मेरा भारत महान निबंध (mera bharat mahan essay in hindi) – मेरा भारत महान शीर्षक पर निबंध लिखने वाले हैं निबंध का मतलब होता है कि किसी एक विषय पर पूरी विस्तृत जानकारी देना निबंध कहलाता है इसी के चलते मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि मेरा भारत महान शीर्षक मैं मैं आप लोगों को आज भारत की राजनीतिक इतिहासिक शैक्षिक आर्थिक सामाजिक तथा उसके लोकतांत्रिक भारत की महिलाओं भारत के युवाओं भारत के महानता में खेलों का योगदान इन सारे पहलुओं पर चर्चा करूंगा भारत में लोकतंत्र का महत्व भारत में पत्रकारों का महत्व इन सारी चीजों पर मैं आप लोगों से विशेष चर्चा करूंगा
तथा उनके महत्व को आप लोगों को समझा लूंगा तभी तो आप समझ पाएंगे कि मेरे भारत महान शीर्षक का महत्व क्या है एक चीज में आप लोगों को बताना चाहता हूं कि मेरे भारत महान शीर्षक का मतलब हुआ कि हमारे देश के गौरव वाली बाधाओं का गान करना तो मैं आप लोगों को उसके साथ साथ समाज में छिपी अच्छाइयां बुराइयां एवं सभी प्रकार के जानकारी को आप लोगों को देना चाहता हूं जो कि आप लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा और हमें आशा है कि आप लोगों को बहुत ही अच्छा लगेगा क्योंकि मैंने पहले से ही सोच लिया है कि इस मेरा भारत महान शीर्षक में क्या क्या हम को रखना है

तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि मेरा भारत महान शीर्षक में में भारत की भाषाओं का महत्व भारत के खिलाड़ियों का महत्व भारत में खेल का महत्व भारत में पर्यावरण का महत्व तथा भारत के पर्यावरण से संबंधित जानकारी में आप लोगों को सभी प्रकार की जानकारी देना चाहता हूं
और उन सारी चीजों को ध्यान में रखकर ही मैं आप लोगों को जानकारी देने जा रहा हूं किसी भी निबंध को लिखने के लिए उसका कुछ नियम होता है जैसे कि सबसे पहले उसका प्रस्तावना लिखा जाता है तत्पश्चात उसके बारे में जानकारी दिया जाता है कि क्या चीज है स्वदेश और देश दोनों एक ही शब्द है लेकिन इसके अलग-अलग अर्थ निकलते हैं क्योंकि जब हम किसी बात को कहते हैं तो उसमें देश के प्रति प्रेम भावना सब व्यवहार की प्रक्रिया होती है इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को आज निबंधों के बारे में चर्चा करता हूं आप लोगों को उसकी उपयोगिता एवं महानता के बारे में बताता हूं।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 9 (mera bharat mahan essay in hindi)
मेरा भारत महान शीर्षक पर मैं आप लोगों को आज कक्षा 9 के समय के हिसाब से उनके सिलेबस के हिसाब से निबंध लिखने की प्रेरणा करता हूं एवं उनको निबंध लिखने के लिए प्रेरित करता हूं एवं उनको स्टाइल बताता हूं तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि कोई भी निबंध लिखने से पहले आप लोग उसकी बारे में सोच लिया उसके बारे में जानकारी करने तथा पढ़ने की आप लोगों को उसमें क्या लिखना है और किस प्रकार से लिखना है
इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए आप उसके लिए 5 हेडिंग सुन ले जैसे की सबसे पहली हेडिंग होगी उसकी प्रस्तावना उसके बाद में उसी से रिलेटेड हेडिंग होगी जिससे कि हम आप लोगों को आज यह बता रहे हैं कि मेरे भारत महान शीर्षक पर तो सबसे पहली हेडिंग हो जाएगी मेरे भारत महान शीर्षक की प्रस्तावना फिर दूसरा हेडिंग हो जाएगा मेरे भारत महान उन्होंने में क्रांतिकारियों का योगदान तथा गौरवशाली इतिहास तथा उसके बाद में खेलों का महत्व फिर शैक्षिक महत्व इसी तरह से आप लोग उसको तैयार करेंगे जो नीचे दिया गया है।
प्रस्तावना
मेरा भारत महान शीर्षक देखने के बाद लोगों को मन में भारत के प्रति प्रेम जागृत हो उठता है और वह उसकी प्राचीनता उसके महत्वाकांक्षा एवं उसके गौरवशाली इतिहास के बारे में जानने की कोशिश करते हैं और इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए हैं आप लोगों को आज या बताना चाहता हूं कि मेरा भारत महान शिक्षक एक बहुत ही बेहतरीन शीर्षक है इसमें कविताओं का ऐसा संगम है इसमें साहित्यकारों का ऐसा संगम है जो आज तक कहीं पर भी नहीं है हमारे देश की महानता को चार चांद लगे हैं क्योंकि हमारा देश एक ऐसा देश है जहां पर इतने सारे धर्म समाज एवं जाति के लोग रहते हैं फिर भी उसमें प्रेम सद्भावना एवं उनमें परस्पर इकट्ठा रहने तथा भारत की महानता का गुणगान करने की प्रेरणा मिलती रहती है
