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डेंगू के लक्षण , डेंगू के खतरनाक लक्षण लिस्ट देखें (Dengue ke lakshan hindi)

डेंगू के लक्षण , डेंगू के खतरनाक लक्षण लिस्ट देखें (degu ke lakshan hindi) – डेंगू बीमारी के बारे में बताने वाले हैं कि इसके क्या लक्षण होते हैं तथा अगर किसी को डेंगू जैसी बीमारी है तो वह क्या करें जिससे उस बीमारी से छुटकारा पाएं अर्थात यह कि डेंगू से बचने के क्या उपाय हैं और डेंगू के क्या कारण होते हैं तथा बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण होते हैं इन सभी चीजों के बारे में हम अपने इस पोस्ट में आप लोगों को बताएंगे जिससे आप लोग पढ़कर जान सकते हैं कि डेंगू के क्या लक्षण होते हैं तथा क्या कारण होते हैं

क्योंकि इसके बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं होता है इसलिए जिन लोगों को डेंगू के बारे में नहीं पता है तो वे लोग हमारी इस पोस्ट को एक बार जरूर पढ़ें क्योंकि हमने इस पोस्ट में डेंगू से संबंधित बहुत सारे सवाल के जवाब बताए हैं जिसे आप लोग पढ़कर जान सकते हैं कि डेंगू के क्या लक्षण होते हैं तथा डेंगू के क्या कारण होते हैं तथा डेंगू से बचने के क्या उपाय हैं तथा बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण होते हैं ऐसा क्या कारण है क्योंकि डेंगू एक ऐसी बीमारी है बच्चे या कोई भी व्यक्त को हो सकता है मैं आप लोगों को बता दूं कि डेंगू बीमारी मच्छर के काटने से होता है जैसा कि आप लोग कहीं कहीं पर देखते होंगे कि बहुत बड़े बड़े मच्छर होते हैं इसलिए मैं आप लोगों को बता दूं कि उन्हीं मच्छरों के काटने से डेंगू की बीमारी होती है I

डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षण

जैसा कि आप लोग जानते होंगे कि मच्छर सभी जगह पर पाये जाता है I इसलिए डेंगू बीमारी बहुत अधिक होती है क्योंकि यह मच्छरों के काटने से ही होती है और मच्छर लगभग सभी जगह पर पाए जाते हैं I मैं आप लोगों को बता दूं कि बहुत कम ही ऐसे जगह होंगे जहां पर मच्छर नहीं पाए जाते होंगे I बाकी सभी जगहों पर मच्छर पाए जाते हैं I तो आइए हम आप लोगों को बताते हैं कि डेंगू के क्या लक्षण होते हैं तथा इसके क्या कारण होते हैं और इसके उपाय क्या होते हैं मैं आप लोगों को मच्छर से संबंधित कई सवालों के जवाब बताने वाले हैं I

डेंगू के लक्षण और उपाय (Dengue symptoms and remedies)

डेंगू के लक्षण और उपाय के बारे में बताने वाले हैं जैसा कि बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि डेंगू कौन सी बीमारी है तथा इसके लक्षण क्या हैं और उससे बचने के लिए कौन से उपाय हैं इसलिए हम आप लोगों को अपने पोस्ट में बताने वाले हैं कि डेंगू के लक्षण और उपाय कौन से हैं I अगर आप लोगों को जानना है कि डेंगू के लक्षण और उपाय क्या है तो आप लोग हमारे इस पोस्ट को जरूर पढ़ें क्योंकि हम अपने इस पोस्ट में बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं कि डेंगू के लक्षण और उपाय क्या है I

डेंगू एक वायरस के कारण होता है जो मच्छरों के द्वारा फैलता है I सन 1779 ईस्वी में डेंगू डेंगू बुखार का पहला पता लगाया था I डेंगू में बहुत तेज बुखार होता है I मैं आप लोगों को बता दूं कि डेंगू के चार लक्षण होते हैं तो आइए हम आप लोगों को डेंगू के लक्षण को हम पॉइंट के आधार पर बताते हैं जिससे आप लोगों को पता हो सके कि डेंगू के क्या क्या लक्षण होते हैं I

