मोटिवेशनल का मतलब क्या होता है
Motivational का हिंदी अर्थ होता है अभिप्रेरणा अर्थात प्रेरित करनाI लेकिन इस शब्द को बहुत कम लोग इस्तेमाल करते हैं I क्योंकि मोटिवेशन वर्ड ( Motivation Word ) थोड़ा ज्यादा आसान लगता है I लेकिन यहा हम इसके शब्दो के मीनिंग के बारे में ज्यादा बात नहींं करेंगे क्योंकि इतना तो सबको पता है I हमें तो इसके सिद्धांतों को समझना है कि यह काम कैसे करता है I ताकि हम इसे अपनी जीवन में सही जगह परह या सही दिशा में यूज (Use)कर सकें I देखिए ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि Motivational content देखने से हमारे अंदर मोटिवेशन ( Motivation) आता है या कोई दूसरा हमें मोटिवेशन देता है लेकिन ऐसी बात बिल्कुल नहीं है I मोटिवेशन हमारे अंदर ही होता है जो हमारे जन्म के साथ ही Natural रूप से एक्टिवेट ( Activate) हो जाता है तब से हम जीवन मेंं जो भी काम करते है उसकेे पीछे कोई ना कोई मोटिवेशन जरूर होता है I मोटिवेशन Word Motive से निकला है जिसकाा अर्थ होता है उद्देश्य I
जीवन में हम जो भी काम करते हैं उसके पीछे हमारा कोई ना कोई उद्देश्य जरूर होता है I बिना उद्देश्य के हम जीवन में कोई भी काम नहीं करते जैसे-हम भोजन करते हैं तो उसके पीछेे हमारा उद्देश्य भूख होता है I पानी पीने के पीछे भी हमारा उद्देश्य होता है कि अपनी प्यास बुझानाI

मोटिवेशनल के सिद्धांत motivational story in Hindi
हम मोटिवेशनल ( Motivational) के सिद्धांतों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं या जानने की कोशिश करते हैं कि मोटिवेशनल पर कौन-कौन से सिद्धांत हैं तो हम उसके बारे में बात करते हैं I
मोटिवेशनल ( Motivational) का पहला सिद्धांत है जरूरत I जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि हर इंसान की कुछ शारीरिक और मानसिक जरूरतें होती हैं तो आइए हम इंसान के शारीरिक और मानसिक जरूरतों को कुछ निम्न लिखित तरीके से समझते हैं I
शारीरिक जरूरतें जैसे–भोजन, कपड़ा,मकान,नींद,सौच और आराम इत्यादि I शारीरिक जरूरतें हैं I
मानसिक जरूरतें जैसे-पद, प्रतिष्ठा, पॉवर, सुख सुविधा, सुरक्षा, प्यार, प्रशंसा इत्यादि I मानसिक जरूरते हैं I
जब किसी भी इंसान को इनमें से किसी भी जरूरत की कमी महसूस होती है तो उसके अंदर मौजूद Motivation Active हो जाता है I जिसकेेेे कारण उसके अंदर उस जरूरत को पूरा करने के लिए इच्छा उत्पन्न हो जाती है I इसी को ही हम मोटिवेशन कहते हैं I
मोटिवेशन ( Motivation)का दूसरा सिद्धांत उद्देश्य का काम करने लगता है I जिनका हमने पहले भी जिक्र किया था I यहां उस व्यक्ति को एक उद्देश्य मिल जाता है कि हमें अपनी जरूरतों को पूरा करके इस लक्ष्य तक पहुंचना है I जब मैं इस लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाता तब तक हमें संतुष्टि नहीं मिलेगी फिर वह इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए बार-बार कोशिश करता रहता है I लेकिन जब उसके रास्ते में बार-बार रुकावट आने लगती हैं तो उसके अंदर का मोटिवेशन ( Motivation) कम हो जाता है उसकी गति धीमी होने लगती है और अगर वह उस काम में सफल हो जाता है तो उसके अंदर का मोटिवेशन और अधिक बढ़ जाता है जिससे कोई भी काम हो उस काम में उस व्यक्ति का पूरा मन लगने लगता है और अगर वह उस काम में सफलता नहीं प्राप्त कर पाता है तो उस व्यक्ति का मन उस काम में या कोई दूसरे काम में नहीं लगता है
