्ते में कितनी बार संबंध बनाना चाहिए?
1 हफ्ते में कितनी बार संबंध बनाना चाहिए इसके बारे में बहुत से लोग तो कहते हैं कि 1 हफ्ते में एक या दो बारसंबंध बनाना चाहिए जबकि बहुत लोग कहते हैं कि 1 महीने में एक या दो बार संबंध बनाना चाहिए I
शरीर कमजोर हो तो ज्यादा सेक्स करने से क्या होता है?
दोस्तों अगर आपकी शरीर कमजोर है और आप ज्यादा सेक्स करते हैं तो या आपके लिए हानिकारक है क्योंकि अगर आपका शरीर कमजोर है तो आपक कई तरह की बीमारी भी हो सकती है इसलिए ज्यादा सेक्स नहीं करना चाहिए I