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सर्वाइकल का रामबाण उपचार (Cervical panacea treatment in hindi)

सर्वाइकल का रामबाण उपचार (Cervical panacea treatment in hindi) – सर्वाइकल दर्द क्या होता है उसके बारे में जानना अत्यंत आवश्यक होता है क्योंकि आप लोग जानते हैं कि हमारे शरीर में बहुत सारे अंग हैं जो सुचारू रूप से जब कार्य करते हैं तो हमारा शरीर स्वस्थ रहता है लेकिन अगर यह कार्य करना बंद कर देते हैं तो कोई दिक्कत होने लगती है याद कार्य को धीमा कर देते हैं तो हम समझते हैं कि हमारे इस अंग में दिक्कत आ गई है और उस दिक्कत कोई उसकी कोई न कोई बीमारी के नाम से जाना जाता है इसी प्रकार सर्वाइकल दर्द के बारे में बताते हुए मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं

सर्वाइकल का रामबाण उपचार
सर्वाइकल का रामबाण उपचार

कि जब हमारे गर्दन में कोई स्थान होने लगे मरोड़ होने लगे तथा मौत आ जाए हमारे गर्दन में और ऐसी बहुत सारी दिक्कतें हमारे गर्दन में होने लगे गर्दन घुमाने पर दर्द हो जाने पर दर्द हो तो हम लोगों को समझ जाना चाहिए कि या आम दर्द नहीं है और आम दर्द ज्यादा दिनों तक नहीं रहता है लेकिन सर्वाइकल रोग जब हमारे शरीर में हो जाता है तो उसके निजात के लिए हमें उसका इलाज करना पड़ता है इसीलिए मैं आप लोगों को एक टेबल के माध्यम से अंग्रेजी दवा घरेलू नुस्खे पतंजलि दवा होम्योपैथिक दवा एलोपैथिक दवा बहुत सारी आयुर्वेदिक दवाएं हैं जिनके बारे में मैं आपको नीचे टेबल के माध्यम से बताना चाहता हूं जो सर्वाइकल का रामबाण इलाज है।

सर्वाइकल का रामबाण उपचार

दवा के प्रकार/drug typeदवा के नाम/drug names
सर्वाइकल का अंग्रेजी दवाचेलडोनियम मेसेज दवा
सर्वाइकल का आयुर्वेदिक दवागर्दन पर बाम लगाएं जैसे झंडू बाम
सर्वाइकल का पतंजलि दवापीड़ांतक वटी पतंजलि दवा
सर्वाइकल का होम्योपैथिक दवाविटामिन डी तथा कैल्शियम युक्त चीज खाएं
सर्वाइकल का घरेलू दवा।हल्दी दूध तथा शहद का प्रयोग करें
सर्वाइकल का रामबाण उपचार

सर्वाइकल में क्या खाना चाहिए/what to eat in cervical

जब सर्वाइकल दर्द होने लगता है तो गर्दन में असहनीय दर्द होता है जिसको सह पाना मुश्किल होता है लेकिन अरे हमारे शरीर में ऐसा होने लगा तो हम कर भी क्या सकते हैं ऐसे ही नहीं होता है पहले अगर आपको कहीं गर्दन पर मोच आ गई होती है तब होता है या तो आप गर्दन पर चोट आ गई है तो होता है अथवा अन्य कारण भी हो सकते हैं जिसकी वजह से आपके गर्दन में सर्वाइकल दर्द होता है इस बात को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने आप लोगों को यह बताने का निश्चय किया है कि अगर आपके मन में सर्वाइकल दर्द होता है तो आपको उसके लिए क्या करना खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए आप लोगों को पता होना चाहिए इसीलिए मैंने आपके लिए नीचे लिस्ट माध्यम से दिया गया चाहिएंंँं।

सर्वाइकल दर्द मेंक्या खाना चाहिएंं/what to eat cervical pain

सर्वाइकल दर्द के बारे में मैंने आप लोगों को बताया है कि आप लोगों को इस दर्द में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए तथा इसके उपचार कैसे हो इन सभी चीजों के बारे में जानकारी देने के लिए हमने एक लिस्ट बनाई है और लोगों के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास करना चाहूंगा कि आप लोग क्या क्या खाएं जिससे कि आप सर्वाइकल दर्द से छुटकारा पा सकें जो नीचे दिया गया।