इसका अर्थ होता है कि उसके अंदर का मोटिवेशन कम होने लगता है I उसे लगने लगता है कि वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएगा I और यहीं पर उसे Extra Motivation की जरूरत पड़ती हैं जो उसके External Motivation को गति प्रदान कर सके I जीवन के इस सफर में कई बार ऐसा मोड़ भी आता है जहांं इंसान यह निश्चय करने में असमर्थ होता है कि उसके लिए कौन सा रास्ता सही है या गलत है I वह यह निर्णय नहीं ले पाता हैै कि उसे कौन से रास्ते पर चलना चाहिएI इस दुविधा से निकलने केे लिए उसे मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है I मोटिवेशन तो उसके अंदर से ही मिलती है लेकिन उसे एक Emotional Support की जरूरत होती है I इसलिए उसेेे एक कड़ी मार्ग दर्शक की जरूरत महसूस होती है जो उसेे सही रास्ता दिखा सके, उसकेेेे अंदर के विश्वास को जगा सके I
इसी को ही हम मोटिवेशन(Motivation) कहते हैं आप लोग समझ गए होंगे कि मोटिवेशन किसे कहते हैं अगर ना समझ में आए तो हमारे पोस्ट को जरूर पढ़ें I
मोटिवेशनल स्टोरी (motivational story in hindi)
अब हम आप सभी लोगों को मोटिवेशनल स्टोरी(Motivational Story) के बारे में बताने वाले हैं I बहुत लोगों को यह तो पता होगा कि मोटिवेशनल(Motivational) मतलब क्या होता है लेकिन मोटिवेशनल की स्टोरी या कहानी नहीं पता होगी I इसलिए हम आप सभी लोगों को मोटिवेशनल के स्टोरी के बारे में बताने वाले हैं तो आइए हम लोग मोटिवेशनल के कौन-कौन से कहानी हैं इसके बारे में जानते हैं या जाने की कोशिश करते हैं I
किसी ने मुझसे पूछा मोटिवेशनल स्टोरी (Motivational) क्या होता है I
मैंने जवाब दिया कि मोटिवेशनल स्टोरी( Motivational Story) पढ़ने से हमें दूसरों की गलतियोंं का पता चलता है ताकि हम गलती ना करें इसलिए ज्यादा से ज्यादा मोटिवेशनल स्टोरी (Motivational Story)को पढ़ना चाहिए I
हम आप लोगों को कुछ मोटिवेशनल कहानी ( Motivational Story) के बारे में आप सभी लोगों को नीचे बताने वाला हूं जिसे आप लोग पढ़कर जान जाएंगे यह समझ जायेंगे की मोटिवेशनल स्टोरी( Motivational Story) क्या-क्या होता है या कैसे लोग मोटिवेशन करते हैं तो आइए हम कहानी के बारे में जानते हैं यह जानने की कोशिश करते है I
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शूज के पैसे भी नहीं थे उसैन बोल्ट के पास/Usain Bolt did not even have money for shoes
वर्ष 2009 में बर्लिन में हुई विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उसैन बोल्ट ने 100 मीटर एवं 200 मीटर की रेस में स्वयं का ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ कर तथा 9 पॉइंट 50 एवं 19 पॉइंट 19 सेकंड का नया रिकॉर्ड बना कर विश्व को चौंका दिया I