डेंगू के लक्षण = Symptoms of dengue

  1. डेंगू वायरस से संक्रमित होने के 3 से 14 दिनों के बाद ही किसी व्यक्ति में लक्षण दिखते हैं। ज्यादातर 4 या 7 दिनों के बाद लक्षण दिखना शुरू हो जाते है।
  1. भूख न लगना, सिर दर्द, ठंड लगना, बुखार आना। इन चीजों के साथ डेंगू की शुरुआत होती है।
  1. ब्लड प्रेशर (Blood pressure) का तेजी से गिरना और हृदयगति का कम होना।
  1. चेहरे पर गुलाबी दाने दिखना डेंगू का सूचक है।
  1. आंखों का लाल होना और दर्द होना I
  1. यह सभी लक्षण डेंगू के पहले चरण में होते हैं। यह चार दिन तक चल सकते है।
  1. डेंगू के दूसरे चरण में बढ़ा हुआ शरीर का तापमान कम हो जाता है और पसीना आने लगता है। इस समय शरीर का तापमान सामान्य होकर रोगी बेहतर महसूस करने लगता है, लेकिन यह एक दिन से ज्यादा नहीं रहता।
  1. डेंगू के तीसरे चरण में शरीर का तापमान पहले से और अधिक बढ़ने लगता है और पूरे शरीर पर लाल दाने दिखने लगते हैं।

2.खून में प्लेटलेटस की संख्या कम होना।

3.अचानक ठंड व कपकंपी के साथ तेज बुखार आ जाना। 

4.मिचली, उल्टी जैसा महसूस होना और शरीर पर लाल-गुलाबी चकत्ते आ जाना।

डेंगू के उपाय = Dengue Remedies

  1. त्वचा को खुला ना छोड़े = अपनी त्वचा की सतहों को ढकने और मच्छर के दंश की संभावना को कम करने के लिए लंबी पैंट और पूरी बाजू की शर्ट पहनने की कोशिश करें। डेंगू के मच्छर सुबह या शाम को अत्यधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए ऐसे समय में बाहर निकलने से बचने की कोशिश करें।
  1. ठहरे हुए पानी को कीटाणु रहित करें = एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक का उपयोग करें। मच्छरों के लिए एक प्रजनन आधार विकसित करने की संभावनाओं को कम करने के लिए ऐसे किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा करके रखें, जिसमें पानी इकट्ठा हो सकता है और सतहों को अच्छी तरह से साफ करें।

डेंगू से बचने के घरेलू उपचार (Home remedies to prevent dengue)

हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपचार क्या है जैसा कि इसके बारे में बहुत से लोगों को नहीं पता होता है कि डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपचार क्या है इसलिए आज हम आप लोगों को बताएंगे कि डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपचार क्या है I जैसा कि मैं आप लोगों को बता दूं कि डेंगू एक वायरस है जो मच्छरों के द्वारा फैलता है डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है क्योंकि इस बुखार से हड्डियों में ज्यादा दर्द होता है I

डेंगू के कई लक्षण हैं जैसे सिर में दर्द होना,बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द I

1.पपीते के पत्ते- डेंगू के इलाज में पपीते की पत्त‍ियां बेहतर इलाज के रूप में जानी जाती हैं। पपीते के पत्ते का रस निकालकर दिन में दो बार लगभग 2-3 चम्मच की मात्रा में लेने से डेंगू से बचाव किया जा सकता है। इसमें प्रोटीन से भरपूर पपेन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो पाचन शक्ति को ठीक करता है इसके अलावा लाल रक्त कणों में भी वृद्धि करता है।

2.तुलसी और शहद- तुलसी और शहद का प्रयोग करने से भी डेंगू से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी को पानी में उबालकर, इसमें शहद डालकर पिया जा सकता है। इसके अलावा आप काढ़ा या चाय में तुलसी का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण बीमारियों से बचाव में सहायक है।