  • लहसुन : लहसुन में औषधीय गुण होते हैं, जो दर्द, सूजन और जलन को कम कर देते है। सर्वाइकल के लिए इसे सरसों के तेल में पकाएं और पके लहसुन को खा लें तथा बाकी तेल को दर्द के स्थान पर मालिस करें।
  • तिल : तिल भी शरीर के लिए बेहद लाभदायक है । सर्वाइकल के लिए तिल के तेल को गुनगुना करके रोज दो बार मालिश करें और तिल का सेवन गुड़ की चाशनी में मिलाकर लड्डू के रूप में करें।
  • सिकाई : सिकाई सुजन को कम करके, दर्द से राहत देता है।
  • हल्दी : यह दुनिया का शानदार नेचुलर पेन किलर है, क्योंकि यह खुल के बहाव को तेज कर देता है और दर्द को कम करता है। सर्वाइकल के लिए हल्दी को एक ग्लास दूध के साथ उबाले और इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। अब इसे दिन दो बार पिएं।
  • दूध शहद हल्दीतथा केसर को एक गिलास दूध में मिलाकर उसका सेवन रेगुलर किया जाए तो इस दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है

सर्वाइकल दर्द मेंक्या नहीं खाना चाहिए/what not to eat cervical pain

अगर आपको सर्वाइकल दर्द से जुड़ी समस्या है तो आप लोगइन चीजों को ना खाएं तथा इन चीजों से परहेज रखें तो आप का दर्द नहीं बढ़ेगा क्योंकि दवा से ज्यादा पर है जरूरी होता है इसीलिए अगर आपको सर्वाइकल दर्द से जुड़ी समस्या है तो आप लोग इस समस्या से जूझने के लिए चीजों का परहेज करें जो मैं लिस्ट के माध्यम से नीचे देना चाहता जैसे खट्टी चीजों को नहीं खाना है तंबाकू जैसे सिगरेट मीठे पदार्थों को ज्यादा सेवन नहीं करना है तथा वैसे बहुत सारे दिन के बारे में आप लोगों को बताना चाहता हूं नीचे लिस्ट में दिया गया।

  • खट्टे पदार्थों में जैसे शेर का अचार मुरब्बा इमली नींबू संतरा कथा बेर और भी जितनी खट्टे पदार्थ हमको नहीं खाना है।
  • सर्वाइकल दर्द से बचने के लिए शराब जैसे नशीले पदार्थों से दूर रहना होगा।
  • चाय कॉफी इतियादि सर्वाइकल दर्द में नुकसानदायक होते हैं।
  • तंबाकू सिगरेट गुटका इत्यादि सर्वाइकल दर्द में नुकसानदायक सिद्ध होते हैं।
  • मीठे पदार्थों जैसे मिठाई तथा अन्य सुक्रोज युक्त पदार्थों को खाने से नुकसान होता है।
  • तेल में तले हुए पदार्थों जैसे पकौड़ी समोसा इतिहास तो खाना भी सर्वाइकल दर्द के लिए नुकसानदायक होता है।
  • और यह भी जरूरी बताया गया है कि एक्सरसाइज करना इसमें सबसे ज्यादा लाभदायक होता है।
  • फास्ट फूड जैसे चाऊमीन बर्गर इतिहास को खाना भी नुकसानदायक होता है।

सर्वाइकल का आयुर्वेदिक उपचार/ayurvedic treatment for cervical

सर्वाइकल दर्दज्यादातर लोग यह कहते हैं कि गर्दन में होने वाले दर्द को सर्वाइकल दर्द खा जाता लेकिन मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि गर्दन के आसपास तथा रीढ़ की हड्डी में होने वाले दर्द को सर्वाइकल दर्द कहते हैं क्योंकि इसमें जब दर्द होता है तो दर्द आसानी हो जाता है और इसको सह पाना मुश्किल होता है अगर गर्दन आप इधर उधर ही लाए तो तुरंत दर्द शुरू हो जाता है इसके लिए मैंने आप लोगों को कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बताने का निर्णय लिया है जो कि एक लिस्ट के माध्यम से बताऊंगा।