और हमारे देश के लोगों में ऐसी प्रेरणा का भाव जागृत करने वाले महान क्रांतिकारी एवं महान शैक्षिक संस्थान एवं महा शिक्षा शास्त्री एवं महान लोगों ने जिस प्रकार से हमारे भारत को एक करने का तथा एक रखने के लिए ऐसे लोगों को गठित किया जो कि वर्ग तथा धर्म जाति मजहब समाज से हटकर उनके जीवन में सोचा जिसकी वजह से हमारा देश कितना महान है और हमारे देश के बारे में कहा जाता है कि इतना धर्म दुनिया के किसी भी देश में नहीं है जितना हमारे देश में है और लोग इकट्ठा होकर रहते हैं जय हमारा देश पूरे दुनिया में एक उदाहरण के रूप में है जहां पर लोग इतने प्रेम एवं व्यवहार से रहते हैं।
मेरा भारत महान
अब हम आप लोगों कोमेरा भारत महान शीर्षक का दूसरा लाइन आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत करता हूं इसमें मैं आप लोगों को भारत की महानता के बारे में बताना चाहता हूं कि इसकी क्या क्या महानता है तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत की सबसे बड़ी महानता है अनेकता में एकता भारत की यह सबसे प्रमुख विशेषता है और भारत की महानता को चार चांद लगाने वाले हमारे देश के बहुत सारे लोग हुए हैं जैसे स्वामी विवेकानंद महात्मा गांधी सरदार वल्लभभाई पटेल पंडित जवाहरलाल नेहरू डॉक्टर भीमराव अंबेडकर तथा ऐसे बहुत सारे हमारे देश के महापुरुष हुए हैं जिन्होंने हमारे देश की महानता को एक देश एक प्रदेश तथा एक दीप में ना फैलाकर पूरे विश्व में हमारे देश की महानता को फैलाया है और अपनी पहचान से अपने देश की पहचान की है भारत के कोने कोने पर इन लोगों को आज भी याद किया जाता है और भारत के प्राचीनता अखंडता उसके एकता की एवं समाज में आपसे प्रेम व्यवहार की चर्चा की जाती है।
क्रांतिकारियों का योगदान
जैसा कि आप लोग जानते हैं कि हमारा भारत देश बहुत पहले से ही गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ था सबसे पहले यहां पर पुर्तगाली लोग आए उसके बाद सांसी हुड तथा बहुत सारी ऐसे विदेशी लोग आए मुस्लिम भी हमारे देश में विदेश से ही आए थे और यही पर रह गए वह तो रह गए तो वह हमारे देश के नागरिक हो गए और हमारे देश के महत्व को समझने लगे लेकिन हमारे देश में जब अंग्रेज आए तो वह आपस में फूट डालते और राज करते थे उनका अत्याचार बढ़ता गया और हमारे देश में गरीबी भुखमरी लगातार बढ़ती गई इन सारी समस्याओं को देखते हुए हमारे देश के बहुत सारे महान क्रांतिकारी लोगों ने उनके विरोध में अपना मोर्चा खोला उस मोर्चे में दो दल बटे एक दल था
गरम दल तथा दूसरा दल था नर्मदा गरम दल में चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह अशफाक उल्ला खान उधम सिंह रामप्रसाद बिस्मिल तथा ऐसे बहुत सारे नेता शामिल हुए जिन्होंने क्रांतिकारी मोड़ में भारत को आजाद कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसके बाद नरम दल के नेता महात्मा गांधी मदन मोहन मालवीय सुभाष चंद्र बोस एवं बहुत सारे ऐसे नेता हुए जिन्होंने सत्य और अहिंसा के बल पर भारत को अंग्रेजों से मुक्ति दिलाने का कार्य किया इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए हम आप लोग तथा पूरा देश आज भी क्रांतिकारी लोगों को बहुत ही गर्व से याद करता है और उनको अपने दिलों में सजे हुए हैं
शैक्षिक महत्व एवं गौरवशाली इतिहास।