दुनिया के सबसे तेज धावक के बचपन की कहानी, उसकी मां की जुबानी –यह कहानी उस व्यक्ति की है, जो फर्श से अर्श तक पहुंचा हैI कहानी उस व्यक्ति की है जो बचपन में खेलता था क्रिकेट, लेकिन आज धूम मचा रहा है एथलेटिक्स में और बन गया है दुनिया का सबसेेेे तेज दौड़ने वाला व्यक्ति I आप उसे उसैन बोल्ट (Usain bolt) के नाम से जानते हैं, लेकिन मेरे लिए वह मेरा प्रिय बेटा है I मेरे पति एक गांव में छोटी सी दुकान चलाते हैं, इसलिए बचपन में उसैन को स्पोर्ट्स शूज नहीं दिला पाए थे I स्कूल प्रबंधक ने उसे जूते दिल आए थे जिससे उसकी ट्रेनिंग ने रफ्तार पकड़ी I उसैन का जन्म जमैका के छोटे से गांव ट्रेलानी पेरिस में हुआ था I जहा स्ट्रीट लाइट्स नहीं थी और पीने का पानी भी नहीं के बराबर था I जहां बुजुर्ग आज भी गधे पर बैठ कर इधर-उधर जाते हैं और लोगों को पीनेेे के पानी के लिए सार्वजनिक नल के सामने घंटों लाइन लगानी पड़ती हैI
उसैंन बचपन में हाइपरएक्टिव ( Hyper Active) था I वो जब 3 सप्ताह का था, तो मैंं उसे बिस्तर पर लेटा कर कमरे से बाहर चली गई I जब मैं कमरे में आई तो देखा वो बिस्तर से गिर गया था, लेकिन उस पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था I उसी समय मुझे लगा था कि या साधारण बालक नहीं है I उसका जन्म तय समय से डेढ़ सप्ताह बाद हुआ था I मुझे लगता है उसकी रफ्तार सिर्फ उसी समय धीमी रही होगी I मेरे पिता ने सबसे पहले यह लिखा कि इस बच्चे में कुुुछ खास बात है I
उसके बाद से मैंने (Usain) के खानपान पर ध्यान देना शुरू किया I हमने उसैन का एडमिशन विलियम नीब स्कूल में कराया था I वहां के प्रिंसिपल लोन थोप ने कुछ दिन बाद हमें बताया कि हमारा बेटा खेलों में बहुत अच्छा है, इसलिए उसकी ट्रेनिंग का ध्यान भी स्कूल ही रखेगा I बीजिंग में जब उसैन चैंपियन बना, तो थोप की खुशी देखने लायक थी I बीजिंग ओलंपिक में रिकॉर्ड बनाने के बाद उस सफलता के बाद गांव पर खूब पैसा बरसा इसलिए दोस्तों अगर आप मेहनत करते हैं तो आप का मेहनत कभी बेकार नहीं जाएगा बस आप मेहनत करते रहें I
हमने आप सभी लोगों को मोटिवेशनल ( Motivational) के एक स्टोरी के बारे में बता दिए हैं आप सभी लोग इस स्टोरी को पड़ेंगे तो आपके अंदर का मोटिवेशन जाग जाएगा और आप भी बहुत मेहनत करने लगेंगे जिससे आपका मोटिवेशन और अधिक बढ़ जाएगा I
68 साल की उम्र में हिमालय जीता/Himalaya won at the age of 68
हम आप लोगों को बता दूं कि एक व्यक्ति थे जिन्होंने 68 साल की उम्र में हिमालय को जीता था हम लोग उन्हीं के बारे में जानने की कोशिश करेंगे कि वह व्यक्ति कौन था तो आइए हम लोग उस व्यक्ति के बारे में जानने की कोशिश करते हैं या जानते हैं I
उत्तरकाशी की चंद्रप्रभा अटवाल ने यह मिसाल कायम की थी l उन्होंने यह मिसाल 6133 मीटर ऊंची चोटी श्रीकंठ पर लहराया तिरंगाI उत्तरकाशी की 68 वर्षीय चंद्रप्रभा अटवाल पहाड़ों की गोद में खेल कर बड़ी हुई और होश संभालनेेे पर इन्हीं से दिल लगा बैठी I उम्र के इस पड़ाव में भी चंद्रप्रभा के हौसले इतने बुलंद है की उन्होंंने हिमालय की 6133मीटर ऊंची चोटी श्रीकंठ पर तिरंगा फहराकर मिसाल कायम की है I
8 महिला पर्वतारोहियों के दल का नेतृत्व करने वाली चंद्रप्रभा को पहाड़ों से इस कदर मोह हो गया कि उन्होंने शादी भी नहीं की I पर्वतारोहण का 40 साल का अनुभव रखने वाली चंद्रप्रभा ने कई अन्य देशों में पर्वतारोहण किया है I
इस पर्वतारोही ने नेपाल, चीन, जापान में पहाड़ों की ऊंचाई नापी है I चंद्रप्रभा को माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा नहींं फहरा पाने का मलाल आज भी है अर्थात उनकी मंशा आज भी यह है कि माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराये I उन्होंने बताया कि वे तीन बार एवरेस्ट मिशन के लिए चुनी गई, लेकिन वह इन्हें पूरा नहीं कर पाई I
