पपीता खाने के फायदे और नुकसान (papita khane ke fayade in hindi): दोस्तों हम आप लोगों को बताने वाले हैं तो पपीता खाने से क्या फायदा होता है जैसा कि बहुत से लोग पपीते का सेवन तो करते हैं परंतु उन्हें पता नहीं होता है कि इससे क्या फायदा होता है जैसा कि बहुत से लोग पपीता सुबह के समय खाते हैं बहुत से लोग शाम को खाते हैं क्योंकि पपीता एक बहुत ही विटामिन वाला फल है जिसका ज्यादा से ज्यादा लोग सेवन करते हैं I बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि पपीता खाने से क्या फायदा होता है तथा क्या नुकसान होता है और पपीते का सेवन सभी लोग अलग-अलग प्रकार से करते हैं जैसे बहुत से लोग इसका सेवन रात में करते हैं और बहुत से लोग इसका सेवन सुबह करते हैं I हम आप लोगों को अपने इस पोस्ट में बहुत ही विस्तार से बताएंगे

कि पपीता खाने से क्या फायदा होता है तथा क्या नुकसान होता है, केला और पपीता खाने से क्या फायदा होता है, खाली पेट पपीता खाने से क्या फायदा होता है, पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए, पपीता खाने का सही समय क्या होता है, पपीता कब नहीं खाना चाहिए इससे संबंधित और भी कई सवालों के जवाब बताने वाले हैं जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से इंसानों के बारे में जान सकते हैं I तो आइए हम आप लोगों को इसके बारे में नीचे विस्तार से बताते हैं कि पपीता खाने से क्या फायदा होता है तथा क्या नुकसान होता है I
पपीता खाने के नुकसान
पाचन समस्या बढ़ाए
कब्ज से ग्रसित लोगों को आमतौर पर पपीता खाने के लिए कहा जाता है। लेकिन इसमें मौजूद अतिरिक्त फाइबर का सेवन कब्ज को जन्म दे सकता है। दरअसल, फल में लेटेक्स की उपस्थिति पेट में जलन और दर्द की वजह बन सकता है। इसमें उच्च मात्रा में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र में अशांति पैदा कर सकता है। शोध बताते हैं कि पपीते के अधिक सेवन से पेट में ऐंठन, सूजन, पेट फूलना और मतली भी हो सकती है।
गर्भवती महिला के लिए हानिकारक-
पपीता बहुत पौष्टिक फल है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहद नुकसानदायक है। डॉक्टर्स प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पपीता खाने से बचने की सलाह देते हैं। दरअसल, पपीते के बीज, जड़ और पत्तियां भ्रूण को नुकसान पहुंचाती हैं। एक कच्चे पपीते में लेटेक्स की भारी मौजूदगी गर्भाशय के संकुचन का अहम कारण बन सकती है। इसके अलावा पपीते में मौजूद पपैन शरीर में झिल्ली को डैमेज कर देते हैं, जो भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरूरी है।
ब्लड शुगर कम करे
ज्यादा पपीता खाने से खून में ब्लड शुगर लेवल कम भी हो सकता है, जो कि डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए खतरनाक है। इसलिए डायबिटीज रोगियों को पपीता खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
सांस संबंधी विकार पैदा करे
पपीते में मौजूद एंजाइम पैपैन को एलर्जेन कहते हैं। इसके ज्यादा सेवन से अस्थमा और घरघराहट जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इन स्वास्थ्य स्थिति को रोकने के लिए अधिक मात्रा में पपीते के सेवन से बचना चाहिए। यदि आपको कोई बीमारी है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद ही यह फल खाएं। वही आपको बताएंगे कि फल की कितनी मात्रा आपके लिए अच्छी है।
पपीता खाने के फायदे और नुकसान
हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि पपीता खाने के क्या फायदे होते हैं तथा क्या नुकसान होते हैं जैसा कि बहुत से लोग पपीता अधिक मात्रा में खाते हैं परंतु उन्हें पता नहीं होता है कि पपीता खाने से क्या फायदा तथा क्या नुकसान होता है इसलिए हम आप लोगों को बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं जिससे आप लोगों को पता हो सके कि पपीता खाने से क्या फायदा होता है तथा क्या नुकसान होता है तो आइए हम आप लोगों को इसके बारे में नीचे बताते हैं I
पपीता खाने का फायदा
1. कैंसर से बचाव
पपीते में मौजूद लाइकोपिन, कैरोटिनॉइड, एंटीऑक्सिडेंट, बीटा-क्रिप्टोक्साथीन और बीटा कैरोटिन आदि तत्व कैंसर से बचाव करते हैं।
2. पाचन में फायदेमंद
पपीते का ये फायदा को सब जानते ही हैं कि ये पाचन में बहुत फायदा करता है। पपीते के सेवन से शरीर को कई जरूरी तत्व मिल जाते हैं। इसमें पपेन समेत कई पाचक एंजाइम्स और कई डायट्री फाइबर्स होते हैं। इसमें बीटा कैरोटिन, विटामिन ई और फोलेट आदि पाए जाते हैं, जो कब्ज से बचाते हैं।
3. आंखों को भी रखे स्वस्थ
पपीते में आंखों को फायदा देने वाला विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है। इसमें नीली रोशनी से आंखों का बचाव करने वाला कैरोटिनॉइड ल्यूटिन पाया जाता है। ये रेटिना की रक्षा करता है और मोतियाबिंद के खिलाफ भी लड़ता है।
4. इम्यूनिटी करे स्ट्रोंग