भारत का इतिहास बड़ा ही गौरवशाली है क्योंकि भारत के इतिहास में भारत से पहले कोई ऐसा देश नहीं था जो कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मामले में सबसे आगे रहा हो इसीलिए भारत का महत्व एवं उसका गौरवशाली इतिहास बहुत पुराना है भारत का गौरवशाली इतिहास इसलिए लोगों को याद आता है क्योंकि लोगों को कहा जाता है कि और लोगों द्वारा कहा जाता है कि भारत में ही सबसे पहले नालंदा तथा तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय खुले थे जहां पर विदेशों से लोग पढ़ाई करने आते थे और अपना पठन-पाठन करते थे इसीलिए भारत को विश्व गुरु के दर्जा दिया गया था क्योंकि यहां ही सबसे पहले पठन-पाठन का कार्य किया जाता था इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को और भी इसके गौरवशाली इतिहास के बारे में जानकारी देना चाहता हूं जैसे कि हमारे देश में इतनी एकता इतना देश प्रेमियों अपना कर्तव्य निष्ठा कहीं पर नहीं मिलता है इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को या भी बताना चाहता हूं कि भारत जैसा महान देश आज कोई नहीं होता अगर हमारे देश को गुलाम नहीं किया जाता।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 10/essay on my india great in hindi class 10
प्रस्तावना
भारत महान ऐसे लिखने की बात जब आती है तो हम साथ या नहीं भूल सकते कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है एवं इसके बहुत सारे लोग एक तिहाई से ज्यादा लोग किसी कार्य करते हैं तो किसानी कर कर भी देश का नाम ऊंचा करने में भारत के लोगों ने कमी नहीं छोड़ी है इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत के इतिहास में किसानों मजदूरों एवं गांव के नागरिकों का बहुत ही योगदान रहा है उसके बाद में मैं आप लोगों को भारत के शैक्षिक एवं उसके अन्य पहलुओं पर बात करने एवं उसकी महानता के बारे में भी बताना चाहता हूं कि हमारा देश आज किस प्रकार से दिन जाट आगे की ओर अग्रसर बढ़ रहा है और इसमें हमारे देश के लोगों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है और इसी वजह से हमारा देश लगातार आगे बढ़ रहा है
भारत में कृषि की प्रधानता
जब भारत की बात करते हैं तोऐसा कहा कि किसानों की बात ना किया जाए क्योंकि भारत के एक तिहाई से ज्यादा लोग किसानी करते हैं जिसको प्रतिशत के मामले में देखा जाए तो लगभग 80% लोग किसानी करते हैं और इसी से अपना जीवन यापन करते हैं मैं आप लोगों को या भी बताना चाहता हूं कि भारत की महानता में किसानों की बहुत बड़ी योगदान है क्योंकि आप लोग जानते हैं कि जब हमारे देश में कोरोना महामारी आई तो बहुत बड़ी बेरोजगारी तथा सारे काम बंद हो गए थे लेकिन किसानी ही ऐसी कामठी जो चालू थी और इसी से पूरे देश की अर्थव्यवस्था टिकी हुई थी
क्योंकि किसानों ने उस समय भी अपना काम धंधा बंद नहीं किया और खेतों में डटे रहे जिसके पश्चात आज हमारा देश अपने बल पर खड़ा है योगी हमारे देश का किसान बहुत ही कार्यशील है जिसके वजह से हमारे देश की अर्थव्यवस्था टिकी रही और मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि हमारे देश में किसानों की स्थिति पर इस समय बहुत बुरा संकट आ गया है उसकी स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि वह अपना घर परिवार चलाने में असमर्थ हो गया है लेकिन वह अपने कार्यों से कभी मुकरता नहीं है वह अपने कार्य को निरंतर करता रहता है और इसी वजह से उसने हमारे भारत की अर्थव्यवस्था को बचाया
भारत में विज्ञान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी
जब विज्ञान और प्रौद्योगिकी की बात आती है तो हम कैसे भूल सकते हैं कि हमारे देश में ही बहुत सारे वैज्ञानिक हुए हैं जिन्होंने हमारे देश का नाम रोशन किया उनमें से एपीजे अब्दुल कलाम सर सी वी रमन जहांगीर भाभा तथा अन्य बहुत सारे वैज्ञानिक हुए हैं जिन्होंने हमारे देश को अग्रसर विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ाया है मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि आज वैज्ञानिक युग है आज के समय में जो तकनीकी क्षेत्र में आगे नहीं जाएगा वह बहुत पीछे छूट जाएगा इसी क्षेत्र को देखते हुए हमारे देश के इन सारे वैज्ञानिकों ने इतने अच्छे से कार्य किया