  • स्नेहन
  • अभ्यंग
  • लेप
  • स्वावेदन
  • नास्य कर्म
  • मान्य बस्ती

अब आप लोगों को आयुर्वेदिक प्रयोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दूंगा जो नीचे लिखें ग्रे है।

नास्य कर्म/Nasya Karma

गर्दन में दर्द से राहत पाने के लिए नास्य कर्म आयुर्वेदिक थेरिपी की मदद भी ली जाती है। चूंकि माना जाता है कि हमारी नाक हमारे दिमाग का दरवाजा होती है। इसलिए इस कर्म में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बने फ्ल्यूइड को नाक के छेदों में डाला जाता है। यह आंख, कान, नाक, गले और सिर से जुड़ी परेशानियों के लिए इस्तेमाल की जाती है। इससे गर्दन में दर्द, अकड़न, सुन्नपन महसूस होना और गर्दन के दर्द के कारण सिर भारी महसूस होने जैसी दिक्कतों से राहत मिलती है। आमतौर पर इसमें पंचमूल, दशमूल, मुस्ता, बेल और बाला का इस्तेमाल किया जाता है।

स्नेहन/snehan

दर्द से राहत पाने के लिए स्‍नेहन आयुर्वेदिक थेरिपी की सहायता ली जाती है। स्‍नेहन से अमा को शरीर से बाहर निकाला जाता है। यह आयुर्वेदिक थेरिपी शरीर को मजबूती देती है और दर्द कम करती है। इसमें कई तरह की जड़ी बूटियों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है।

स्वावेदन/savaedna

इस आयुर्वेदिक थेरिपी से शरीर में अकड़न और भारीपन को दूर किया जाता है। इससे गर्दन में दर्द का इलाज होता है। अमा के जमने की वजह से होने वाले गर्दन के दर्द के इलाज में स्‍वेदन काफी उपयोगी और प्रभावशाली माना जाता है। इससे मांसपेशियों पर पड़ने वाला तनाव कम होता है।

मान्य बस्ती/manya basti

गर्दन में दर्द की इस आयुर्वेदिक थेरिपी में काले चने का पेस्ट बनाकर उससे एक सर्क्युलर फ्रेम बना लिया जाता है। इसके बाद इस फ्रेम को आटे की मदद से गर्दन में चिपका दिया जाता है। अब गर्दन के पीछे वाले हिस्से में गर्म औषधीय तेल डाले जाते हैं और फ्रेम को ऐसा जोड़ा जाता है कि तेल गर्दन से निकल न पाएं।

अभ्यंग/abhiyang

कई तरह की जड़ी-बूटियों के तेल की मालिश को अभ्यंग कहते हैं। इस आयुर्वेदिक थेरिपी से गर्दन के दर्द से छुटकारा मिलता है।

लेप/laptop

बहुत सारी ऐसी जड़ी बूटी है जिन कल लेपन करके हम सर्वाइकल जैसे दर्द से छुटकारा पा सकते हैंविभिन्न प्रकार की औषधीय जड़ी बूटियों का लेप आपकी गर्दन के हिस्से में लगाया जाता है। इससे गर्दन के तेज दर्द से राहत मिलती है। साथ ही गर्दन की सूजन भी कम होती है

इसके अलावा और भी आयुर्वेदिक इलाज हैं जो मैं आप लोगों के समक्ष नीचे एक लिस्ट के माध्यम से बताना चाहता हूं।