फ्लोरेंस चैडविक: लक्ष्य पर दृष्टि और मन में आत्मविश्वास
दोस्तों हम लोग जैसा कि मोटिवेशन के दो स्टोरी ऊपर बता चुके हैं या लिख चुके हैं और हम अब केसरी स्टोरी के बारे में आप सभी लोगों को बताना चाहता हूं तो आइए हम लोग तीसरी स्टोरी के बारे में जानते हैं या जानने की कोशिश करते हैं I
4 जुलाई 1952 को फ्लोरेंस चैडविक कैटेलिना चैनल को तैरकर पार करने वाली पहली महिला बनी I इंग्लिश चैनल पर वह पहले ही विजय प्राप्त कर चुकी थी I पूरी दुनिया उसके इस करिश्मे को देख रही थी I हड्डियां जमा देने वाले ठंडे पानी में कोहरे को चीरती हुई फ्लोरेंस आगे बढ़ रही थी, वहां सार्को का भी खतरा था I
फ्लोरेंस ने हार मान ली I बाद में उससे यह जानकर बड़ा दुख हुआ कि वाह सागर तट से सिर्फ आधा मील दूर थी I फ्लोरेंस ने हार इसलिए नहीं मानी कि वह वाकई तैरते तैरते थक गई थी, बल्कि हार इसलिए मानी कि उसे अपना लक्ष्य नहीं दिख रहा था I
इस बात को लेकर फ्लोरेंस ने कोई बहाना नहीं बनाया I उसने कहा-मैं झूठ नहीं बोलूंगी यदि मुझे जमीन धुंधली सी भी दिख जाती, तो मैं तैर गई होती I
2 महीने बाद वह वापस कैटेलिना चैनल की ओर आई I इस बार पहले से बुरे मौसम के बाद भी उसने न केवल चैनल को पार करने वाली महिला बनने का खिताब पाया बल्कि पुरुषों के रिकॉर्ड को भी 2 घंटे के बड़े अंतर से पीछे कर दिया I
तो मैं आप सभी लोगों को बता दूं कि उसके अंदर अगर मोटिवेशन नहीं होता तो वह इस काम को कभी नहीं कर पाती इसलिए सभी के अंदर मोटिवेशन होता है लेकिन या हो सकता है कि आपके अंदर कम मोटिवेशन हो इसलिए मोटिवेशन को बढ़ाने के लिए हम किसी मोटिवेशनल स्टोरी को देख सकते हैं या पढ़ सकते हैं I
भारत रत्न प्राप्त डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम स्टोरी /Bharat Ratna recipient Dr APJ Abdul Kalam Story
हमने आप लोगों को ऊपर कई स्टोरी के बारे में बता चुका हूं और अब मैं आपको एक महत्वपूर्ण स्टोरी के बारे में बताने वाले हैं इस स्टोरी का नाम है भारत रत्न प्राप्त डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी के स्टोरी के बारे में आप सभी लोगों को बताने वाले है तो आइए जानते है इनके स्टोरी के बारे में I
अब्दुल कलाम ( Abdul Kalam )का जन्म 15 अक्टूबर 1931को तमिलनाडु के 1 गांव धनुषकोडी में हुआ था I इनके पिता, मछुआरों को किराए पर नाव देते थे I कमाल ने अपनी पढ़ाई के लिए धन की पूर्ति हेतु अखबार बेचने का कार्य भी किया था अर्थात इन्होंने पढ़ाई की फीस के लिए अखबार भी बेचे थे जिससे उनके स्कूल में फीस जमा होती थी I डॉक्टर ने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना किया I उनका जीवन हमेशा संघर्षसील रहने वाले एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसने कभी हार नहीं मानी तथा देश हित में अपना सर्वस्व न्योछावर करतेे हुए सदा उत्कृष्टता केेे पथ पर चलते रहें I डॉ कलाम ने 71 वर्ष की आयु में भी वे बहुत परिश्रम करते हुए भारत को सुपर पावर बनाने की ओर प्रयास करते थे I