3.बकरी का दूध- जी हां, डेंगू बुखार होने पर बकरी के दूध का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। इसके लिए बकरी का कच्चा दूध दिन में दो से तीन बार थोड़ी मात्रा में पीने लाभ होता है। इसके अलावा यह खून की कमी को दूर कर, प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है और शरीर व जोड़ों के दर्द में लाभकारी होता है।

4.अनार- डेंगू बुखार में शरीर में होने वाली रक्त की कमी और कमजोरी को दूर करने के लिए, अनार का सेवन फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटामिन ई, सी, ए और फोलिक एसिड और एंटी ऑक्सीडेंट बेहद लाभप्रद साबित होते हैं। यह लाल रक्त कणों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो खून की कमी को पूरा करने में सहायक है।

5.विटामिन सी- खाने में जितना हो सके विटामिन सी से युक्त पदार्थों का सेवन करें। विटामिन सी आपको स्वस्थ रखने के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से भी रोकता है। 

6.हल्दी का प्रयोग- किसी भी रूप में खान-पान में हल्की का सेवन करें। सामान्यत: सब्जी या दाल में हल्दी का प्रयोग तो होता ही है, इसके अलावा आप चाहें तो हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीबायोटिक तत्व आपके प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत कर बीमारियों से आपकी रक्षा करते हैं I

अब आप लोगों को पता हो गया होगा कि डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपाय क्या हैं क्योंकि हमने आप लोगों को डेंगू से बचने के घरेलू उपाय क्या होते हैं इसके बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है जिसे पढ़कर आप लोग जान सकते हैं कि डेंगू से बचने के लिए घरेलू उपाय क्या होते हैं I

डेंगू के कारण क्या है (What is the cause of dengue)

अब हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि डेंगू के कारण क्या है भूत की बहुत से लोगों को नहीं पता होगा कि डेंगू के क्या कारण होते हैं इसलिए हम आप लोगों को बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं कि डेंगू के क्या कारण होते हैं जिसे आप लोग पढ़कर जान सकते हैं डेंगू के क्या कारण होते हैं I

इसका मतलब कि किस कारण से डेंगू होता है I और आप लोगों को यह बताऊंगा कि आप को कौन से कारण से पता चल जाएगा कि डेंगू है क्योंकि किसी के डेंगू होता है तो उसका कारण भी होता है इसलिए आज हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि वह कौन सा कारण है जिससे डेंगू होता है अर्थात डेंगू के क्या कारण हैं I

डेंगू चार वायरसों के कारण होता है, जो इस प्रकार हैं –डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है।

एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से उबर जाता है, तो वह विशिष्ट वायरस से प्रतिरक्षित होता है, लेकिन अन्य तीन प्रकार के वायरस से नहीं। यदि आप दूसरी, तीसरी या चौथी बार संक्रमित होते हैं तो गंभीर डेंगू बुखार, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार के रूप में भी जाना जाता है, के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।

1.डेंगू बुखार दिन में काटने वाले 2 प्रकार के मच्छरों से फैलता है। ये मच्छर एडिज इजिप्टी तथा एडिज एल्बोपेक्टस के नाम से जाने जाते हैं। 

2.डेंगू सभी प्रकार के मच्छरों से नहीं फैलता। यह केवल कुछ जाति के मच्छर से ही फैलता है, जिसमें मुख्यतः ‘फ्लाविविरिडे’ परिवार तथा ‘फ्लाविविरस’ जीन का हिस्सा होते है।

3.डेंगू की बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है और वह वायरस जब व्यक्ति के खून के साथ फैलता है।

4.घर के आसपास पानी भरा रहता है तो वह स्थान मच्छरों के रहने के लिए योग्य स्थान होता है वहीं घर में रखा कूलर भी मच्छरों को पनपने में मदद करता है। मच्छरों से बचने का एकमात्र उपाय है मच्छरदानी में सोना और घर के आसपास फालतू पानी जमा न होने देना I

डेंगू, मलेरिया के लक्षण (Symptoms of Dengue, Malaria)