सर्वाइकल दर्द के लिए आयुर्वेदिक इलाज/ayurvedic treatment for cervical pain
महारास्नादि कषाय
गुडूची, अरंडी, पुनर्नवा, गोक्षुर, अश्‍वगंधा, अमलतास, अदरक आदि जड़ी-बूटियां मौजूद होती हैं। यह गर्दन में दर्द की आयुर्वेदिक दवा अर्थराइटिस या साइटिका में उपयोगी है।
प्रसारिणि तेल
जटामांसी, पिप्पली, रसना, तिल का तेल और चित्रक जैसी कई जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बना यह तेल दर्द निवारक होता है। ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस की वजह से होने वाले गर्दन में दर्द के इलाज के लिए यह इस्तेमाल किया जाता है।
दशमूल क्‍वाथ
यह आयुर्वेदिक काढ़ा होता है, जिसमें अग्निमांथ, कंटकारी, श्‍योनाक, पृश्निपर्णी, बिल्‍व (बेल), गोक्षुर जैसी 10 जड़ें मौजूद होती हैं। वात विकार को दूर करने में इस काढ़े का इस्तेमाल किया जाता है। वात के असंतुलन की वजह से होने वाले गर्दन में दर्द के आयुर्वेदिक उपचार में यह असरकारी है।
लाक्षा गुग्‍गुल
गर्दन दर्द की इस आयुर्वेदिक दवा में नागबाला, गुग्गुल, अर्जुन और अश्‍वगंधा मौजूद होते है। यह उम्र बढ़ने की वजह से होने वाले जोड़ों में दर्द के इलाज के लिए उपयोगी है।
अश्‍वगंधा
इसमें एंटी-इंफ्लमेटरी गुण होते हैं, जिससे गर्दन की सूजन कम होती है। सूजन, मांसपेशियों को क्षति और कमजोर इम्‍यूनिटी से होने वाले गर्दन में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए अश्‍वगंधा असरकारी है।
रसोनम
कई तरह के दर्द को कंट्रोल करने में रसोनम बहुत ही उपयोगी है। इसका इस्तेमाल तेल, पाउडर, अर्क या जूस के रूप में किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से शरीर से विषाक्‍त पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे गर्दन की ऐंठन, दर्द और सूजन कम होती है।
गोक्षुर
गोक्षुर कई तरह के औषधीय लाभों से भरपूर है। वात दोष की वजह से शरीर में होने वाले दर्द को कम किया जाता है। नसों में दर्द के इलाज के लिए गोक्षुरा को काढ़े या पाउडर के रूप में इस्‍तेमाल किया जा सकता है। गोक्षुर के उपयोग से शरीर में मौजूद अमा बाहर निकलती है।
योगराज गुग्‍गुलयोगराज गुग्‍गुल को हींग, जीरा, कलौंजी, सरसों के बीज, आमलकी (आंवला), शुद्ध भारतीय गुग्‍गुल, घी, त्रिफला (आमलकी, विभीतकी और हरीतकी का मिश्रण), कटुकी और चांदी, लोहा, सीसा, अभ्रक और टिन के मिश्रण (ऑक्सीजन और वायु में उच्च तामपान पर गर्म करके तैयार हुआ) से बनाया गया है।
स्लिप डिस्‍क: 
रीढ़ की हड्डी की कशेरुकाओं के बीच स्थित कार्टिलेजिनस डिस्‍क आघात अवशोषक (शॉक एब्‍सॉर्बर) के रूप में कार्य करती है। इसके अपनी जगह से खिसकने पर स्‍लिप डिस्‍क की समस्‍या होती है। किसी चोट, भारी वजन आदि उठाने की वजह से ऐसा हो सकता है। इससे आसपास की नसों में दर्द और चुभन हो सकती है।
मनोवैज्ञानिक कारक:
आयुर्वेद का कहना है कि व्यक्ति को स्पोंडिलोसिस से पीड़ित करने में भी मनोवैज्ञानिक कारक हो सकते है. कुछ तनाव जैसे अतिरिक्त तनाव, दिन-प्रतिदिन के काम में रुचि का नुकसान, विफलता का डर, निराशा की भावना, बहुत अधिक क्रोध, व्यक्तिगत हानि आदि के परिणामस्वरूप दुःख स्पोंडिलोसिस में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं.
सर्वाइकल दर्द के लिए आयुर्वेदिक इलाज/ayurvedic treatment for cervical pain