भारत रत्न डॉक्टर अब्दुल कलाम भारत के 11 वे राष्ट्रपति बने I वे भारत रत्न से सम्मानित होने वाले तीसरे राष्ट्रपति थे I भारत के मिसाइल कार्यक्रम के जनक , डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने देश को अग्नि एवं पृथ्वी जैसी मिसाइलें देकर चीन और पाकिस्तान को इनकी रेंज में लाकर दुनिया को चौका दिया I
आप लोगों को इस स्टोरी से बहुत कुछ ज्ञान मिला होगा जो आपके जीवन में प्रयोग करने वाला या प्रयोग की जाने वाली बहुत सारी बातें हैं जो आप लोगों को ध्यान से पढ़कर और मन में रख लेना चाहिए क्योंकि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने मोटिवेशनल के बारे में उनकी स्टोरी सबसे अच्छी स्टोरी है लोग इसे पढ़कर बहुत अधिक मोटिवेशनल हो सकते हैं अर्थात उनके मन में कुछ करने के लिए भावनाएं जागृत हो उठेंगी इसलिए एपीजे अब्दुल कलाम के स्टोरी को ध्यान से पढ़ना जिससे आप के जीवन में मोड़ ला सकता है I
आत्म विजेता ही असली विजेता /Self winner is the real winner
आज हम आप लोगों को इसके बारे में बताने वाले हैं कि आत्म विजेता ही असली विजेता होता अर्थात जब तक आपका मन नहीं जीता तब तक समझिए आप भी नहीं जीते इसी को ही हम आत्म विजेता की असली विजेता कहते हैं I
कहा जाता है कि जिसने खुद को जीता समझ लो उसने सारी दुनिया को जीत ली I विजय प्राप्त करने वाले को हमने सबसे बड़ा योद्धा माना I मनुष्य का असली शत्रु तो वह स्वयं ही है I हमारे असली शत्रु हमारे कुसंस्कार, हमारी बुरी आदतें, हमारे कुविचार, हमारा भ्रष्ट आचरण है I
दीमक लकड़ी को विसाडू स्वास्थ्य को चाट जाते हैंI व्यसन और दुर्गड़ मनुष्य को गर्त में धकेलते हैं और उसके उत्कर्ष का कोई प्रयास सफल नहीं होने देते I दूसरों का दोष हमें तुरंत दिखाई देता है जबकि अपने दोसो के प्रति हम आंखें मूंदे रहते हैं या आंख मूंद लेते हैं I यदि हम अपने व्यसनो, दुर्गुणों, चारित्रिक दोषों का परिमार्जन कर सके, अपने कुसंस्कारों पर विजय प्राप्त कर सके तो हम असली विजेता है या असली विजेता माने जाएंगे I इन शत्रुओं पर विजय प्राप्त करना सबसे कठिन कार्य है इन्हे प्रास्त करने वाला ही असली विजेता या वास्तविक विजेता है I
हम आप सभी लोगों को एक और स्टोरी के बारे में ऊपर बताएं है कि आत्म बिजेता ही असली एवं वास्तविक विजेता माना जाता है I आत्म विजेता का मतलब होता है जिसने अपने आप को जीता या खुद को जीता उसने पूरी दुनिया को जीत ली I और उसी को ही असली विजेता माना जाता है I
नारायणमूर्ति की कहानी motivational story in Hindi/Story of Narayanmurthy
अब हम आप लोगो को नारायण मूर्ति जी के कहानी के बारे में बताने वाले हैं तो आइए हम इनके कहानी के बारे में बताने की कोशिश करते हैं I
यह वह नाम है जिन्होंने भारतीय आईटी क्षेत्र की दशा और दिशा दोनों ही बदल दी और एक भारतीय कंपनी स्थापित की, उस समय कोई भी नहीं जानता था कि छोटे से गांव मैसूर से आया यह आदमी जो आज लाखों लोगों को रोजगार दे रहा है, वह इतना बड़ा आदमी कैसे बन गया I आज उन्हीं की बदौलत इंफोसिस (Infosys) सफलता से आगे बढ़ रहा है, नारायण मूर्ति मैं अपने जीवन में बहुत से लोगों को प्रेरित भी किया हैैै और बहुत से लोगों के वे आदर्श भी हैं I इन कहानियों से दोस्तोंं हमें मोटिवेशन जरूर मिलता है कि एक आदमी एक गांव से जाकर और कई व्यक्तियों को रोजगार दे रहा है अर्थात वह बेरोजगार आदमियोंं को रोजगार दे रहा है जिससे जो व्यक्ति बेरोजगार घूम रहा था उसकेेे मन में मोटिवेशन जरूर हुआ होगा की अगर हम चाहे तो हमें रोजगार मिल सकता है जिससे हम बेरोजगार नहीं घूमेंगे या बेरोजगार नहीं रहेंगे I ये सीख हमें इस कहानी से मिलता है I