और अब हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि डेंगू मलेरिया के लक्षण क्या होते हैं क्योंकि सभी लोगों को नहीं पता होता है कि डेंगू मलेरिया के लक्षण क्या होते हैं अर्थात हम किस लक्षण से पता करें कि आपको डेंगू मलेरिया की बीमारी है I

इसलिए आप लोगों को बताने वाले हैं कि डेंगू और मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं जिससे आप लोग पढ़कर जान सकते हैं कि डेंगू और मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं I

डेंगू के लक्षण = Symptoms of dengue

डेंगू होने की शुरुआत में मरीजों को सिर में तेज दर्द हो सकता है, मसल पेन और जोड़ों में दर्द से भी लोग परेशान हो सकते हैं। इसके अलावा, तेज बुखार, शरीर में ठंड लगने जैसी कंपकंपाहट, ज्यादा पसीना आना, कमजोरी, थकान, भूख में कमी, मसूड़ों से खून आना और उल्टी भी डेंगू का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू के लक्षण समान्यतः 3 से 14 दिनों में दिखाई दे सकते हैं।

वहीं, कुछ लोगों में आंखों के पास दर्द, ग्रंथियों में सूजन, रैशेज जैसी दिक्कत भी लोगों को हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार कुछ मामलों में डेंगू जानलेवा भी हो सकता है। गंभीर मामलों में ब्लड वेसल्स डैमेज हो सकते हैं और प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में सांस लेने में कमी, बेचैनी, लगातार वोमिटिंग, यूरिन में ब्लीडिंग और अत्यधिक पेट दर्द हो सकता है।

मलेरिया के लक्षण = Symptoms of malaria

इस बीमारी के आम लक्षणों में बुखार और बदन दर्द शामिल है। हेल्थ एक्सपर्ट्स Health Expert के मुताबिक इस रोग से पीड़ित मरीजों को ज्यादा ठंड लग सकती है और शरीर का तापमान 101 से 105 डिग्री फॉरेनहाइट तक बना रहता है। इसके अलावा, सांस लेने में दिक्कत, सिर दर्द, लिवर का बढ़ना, पेट दर्द, चक्कर, दस्त, एनीमिया, उल्टी और कंपकंपाहट हो सकती है।

अब आप लोगों को पता हो गया होगा कि डेंगू के क्या लक्षण होते हैं तथा मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं क्योंकि हमने इन दोनों के लक्षण को अलग-अलग बताया है जिसे आप पढ़ कर जान सकते हैं कि डेंगू के क्या लक्षण होते हैं तथा मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं I

डेंगू के बचाव के उपाय (Preventive measures for dengue)

अब हम आप लोगों को डेंगू के बचाव के उपाय के बारे में बताएं अगर आपको डेंगू की बीमारी है तो आप उस बीमारी से कैसे बचें क्योंकि मैं आप लोगों को बता दूं कि इस बीमारी से बचने के बहुत सारे उपाय हैं लेकिन बहुत से लोगों को इन उपाय के बारे में पता नहीं होता है इसलिए आप लोग घबराए ना क्योंकि हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि डेंगू के बचाव के क्या उपाय हैं जिससे आप डेंगू जैसी बीमारी से बच सकते हैं I

डेंगू से बचने के उपाय = Ways to prevent dengue

स्वच्छता में ही भगवान बसते हैं:

अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। अपने आसपास की जगहों को साफ करके रखने से आप मच्छरों को सरलता से दूर रख सकते हैं।

पानी को किसी जगह इकठ्ठा न होने दें:

किसी जगह पर रुके हुए पानी में मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें । गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियाँ और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।

मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग :

मच्छरों से बचाव के लिए सबसे पहले तो जब भी आप घर से बाहर जाएँ मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें।

हमने आप लोगों को बताया है कि डेंगू से बचने का क्या उपाय है जिसे आप इस्तेमाल करके डेंगू से बच सकते हैं जैसा कि बहुत से लोग डेंगू से परेशान रहते हैं परंतु उन्हें उससे बचने के उपाय नहीं पता होते हैं इसलिए हमने आप लोगों को अपने इस पोस्ट में बताया है कि आप क्या करें जिससे आप डेंगू से बच सकते हैं डेंगू से बचने के उपाय को बताया है I