सर्वाइकल के लक्षण/symptoms of cervical

सर्वाइकल दर्द के लक्षण के बारे में मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर आपको सर्वाइकल दर्द है तो इसके लक्षण क्या-क्या आप लोगों को दिखाई देंगे तथा क्या आपको महसूस होगा मुझसे अगर आपके गर्दन में अथवा आपके रीड की हड्डी से संबंधित दर्द उठता है तो आप उसको समझ जाइए कि यह सर्वाइकल दर्द है और इसको आप ऐसे आसानी से नहीं ले सकते क्योंकि यह जानलेवा भी हो सकता था आपको बहुत ज्यादा परेशानी में डाल सकता है सर्वाइकल दर्द एक बहुत गंभीर दर्द होता है जिससे मारे गर्दन में बहुत ज्यादा दर्द होता है।

अगर किसी को सर्वाइकल दर्द है तो उसका लक्षण शुरुआत में ही दिखने लगता है इसमें बहुत ज्यादा तकलीफ होती है कमजोरी आ जाती है तथा चलने फिरने में दिक्कत होने लगता है इसके लक्षण नीचे लिस्ट माध्यम से दिए गए हैं।

  • हाथों पैरों में कमजोरी होना।
  • ऐठन होना।
  • आंत प्रक्रिया में बदलाव।
  • चलने फिरने में दिक्कत होना।
  • झुकने में दिक्कत होना।
  • गर्दन हिलाने में दिक्कत होना।
  • कंप्यूटर पर बैठकर काम करने में दिक्कत होना।
  • लेटने बैठने में दिक्कत होना।

अब हम इन लक्षणों के बारे में विस्तृत जानकारी आपको देना चाहूंगा जो नीचे दिया गया है।

हाथों पैरों में कमजोरी होना।

यदि आपके हाथों पैरों में कमजोरी महसूस होती है तो आप इस को हल्के में ना लें क्योंकि अभी सर्वाइकल का एक लक्षण होता है जिससे कि आपके हाथों पैरों में कमजोरी होने लगती तो था आपको चलने फिरने में दिक्कत होती है।

आंत प्रक्रिया में बदलाव।

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अगर आंतों की कार्यप्रणाली में किसी प्रकार का कोई बदलाव आया है और यह बदलाव लंबे समय से हो रहा है तो यह भी सर्वाइकल हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से परामर्श लें 

चलने फिरने में दिक्कत होना।

अगर आपको चलने फिरने में दिक्कत होता है आपके हाथ पैर दर्द करते हैं तो आप इसको उनके बिना नहीं क्योंकि या सर्वाइकल का एक लक्षण है।

ऐठन होना।

यदि आपके हाथ पैर तथा मांसपेशियों में ऐंठन होता है तो आप इसे हल्के में ना लें क्योंकि यह एक गंभीर रूप सर्वाइकल जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।

सर्वाइकल के लिए एक्सरसाइज/exercise for cervical

सर्वाइकल दर्द सेआराम पाने के लिए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि दवा से ज्यादा एक्सरसाइज तथा योगासन पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह हमारे शरीर के किसी मांसपेशियों के खिंचाव की वजह से ही हो जाता है इसीलिए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर आप तकलीफ हो से लड़ना चाहते हैं तो आप योगासन करें और बहुत ही नियमित रूप से एक्सरसाइज पर ध्यान दें और हमें आशा है कि आप ऐसा करेंगे तो आपको सर्वाइकल जैसी समस्या से समाधान मिल जाएगा तो मैं आप लोगों के कुछ एक्सरसाइज के नाम बताना चाहूंगा जिसके माध्यम से।

  • hanging exercise
  • Swimming exercise.
  • Running exercise.
  • Walking exercise.
  • Normal swimming exercise etc.

सर्वाइकल की अंग्रेजी दवा/english medicine for cervical

सर्वाइकल की बात करें तो इसके लिए अंग्रेजी दोनों में बहुत सारी दवाईयां तथा बहुत सारे मालिश करने वाले तेल तथा बहुत सारी मालिश करने वाली क्रीम आती हैं जिनके माध्यम से हम सर्वाइकल को दूर कर सकते हैं अब मैं आप लोगों को कुछ अंग्रेजी दवाओं के नाम जैसे डोलो बहुत ही नॉर्मल दो उसके साथ साथ मसाज करने के लिए बहुत सारी अंग्रेजी दवाइयां आती है जैसे कि ओमनी जल मुंह नूरामेंट बाम झंडू बाम इसके अलावा बहुत सारे ऐसी फ्री में आती हैं जो कि हमें सर्वाइकल दर्द से आराम दिलाती हैं इसके अलावा बहुत सारे तेल है जैसे ब्रेन तेल नारियल का तेल कड़वा तेल अकेला बहुत सारे और भी तेल है जो सर्वाइकल दर्द से आराम दिलाते हैं।