शाहरुख खान/Shahrukh Khan
शाहरुख खान के स्टोरी के बारे में बताने वाली है कि शाहरुख खान की स्टोरी क्या थी जिससे आज वह इतना बड़ा फिल्म एक्टर(Film Actor) बन गया है वह कैसे फिल्म एक्टर बना या शुरू में उसके पास कितने रुपए थे जिससे वह कोई काम करके आज इतना बड़ा फिल्म एक्टर(Film Actor) बना I
द किंग खान ऑफ बॉलीवुड (The King Khan Of Bollywood) 100 रुपया लेकर मुंबई (Mumbai)आया था और आज वह दुनिया में हर एक दिल पर राज करता है I क्या आप इस बात पर भरोसा कर सकते हो? आज उसकेे सारेे सपने सच्चाई में बदल गए है I एक ऎसा इंसान जो पैसों की कमी की वजह से अपने पिता की जान तक नहींं बचा पाया, उस शाहरुख खान को आज अपनी 400 मिलियन डालर (400 Miliun Dolor) की संपत्ति पर गर्व है I
ऐसा ही होता है जब लोग अपने मोटिवेशन(Motivation) को बढ़ावा देते हैं अर्थात हम आप लोगों को यह बताना चाहता हूं कि अगर कोई भी काम है अगर आप उसे करना नहीं चाहते हैं I तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे I अगर आपको मोटिवेशन(Motivation) से आपको बढ़ावा मिलता है तो आप उस काम को करना चाहेंगे जिससे आपको और बढ़ावा मिलेगा जिससे आपका मन उस कार्य को करने में लगेगा I
स्वामी विवेकानंद स्टोरी/Swami Vivekananda Story
अब हम आप लोगों को स्वामी विवेकानंद के स्टोरी के बारे में बताने वाले है कि स्वामी विवेकानंद की स्टोरी कैसे थी तो आइए हम लोग उनके स्टोरी के बारे में जानते है या जानने की कोशिश करते हैं I
स्वामी विवेकानंद(Swami Vivekanand) का जन्म कलकत्ता में हुआ था I उन्हें ज्ञान और आध्यात्मिकता के मूर्ति माना जाता हैं I वह ऐसे इंसान थे जिन्होंनेे पूरी दुनिया भारतीय तत्वज्ञान की पहचान कराई थी I
उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में बहुत ही बड़ा योगदान दिया है I उन्होंने कर्म योग, वेदांत तत्वज्ञान, इंस्पायर्ड टॉक, द ईस्ट एंड द बेस्ट जैसी बहुत सारी किताबें लिखी हैं I
स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) के कहानी को हम लोग समझे तो हम लोग बहुत ज्यादा मोटिवेशन हो सकते हैं I क्योंकि इनके कहानी में ज्यादातर मोटिवेशन के बारे में ही बताया गया है जैसा कि हम ऊपर पोस्ट में बताए हैं जिससे हमें काफी मोटिवेशन मिल सकता है अगर आप सभी लोगों को मोटिवेट ( Motivate) होना है तो स्वामी विवेकानंद(Swami Vivekanand) जी के कहानी को जरूर इससे आप बहुत ज्यादा मोटिवेट(Motivate) हो सकते हैं I
निष्कर्ष / Conclusion
साथियों हमें इस कहानी से यह सीख मिलता है कि अगर हम कोई भी मोटिवेशनल स्टोरी पड़ते हैं तो हमें उस स्टोरी को पड़ने से हम मोटिवेट होते है या हम किसी भी काम को करे तो हमे उस काम से हार नही मानना चाहिए नहीं तो वह काम पूरा नहीं हो पाएगा और अगर हम हार नही मानेंगे तो वह काम पूरा हो जाएगा I दोस्तों हमने ऊपर बहुत सारी मोटिवेशनल स्टोरी को बताया है जिसे आप पढ़ कर बहुत ही मोटिवेट हो सकते है I
motivational story in Hindi video
मोटिवेशनल को हिंदी में क्या कहते हैं ?
मोटिवेशनल को हिंदी में अभिप्रेरणा या प्रेरित करना कहते हैं I