कि हमारे देश का नाम रोशन किया उसमें से सर्वाधिक रक्षण यह कार्य हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का था क्योंकि उन्होंने हमारे देश को मिसाइल बनाकर एक बहुत ही रक्षण कार्य किया और हमारे देश को अग्रसर करने का प्रयास किया उन्हें मिसाइल मैन भी कहा जाता है उनका जीवन पूरे संघर्षों से पूर्ण था और उन्हें अपने संघर्षों के बल पर ही आज हमारे और आपके जीवन के प्रेरणा के स्रोत स्रोत हैं
इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की बात करें तो आज कंप्यूटर का युग है और हमारे देश में कंप्यूटर के महत्व को देखते हुए बहुत सारे कंप्यूटर स्कूल तथा कंप्यूटर कोर्स खोले गए हैं और मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि सबसे बड़ा कंप्यूटर के हमारे देश में बंगलुरु तथा पुणे में ही है बेंगलुरु को तो प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत बड़ा प्रोत्साहन मिला है।
भारत की संस्कृति
भारत की महानता की बात हो और भारत की संस्कृति की बात ना हो यह कैसे हो सकता है क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जहां पर बहुत विचित्र संस्कृति है यहां पर समाज में बहुत सारे धर्म समाज में बहुत सारी जातियां उसके पश्चात जातियों में भी उपजातियां और हमारे समाज की यह विभिन्नता हमारे भारत के इतिहास को और भी गौरवशाली बनाती है इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि हमारे देश में 29 राज्य हैं और सभी राज्यों में लगभग अलग-अलग बोली बोली जाती है और लोगों द्वारा बताया जाता है कि हमारे देश में 23 भाषाएं बोली जाती हैं इसमें हिंदी मराठी तेलुगू तमिल कन्नड़ मलयालम उर्दू अंग्रेजी गुजराती पहाड़ी तथा नेपाली बहुत सारी भाषाएं बोली जाती हैं इसके बाद भी हमारे देश में एकता और अखंडता बरकरार है और हमेशा रहेगी क्योंकि हमारे देश के लोगों में आपसी प्रेम है इसी वजह से हमारा देश की संस्कृति सबसे विचित्र है इतनी भाषाएं इतनी जात इतनी धर्म फिर भी एकता है यह हमें पूरे विश्व में बहुत ही सम्मानित और गौरवान्वित करता है
भारत का गौरवशाली इतिहास।
भारत के इतिहास की बात की जाए और भारत के लोगों की बात की जाए तो भारत एक बहुत ही प्राचीन सभ्यता एवं धर्म से बना हुआ देश इसमें बहुत सारे लोग रहते हैं और बहुत सारी भाषाएं बोली जाती तथा बहुत प्रकार के समाज के लोग यहां पर रहते हैं लेकिन मैं कभी ऐसा नहीं देखा गया कि उन्होंने कभी ऐसा कार्य किया हो जिससे कि उनके समाज के लोगों को कष्ट पहुंचा हो इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को भारत की गौरवशाली इतिहास को बताना चाहता हूं कि भारत का गौरवशाली इतिहास बहुत पुराना है इसमें भारत में जब सबसे पहले स्कूल कॉलेज बने थे तो और विदेश में कहीं भी ऐसा नहीं हुआ था और चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत का इतिहास जितना पुराना है और उसके कार्यरत होने की संभावना उतनी बड़ी होती है आज हम आप लोगों को यह बताने में बहुत ही गौरवान्वित महसूस करते हैं।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 5
भारत की महानता की बात किया जाए तो भारत में बहुत सारे ऐसे खास बातें हैं जिसकी वजह से भारत महान है अगर इन सारी चीजों पर चर्चा किया जाए तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत का राष्ट्रीय प्रतीकों के बारे में भी चर्चा करनी तो वह सबसे अलग एवं सबसे अच्छा लग रहा है जैसे कि भारत का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ अशोक चक्र है जो कि दुनिया में प्रतीकों के रूप में जाना जाता है उसके बाद भरत पुष्प की बात कर ले तो कमाल हैभारत की राष्ट्रीय पक्षी की बात करने तो वह मोर जैसे सुंदर पक्षी क्यों सुशोभित करता है जो कि पूरे दुनिया में ऐसा कोई पश्चिम नहीं जो मोर जैसा सुंदर दिखता हो और जब हम और आप भारत के राष्ट्रीय
पशु के बारे में बात करते हैं तो शेर बाद जैसे राष्ट्रीय पशु कहीं नहीं है जो हमारे देश के महत्व को और तीव्र कर देता है एवं उसके साहस की कहानी पूरे विश्व में फैल जाती है और उसके साथ-साथ जब हम और आप राष्ट्रीय प्रतीक की बात करी तो तिरंगा एक ऐसा प्रतीक है जो कि सबसे अलग है उसका मतलब भी अलग होता है जैसे कि केसरिया रंग त्याग और बलिदान को बताता है तो सफेद रंग शांति को और हरा रंग हरियाली