सर्वाइकल की दवा/Cervical medicine

सर्वाइकल से परेशान है तो इसके लिए आप लोगों के समझ में यह पोस्ट लिख रहा हूं जिससे कि आप लोगों को सर्वाइकल जैसी समस्या से निदान मिल जाएगा और हमें आशा है कि आप लोग इस पोस्ट को पड़ेंगे तो बहुत अच्छे से जानकारी प्राप्त करेंगे सर्वाइकल जैसी बीमारियों के लिए सभी क्षेत्रों में दवाइयां उपलब्ध हैं चाहे वह होम्योपैथिक का क्षेत्र हो चाहे एलोपैथिक का क्षेत्र हो चाहे वह कोई अन्य क्षेत्र हो जैसे आयुर्वेद का क्षेत्र हो आयुर्वेद के क्षेत्र में तो बहुत सारी दवाइयां हैं यह लेपन के संबंध में हो चाहे सिकाई के माध्यम से हो चाहे वह मालिश के माध्यम से आयुर्वेदिक दवाइयां बहुत सारी ऐसी आयुर्वेदिक दवाइयां है जिनके माध्यम से आप लोग इन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं उसके बाद में आप लोगों के समक्ष में एक और जानकारी बताना चाहता हूं जो पतंजलि से संबंधित है या भी एक प्रकार से सर्वाइकल के इलाज के लिए महत्वपूर्ण होता है तो इस प्रकार से आप सर्वाइकल के रोग का इलाज कर सकते हैं।

सर्वाइकल के लक्षण और उपचार/Symptoms and treatment of cervical

सर्वाइकल केलक्षण और उपचार के बारे में जानकारी देते हुए मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि सर्वाइकल के बहुत सारे घरेलू उपाय हैं तथा उसके लक्षणों के हिसाब से उनकी दवा उपलब्ध है इसके लिए मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि सर्वाइकल के लक्षण यही होते हैं कि इसमें आपकी मांसपेशियों में खिंचाव और तनाव आ जाता है जिसके वजह से आप बहुत परेशान हो जाते हैं इन सारी चीजों के बारे में जानकारी रखना चाहिए कि आप लोग सही से लेटेस्ट सही से बैठे तथा अगर आप कंप्यूटर पर देर तक काम करते हैं तो थोड़ी थोड़ी देर में उठकर अपने गर्दन को हिला लिया करें जिससे कि आपको समस्या ना हो और इसके अलावा इसके बहुत सारे और भी लक्षण हैं जैसे कि हाथों पैरों में कमजोरी हो जाना आयतन होना गर्दन में मांसपेशियों का खिंचाव होना तथा आंत की प्रक्रिया में में बदलाव होनाइत्यादि लक्षण हो सकते हैं इसके अलावा उपचार बहुत सारे हैं जैसे योगासन के माध्यम से भी आप लोग इसका लाभ उठा सकते हैं जैसे कि आप के गर्दन में दर्द है तो आप एक्सरसाइज करके तथा योगा आसन करके भी समस्या से समाधान पा सकते हैं इसके अलावा अन्य बहुत सारे जुगाड़ है जो मैं नीचे लिस्ट के माध्यम से बताना चाहूंगा।

सर्वाइकल के लक्षण

  • हाथों पैरों में कमजोरी होना।
  • ऐठन होना।
  • आंत प्रक्रिया में बदलाव।
  • चलने फिरने में दिक्कत होना।
  • झुकने में दिक्कत होना।
  • गर्दन हिलाने में दिक्कत होना।
  • कंप्यूटर पर बैठकर काम करने में दिक्कत होना।
  • लेटने बैठने में दिक्कत होना।