डेंगू में चावल खाना चाहिए (Should eat rice in dengue)

क्या डेंगू वाली बीमारी में चावल खाना चाहिए या नहीं जैसा कि मैं आप लोगों को बता दूं कि अगर किसी को डेंगू की बीमारी है तो उस बीमारी में उस व्यक्ति को चावल खाना चाहिए कि नही I जैसा कि बहुत से लोगों को डेंगू की बीमारी रहती है और वे लोग चावल खाते हैं तो क्या डेंगू वाली बीमारी में चावल खाना चाहिए कि नही इसके बारे मे मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि अगर आपको डेंगू की बीमारी है तो आपको चावल खाने से लाभ है कि हानि है इसके बारे में मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि आप लोग डेंगू वाली बीमारी में चावल खाएं या ना खाएं I

जैसा कि बहुत से लोगों को नहीं पता होता है कि डेंगू वाली बीमारी में चावल खाना चाहिए कि नही इसलिए मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि डेंगू वाली बीमारी में आप लोगों को चावल खाना चाहिए या नहीं I

बच्चों में डेंगू के लक्षण/Symptoms of dengue in children

और अब मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि बच्चो में डेंगू के लक्षण जैसा कि बहुत से लोगों को नहीं पता होता है कि बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण होते हैं इसलिए आज हम आप लोगों को अपने इस पोस्ट में बताने वाले हैं कि बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण होते हैं I

अर्थात यह कि अगर किसी बच्चे को डेंगू है तो हमे कैसे पता चले कि इस बच्चे को डेंगू है I और अगर किसी बच्चे को डेंगू है तो उसके लक्षण कैसे दिखाई देंगे जिसे देखकर आप लोग जान सके कि इस बच्चे के डेंगू हैं इसलिए आज हम आप लोगों को बताएंगे कि बच्चों में डेंगू के लक्षण क्या होते हैं जिसे आप देखकर जान सके कि इस बच्चे के डेंगू है I

मैं आप लोगों को बता दूं कि बच्चों में डेंगू के लक्षण आसानी से दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि वे सामान्य बुखार के जैसे ही होते हैं I एडीज मच्छर द्वारा काटे जाने के 4 दिनों से लेकर 2 सप्ताह के बीच कभी भी लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

1.40°C / 104°F टेंपरेचर वाला तेज बुखार

2. फ्लू जैसे लक्षण, जो 2 से 7 दिनों तक रह सकते हैं I

3. गंभीर लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, खून की उल्टी लगना, तेज-तेज सांस आना और शरीर टूटना/बेचैनी प्रमुख हैं I

4. तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना/उल्टी लगना, ग्रंथियों में सूजन, जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाते हैं I

निम्नलिखित लक्षण से आप जान सकते हैं कि बच्चे के डेंगू है जैसा कि हमने आप लोगों को पॉइंट के आधार पर उन लक्षणों को बताएं जिसे आप किसी भी बच्चे के यह लक्षण देखकर जान सकते हैं कि उस बच्चे के डेंगू है I

डेंगू से बचने के लिए पांच आयुर्वेदिक उपाय ?

1. नारियल का पानी, 2. मेथी का पानी, 3. पपीते के पत्ते, 4. नीम का रस, 5. संतरे का जूस I

डेंगू में कौन सा रस पीना चाहिए ?

डेंगू में अनार का रस पीना चाहिए I

डेंगू का असर कितने दिन तक रहता है ?

आप लोगों को बता दूं कि डेंगू का असर 5 से 7 दिन तक रहता है I

डेंगू में कौन सी दवा दी जाती है ?

मैं आप लोगों को बता दूं कि डेंगू की अभी तक कोई दवा नहीं है केवल बुखार कम करने के लिए पेरासिटामोल दवा दी जाती है I

डेंगू को और क्या कहा जाता है ?

डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है I

डेंगू कितने प्रकार का होता है ?

डेंगू चार प्रकार का होता है I

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