को और जोश में चक्र बना है वह हमें हमेशा प्रेरित करता रहता है कि समय कभी रुकता नहीं है और आप लोग हमेशा चलते रहिए और भारत को प्रेरित करते हुए हम लोगों को भी प्रेरित करता है ऐसा साथ में अगर आप लोगों को बताओ कि भारत के राष्ट्रीय पेड़ की बात किया जाए तो वह बरगद के जैसे महान पेड़ों के बारे में बताता है जो कि अपनी प्राचीनता के बारे में बहुत ही अच्छे दिखाई देते हैं।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 8
भारत में महानता की बात की जाए और उसके कानून की बात ना कि जाइए कहां हो सकता है तो मैं आप लोगों को आज यह बताना चाहता हूं कि भारत के संविधान को जिसने बनाया वह किस प्रकार से अपने श्रम से प्रेरित अंखियों में अपने श्रम को लगातार करते रहे जिसके वजह से हुए आज महान है भारत जब आजाद हुआ तो 1947 में भारत आजाद हुआ उसके बाद 26 जनवरी 1950 ईस्वी को हमारे देश में कानून शुरू किया गया वह हमारे
देश का लोकतांत्रिक कानून था जो हमारे देश को चार चांद लगा रहा था क्योंकि अब हमारे देश में पहले जैसा कुछ नहीं रह गया था हमारा देश स्वतंत्र था और उस संविधान और लोकतंत्र तथा उस कानून को लिखने वाले डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने ऐसा कोई वर्ग नहीं था जिसके लिए उन्होंने कानून नहीं बनाया हो और उसको न्याय ना मिला हो उस कानून से उन्होंने सभी के लिए कानूनी और न्याय व्यवस्था तथा उसके हक के बारे में लिखा जो कि कानून होना चाहिए
उस हिसाब से उन्होंने कानून लिखा भारत जैसा लचीला कानून कहीं का नहीं है यह भारत का कानून सभी से अलग है इसीलिए मैं आप लोगों को आज भारत के लोकतंत्र की दशा एवं दिशा के बारे में जानकारी दे रहा हूं तो मुझे आप लोगों को इससे भी रिलेटेड जानकारी प्राप्त होगी लोकतंत्र शब्द का अर्थ है लोकतंत्र अर्थात जनता का शासन अब्राहम लिंकन ने लोकतंत्र को परिभाषित करते हुए इसके संबंध में कहा कि जनतंत्र जनता का जनता द्वारा और जनता के लिए किया जाने वाला शासन है इस प्रकार लोकतंत्र राष्ट्र एक ऐसा राष्ट्र होता है जो नागरिक अपने मताधिकार को इस्तेमाल करके अपनी सरकार चुनते हैं लोकतंत्र को कभी-कभी बहुमत के शासन के रूप में भी देखा जाता है दुनिया भर के कई देशों में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली है लेकिन भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है यह हमारे भारत की महानता।
भारतीयों को स्वतंत्र प्रेस बोलने एवं घूमने की आजादी संगठन की आजादी सरकार की आलोचना करने का अधिकार राजनीति पार्टियों द्वारा निर्मित अधिकारी स्वतंत्र न्यायपालिका एवं राजनीति में भाग लेने के अधिकार मिले हुए हैं जनता का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राजनीति में भागीदारी बढ़ी है जो लोकतंत्र के भविष्य को लिए श्रेष्ठ कार है यह भारत के कानून की महानता है और मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि जनता अब मतदान के महत्व को उसकी शक्ति से परिचित हो चुकी है मतदान केंद्र पर कब्जा करने वाले ऑटो को खरीद कर मुक्त करना वोटों के लिए खुश मत जैसी चीजों का महत्व कम होता जा रहा है अब महिलाएं भी मतदान में रुचि लेने लगे हैं
वह बिना किसी दबाव के अपने स्वतंत्र मतदान का प्रयोग कर रही हैं आज मतदाता व्यापक स्तर पर सामाजिक आर्थिक एवं राजनीतिक अधिकारों के प्रति ना केवल सोचते हो बल्कि अपनी मांगों के प्रति अधिक जागरूक भी हो गए हैं जिनका अंदाज हाल के वर्षो में हुए चुनावी परिणामों से लगाया जा सकता है आज भारतीय लोकतंत्र के साथ दशक पूरे हो जाने के बाद भी हमारे सामने गरीबी बेरोजगारी अशिक्षा आसमान तथा सामाजिक पिछड़ापन आज समस्याएं खड़ी हैं इनमें लोगों को निराशा सबसे बड़ी चुनौती है इनमें से एक है शिक्षा लोगों को अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सजग बनाती है साथ ही वालों लोगों को बुद्धिमान इसे वोट देने के लिए अधिकार का उपयोग करने में सक्षम बनाते लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमें इन समस्याओं का निदान करना होगा।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 7