सर्वाइकल के उपचार

  • स्नेहन
  • अभ्यंग
  • लेप
  • स्वावेदन
  • नास्य कर्म
  • मान्य बस्ती
  • अश्वगंधा
  • गूगल गोचर
  • लहसुन
  • हल्दी दूध शहद
  • सरसों का तेल
  • देसी घी से मसाज कराने पर।

सर्वाइकल मेडिसिन इन पतञ्जलि/Cervical Medicine in Patanjali

सर्वाइकल की सभी क्षेत्रों में दवाइयां उपलब्ध है इसी क्षेत्र में मैं आप लोगों को एक और क्षेत्र की बात बताना चाहता हूं इसे आजकल लोग पतंजलि के नाम से जानते हैं तो पतंजलि एक प्रकार की संस्था है जो कि आयुर्वेदिक जैसे ही दवाओं का निर्माण करती है जिसके स्वामी रामदेव जी मालिक हैं और उन्हीं के द्वारा यह सारी दवाओं का निर्माण किया जाता है तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि पतंजलि दवा आज के जमाने में सबसे ज्यादा बिकने वाले तथा सबसे ज्यादाबिकने वाले तथा सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में से एक है क्योंकि इसका साइड इफेक्ट ज्यादा कुछ नहीं पड़ता है और इसको लोग परीक्षाओं से इस्तेमाल करते हैं इसीलिए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि सर्वाइकल के दर्द में भी पतंजलि दवाओं का इस्तेमाल बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है उनकी लिस्ट में आप लोगों के समक्ष नीचे प्रस्तुत करूंगा लेकिन मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि पतंजलि के योग आचार्य श्री स्वामी रामदेव जी महाराज ने दवा से ज्यादा योगासन पर विश्वास करते हुए यह बताया है कि आप लोग योगासन के माध्यम से भी सर्वाइकल जैसी बीमारियों को दूर कर सकते हैं इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को कुछ जानकारी देना चाहता हूं जो लिस्ट के माध्यम से दिए गए हैं जिसमें आप लोगों को पतंजलि दवा भी मिल जाएगी तथा योगासन के नाम भी आप जान जाएंगे।

  • कटी बस्ती पतंजलि दवा।
  • ग्रीवा बस्ती पतंजलि दवा सर्वाइकल के लिए।
  • बना तेल
  • गिलोय।
  • रागी का आटा।
  • रागी का इटली।
  • पीड़ांतक।
  • पीढ़ी नील तेल

बाबा रामदेव जी द्वारा सर्वाइकल के योगासन/Cervical Yogasanas by Baba Ramdev Ji

  1. प्राणायाम।
  2. सूक्ष्म व्यायाम।
  3. मकरासन।
  4. मर्कटासन।
  5. वक्रासन।
  6. गोमुखासन।
  7. कटिचक्रासन।
  8. तानासन।
  9. ताड़ासन।
  10. सूर्य नमस्कार।
  11. मंडूकासन

सर्वाइकल दर्द होने पर क्या परहेज करना चाहिए?

सर्वाइकल दर्द होने पर शराब गुटखा तंबाकू खट्टे मीठे फल तथा प्ले होने चीजों से दूर रहना चाहिए तो थाने का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे हम को सर्वाइकल में आराम मिलेगा।

सर्वाइकल होने पर कौन सा पॉइंट दबाना चाहिए?

सर्वाइकल होने पर आप लोगों को गर्दन के नीचे अपने हाथों से दबाए तो आपके गर्दन में होने वाले दर्द से आराम मिलेगा।

सर्वाइकल के समय कैसे लेटना चाहिए?

सर्वाइकल के समय आप लोगों को मुलायम गद्दे पर नहीं लिखना चाहिए बल्कि कड़े दरी पर तखत पर लेटना चाहिए और गर्दन के नीचे तकिया नहीं रखना चाहिए जिससे आप लोगों को फायदा मिलेगा।

सर्वाइकल दर्द होने पर क्या करना चाहिए?

सर्वाइकल दर्द होने पर योगासन एक्सरसाइज तथा मसाज करना चाहिए जिससे आप लोगों को सर्वाइकल दर्द में आराम मिलेगा।

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Written by Santosh Yadav

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