भारत में लोकतंत्र का महत्वलोकतांत्रिक व्यवस्था लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता धार्मिक स्वतंत्रता रोजगार के समान अवसर शिक्षा पाने का अधिकार सरकार के नीतियों की आलोचना करने का अधिकार राजनीति में भागीदारी करने एवं अपमान नेता अपना नेता चुनने हुआ उसे अपदस्थ करने आज का अधिकार प्रदान करती है ऐसी स्वतंत्रता एवं अधिकार लोकतंत्र के अतिरिक्त किसी अन्य शासन प्रणाली में मिलना संभव नहीं है लोकतांत्रिक देश में प्रत्येक नागरिकों को संविधान में वर्णित नियमों के अनुसार चलना होता है चाहे वह कोई नेता हो
या धनारी व्यक्ति कहने का अर्थ है इसकी संविधान प्रत्येक व्यक्ति के ऊपर जो तानाशाही शासन व्यवस्था में संभव नहीं हो सकता लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के विपरीत तानाशाही शासन व्यवस्था में शासन के मुख से निकलने शब्द ही कानून होते हैं शासक की इच्छा अनुसार शासन तंत्र कार्य करता है और उसके नियमों को कानून बदलते रहते हैं यदि यह कहा जाए कि जनता शासक के रहम पर जीवित रहती है तो यह संयुक्त नहीं होगी उत्तरी कोरिया की शासन व्यवस्था तानाशाही व्यवस्था को भलीभांति प्रकट करती है अभिव्यक्ति की आजादी मानवता की सर्वप्रथम आवश्यकता है जो सिर्फ लोकतंत्र व्यवस्था में रहते ही संभव है जहां प्रत्येक व्यक्ति को बड़े अधिकारी या नेता के विरुद्ध बोलने की पूर्ण स्वतंत्रता है उसे अपने विचार लिखने की आजादी है अपने अधिकारों का हनन होने पर उसे हड़ताल करने शासन के विरुद्ध जाकर न्यायालय में न्याय मांगने का अधिकार इस प्रकार की आजादी केवल लोकतंत्र शासन में ही संभव है।\
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 2
भारत के महान होने की बात की जाए तो उसके क्रांतिकारी को हम कैसे भूल सकते हैं जो अपना जान देकर भी हमारे देश के लिए कुर्बान हो गए हमारे देश में आजादी दो बार में मिली है पहली आजादी हम लोगों को अट्ठारह सौ सत्तावन ईसवी में ही मिल गई होती लेकिन उसमें कुछ कार्यों के होते नहीं हो पाया और इन सारी चीजों पर हम आप लोगों को इसलिए चर्चा करते हैं क्योंकि हमारे भारत देश की महानता की बात की जाए तो हम लोग अपने क्रांतिकारियों को कैसे भूल सकते हैं जिन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान को कुर्बान कर दिया और अपने परिवार को कुर्बान कर दिया तथा अपने समाज को कुर्बान कर दिया इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आपको क्या बताना चाहता हूं कि अट्ठारह सौ सत्तावन ईसवी में बहुत सारे क्रांतिकारी हुए जैसे कि तात्या टोपे रानी लक्ष्मीबाई मंगल पांडे राजा कुमार तथा बहुत सारे क्रांतिकारी थे उसके बाद में 1947 की क्रांति में हमारे देश के बहुत सारे नव युवकों ने अपनी जान कुर्बानी दी उसमें से हमारे देश की प्रमुख थे महात्मा गांधी डॉ बी आर अंबेडकर चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खान उधम सिंह लोहरी तथा अन्य बहुत सारे हमारे देश के क्रांतिकारी हुए जिन्होंने हमारे देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और हम और आप उनको कभी भूल नहीं सकते क्योंकि उन्होंने हमारे लिए और आपके लिए बहुत सारे कार्य किए हैं इसमें कोई दो राय नहीं है और हम आप लोगों को सूचित करना चाहते हैं कि आप लोग इस प्रकार से कार्य करें आदर्शों को याद रखें और उनके द्वारा किए गए और उनकी स्मृति हमेशा बनाए रखें महान कार्य से कम नहीं होगी।
मेरा भारत महान पर निबंध इन हिंदी class 6
भारत के साहित्य कार्यों पत्रकारएवं साहित्य के उद्देश्य एवं उसके महत्व को समझाते हुए मैं आप लोगों को आज यह बताना चाहता हूं कि साहित्य के क्या उद्देश्य मानव द्वारा अपने भाव को स्थायित्व देने की भावना ने साहित्य को जन्म दिया है या कथन सर्वथा सत्य है क्योंकि प्रत्येक वस्तु के प्रति हमारी कुछ ना कुछ प्रतिक्रिया आवश्यक होते हैं सर्वप्रथम हमें वस्तु का विशेष ज्ञान होता है ज्ञान के उत्पन्न होने के साथ ही हमारा उद्देश्य हमारा हृदय उद्धृत हो उठता है क्योंकि ज्ञान का आंखों के साथ पवित्र संबंध होता है भाव के अनुरूप ही हम कार्य करते हैं आचार्य ने मानस के मूल में कार्यरत मनोज क्यों के तीन रूप मानते हैं ज्ञान भाव संकल्प परिस्थितिकी के स्वरूप और उसके अनुरूप ही इन मंत्रियों का असर होता है भावना के क्षेत्र में अभिव्यक्ति की भावना सर्वाधिक तीव्र होती है इसी से मानव क्रियाशील बनता है मानव की क्रियाशील अभिव्यक्ति का ही एक रूप है मानव को इस प्रकार की विभिन्न व्यक्तियों की शाब्दिक भव्या विक्को विद्वानों सर्वाधिक महत्व देते हैं क्योंकि इसी में अस्थाई तो हमारी आत्मा पर जो प्रभाव पड़े हैं हम उनके अभिव्यक्ति करना चाहते हैं इसे अभिव्यक्ति का दूसरा नाम साहित्य साहित्य का अर्थ है व्यक्ति की दृष्टि से
साहित्य का अर्थ है उत्पत्ति की दृष्टि से साहित्य का अर्थ साहित्य भाव साहित्य अर्थात सहित होने का भाव साहित्य है आचार्यों ने इस साहित्य शब्द को दो अर्थों में लिया है प्रथम अर्थ है शाह अर्थात साथ होता है द्वितीय अर्थ में कितने सहित आम अर्थात हित के साथ होना या जिससे हित संपन्न हो जहां अर्थ शब्द और अर्थ विचार और भाव का अनुकूल सभा व साहित्य इससे साहित्य की सामाजिक के भाव का भी बोध होता है व्याकरण की दृष्टि से धात के प्रत्यय इतिहास का भी अवलोकन होता है।
मेरा देश भारत पर निबंध हिंदी में 100 शब्दों का
भारत के महानता को चार चांद लगाने वाले हमारे देश की महिलाएं भी हैं चाहे वह पुराने जमाने की महिलाएं गार्गी अपाला भोसा हो चाहे नए जमाने की महिलाएं पीटी उषा सरोजनी नायडू इत्यादि जैसी महिलाएं हो आप मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि आजाद भारत की नारी किस प्रकार से भारत के गौरव को बढ़ाती रही हैं और उससे हमारे भारत की महानता को बढ़ाती रहती हैं उन सारी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए मैं आप लोगों को नीचे कुछ वक्त भी लिखता हूं मातृत्व का गरिमा से मंडित पत्नी के सौभाग्य से ऐश्वर्य शालीन धार्मिक अनुष्ठानों की साधारण इस ग्रह की व्यवस्थापिका तथा गृह लक्ष्मी पुरुष की सहयोगिनी शिशु की प्रथम शिक्षिका तथा उनके गुणों से गौरवान्वित नारी के महत्व को आदिकाल से ही स्वीकार किया गया है महाराजा मनु ने इसीलिए कहा है यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इसमें किंचित भी संदेश नहीं की कि नारी के अभाव में मनुष्य का सामाजिक जीवन बेकार हो जाता है इसीलिए प्राचीन काल से नारी की पूर्व भूमिका को स्वीकार किया गया है
एवं नारी के इसी रूप को स्वीकार करते हुए कविवर जयशंकर प्रसाद ने कहा है नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नग पग में क्यों स्रोत सी बहा करो जीवन के सुंदर समतल में प्राचीन भारत में गार्गी अपाला अनुसुइया अत्रि मैत्री सावित्री जैसे विदेशी महिलाएं इस बात का जलन तो उदाहरण है कि वैदिक काल में भी भारतीय नारी सम्मान भी एवं प्रतिष्ठा पद पर आसीन थी उन्हें शिक्षा का पूर्ण अधिकार ही नहीं कोई भी शुभ मांगलिक कार्य अर्धांगिनी की उपस्थिति के बिना संपन्न नहीं होता है मध्य काल में नारी का व गौरवपूर्ण स्थित नहीं रहा सपा दोनों के आक्रमण के बाद उसका मान सम्मान घटने लगा अनेक प्रकार की राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल के कारण नारी को अपनी मान मर्यादा तथा सतीत्व की रक्षा के लिए घर की चार दीवारों तक ही सीमित कर देना पड़ा उसकी सी स्थिति इतनी दयनीय हो गई कि उसे पुरुष की दासी बना कर अपमान व यातना पूर्ण जीवन जीने पर विवश किया गया परिस्थितियां सदा एक से नहीं होती
शनै शनै नारी को पुनः प्रतिष्ठा न्यूनतम मालवीय पद पर आसीन करने के प्रयास शुरू हुए राजा राममोहन राय स्वामी दयानंद जैसे अनेक समाज सुधारकों के साथ प्रयासों से नारी की स्थिति में परिवर्तन हुआ और स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारतीय नारी पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जीवन के हर क्षेत्र में पदार्पण करने लगी ने क्षेत्रों में तो उन्होंने पुरुष को बहुत पीछे छोड़ दिया महा कब मैथिलीशरण गुप्त ने चाहे नारी को अबला कहकर भले ही संबोधित किया हो पर आज की नारी तुला है वह आज घर की चार दीवारों में बंद होकर पुरुषों की दासी बनकर केवल उसके भोगी युवक नहीं आज तो वह शिक्षा चिकित्सा सेना पुलिस उद्योग धंधे प्रशासन जैसे अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा एवं योग्यता का परिचय दे रखी है उस की दोहरी भूमिका है एक तो वह ग्रहणी परिवार के उत्तरदायित्व में बंधी है तो दूसरी और वह अपने कंधों पर अधिकारों तथा स्वाभिमान की रक्षा करने के लिए अपनी स्वतंत्रता जीविका भी चला रही है वह पुरुष प्रधान समाज में रहकर भी अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाए हुए हैं आज की नारी अपने अधिकारों का भली-भांति ज्ञान है आज की नारी ही दिन ही नहीं बल्कि संभल समर्थ तथा स्वावलंबी परंतु नारी की दोहरी
भूमिका के कारण अनेक समस्याएं भी उठ खड़ी हुई पश्चिमी सभ्यता तथा चकाचौंध से प्रभावित होने के कारण मानसिक तनाव तथा तलाक की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है पढ़ लिखकर नौकरी करने की इच्छा के कारण आज महिलाओं को विवाह के बाद एक समस्याओं का सामना करना पड़ता है महिलाओं द्वारा नौकरी करने स्वावलंबी बनाने के काम को कहीं ना कहीं चोट अवश्य पहुंचाती हैं जिसके कारण दांपत्य जीवन में आ जाती है आज की नारी पुरुष के मानवीय व्यवहार को सहन करने को तैयार नहीं उसे केवल बच्चों को देखभाल करने पति को परमेश्वर समझकर उसकी उचित अनुचित हर बात को स्वीकार करना नहीं भारतीय नारी की दोहरी भूमिका पर समाज में उसके स्थान तथा उसके कर्तव्यों को आज हमें नए प्रदेश सूचना तथा समझना होगा आज की नारी को पिछले स्थिति में नहीं ले जाया जा सकता आज तो आवश्यकता इस बात की है कि एक और वह अपने पारिवारिक तथा सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाएं तथा समाज की आर्थिक दृष्टि से स्वावलंबी बनकर एक समान पूर्व विधायक
आधुनिक नारी को अपने अधिकारों तथा स्वतंत्रता के प्रति इतना मदांध नहीं हो जाना चाहिए कि वह ममता से सुरता त्याग करुणा सेवा परायणता उदारता व स्नेह जैसे गुणों को भूलकर पाश्चात्य सभ्यता का अंधानुकरण करके अपनी गरिमा को विस्मृत कर देनौकरी करते हुए उसे आदर्श माता आदर्श पत्नी तथा गृह शामली के कर्तव्य को भलीभांति वाहन करना होगा और चाहिए भी खेद का विषय है कि स्वाधीनता के इतने वर्षों बाद भी आज तक भारतीय गांव में नारी की स्थिति वंचित परिवर्तन नहीं आया है भारतीय समाज में आज भी लड़के को लड़की से श्रेष्ठ समझा जाता है तथा अंधविश्वासों चूड़ियों अशिक्षा गरीबी तथा अज्ञानता के कारण गांव में उसकी दशा दयनीय है समाज के संतुलित विकास के लिए यह आवश्यक है कि दहेज जैसी कुप्रथा ओं का समूल विनाश किया जाए और महिलाओं
के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास किया जाए राष्ट्र का विकास भी नारी की उन्नत पर निर्भर करता है और मैं आप लोगों को के अलावा क्या बताऊं जैसे कि मैंने आप लोगों को पुरानी महिलाओं के बारे में तो बताया ही अब मैं आप लोगों को नई महिलाओं के बारे में बताना चाहता हूं कि किस प्रकार से वह हमारे भारत को और भी महान बनाने का श्रेय हासिल करती हैं क्योंकि जैसे आपने पहले राज्यपाल ऐसी महिलाओं का नाम सुना अब मैं आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि आजकल की महिलाएं हर क्षेत्र में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं जैसे खेल के क्षेत्र में क्रिकेट के क्षेत्र में मिताली राज स्मृति मंधाना तथा ओलंपिक में पदक जीतने वाली महिलाएं पीवी सिंधु लवली ना साइना नेहवाल पीटी उषा जैसी तमाम महिलाएं हैं जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया।
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