पपीते से शरीर को विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो सफेद कोशिकाओं के निर्माण में सहायक साबित होता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, विटामिन ए और ई हमारे प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक हैं। इससे कई बीमारियां दूर रहती हैं।
5. वजन न बढ़ने दे
पपीता वजन कम करने में बहुत मदद करता है। पपीते में कोलेस्ट्रॉल और वसा न के बराबर पाया जाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। एक मध्यम आकार के पपीते का सेवन फायदेमंद होता है, इसमें 120 कैलोरी, विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम आदि होते हैं।
पपीता खाने का नुकसान
ब्लड शुगर कम करे
ज्यादा पपीता खाने से खून में ब्लड शुगर लेवल कम भी हो सकता है, जो कि डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए खतरनाक है। इसलिए डायबिटीज रोगियों को पपीता खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
गर्भवती महिला के लिए हानिकारक-
पपीता बहुत पौष्टिक फल है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहद नुकसानदायक है। डॉक्टर्स प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पपीता खाने से बचने की सलाह देते हैं। दरअसल, पपीते के बीज, जड़ और पत्तियां भ्रूण को नुकसान पहुंचाती हैं। एक कच्चे पपीते में लेटेक्स की भारी मौजूदगी गर्भाशय के संकुचन का अहम कारण बन सकती है। इसके अलावा पपीते में मौजूद पपैन शरीर में झिल्ली को डैमेज कर देते हैं, जो भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरूरी है।
श्वसन संबंधी विकार पैदा करे
पपीते में मौजूद एंजाइम पैपैन को एलर्जेन कहते हैं। इसके ज्यादा सेवन से अस्थमा और घरघराहट जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इन स्वास्थ्य स्थिति को रोकने के लिए अधिक मात्रा में पपीते के सेवन से बचना चाहिए। यदि आपको कोई बीमारी है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद ही यह फल खाएं। वही आपको बताएंगे कि फल की कितनी मात्रा आपके लिए अच्छी है।
पाचन समस्या बढ़ाए
कब्ज से ग्रसित लोगों को आमतौर पर पपीता खाने के लिए कहा जाता है। लेकिन इसमें मौजूद अतिरिक्त फाइबर का सेवन कब्ज को जन्म दे सकता है। दरअसल, फल में लेटेक्स की उपस्थिति पेट में जलन और दर्द की वजह बन सकता है। इसमें उच्च मात्रा में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र में अशांति पैदा कर सकता है। शोध बताते हैं कि पपीते के अधिक सेवन से पेट में ऐंठन, सूजन, पेट फूलना और मतली भी हो सकती है।
केला और पपीता खाने के फायदे
अब हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि केला और पपीता खाने से क्या फायदा होता है जैसा कि आप लोग जानते होंगे कि लगभग ज्यादा से ज्यादा लोग केला और पपीता का सेवन करते हैं लेकिन उनसे पूछ लिया जाए कि पपीता और केला खाने से क्या फायदा होता है तो शायद नहीं बता पाएंगे इसलिए हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि केला और पपीता खाने से क्या फायदा होता है जिससे आप लोग आसानी से जान सके तथा अगर आपसे कोई पूछे तो आप आसानी से बता सके कि केला और पपीता खाने से क्या फायदा होता है तो आइए हम आप लोगों को बताते हैं कि केला और पपीता खाने से क्या फायदा होता है I
पपीता एक ऐसा फल है जिसके सेवन से हमारे पेट की समस्या दूर होती है। इससे आप आपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम कर सकते हैं। आप पका या कच्चा किसी भी तरीके के पपीते को खा सकते हैं। दोनों ही रूप में इसके सेवन से आपको फायदा मिलेगा। वहीं अगर केला की बात करें तो इसमें भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है जिससे हमारे मसल्स और भी मजबूत होते हैं।
केला खाने के फायदे
दांतों की सफेदी
अगर कोई सोच रहे होंगे कि केला कैसे दांतों को चमका सकता है, तो बता दें कि दांतों के लिए केले का छिलका कारगर घरेलू नुस्खा है। बस इसके लिए केले के छिलके से दांतों को कुछ देर रगड़ना होगा (25)। ऐसा हफ्ते में तीन-चार बार कर सकते हैं।
मच्छर के काटने पर
केले के औषधीय गुण मच्छर के काटने के असर को कम कर सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि केले के छिलके में एंटी माइक्रोबियल गुण होता है। इसे शरीर में रगड़ने से मच्छर के काटे हुए हिस्से को ठीक करने में मदद मिल सकती है । इसके लिए केले के छिलके को प्रभावित जगह पर 2 से 3 मिनट तक रगड़ना होगा।
डायरिया
डायरिया होने पर केले के औषधीय गुण मददगार साबित हो सकते हैं। रिसर्च बताती हैं कि इसमें पेक्टिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का फाइबर है। यह फाइबर बाउल मूवमेंट को नियंत्रित कर डायरिया से निजात दिलाने का काम कर सकता है I
हृदय स्वास्थ्य
हृदय स्वास्थ्य के लिए भी केला खाने के फायदे देखे गए हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया है कि केले में पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्तचाप को सामान्य रखने और हृदय संबंधी कार्यों को सही तरीके से करने में मदद कर सकता है। यही नहीं केले में विटामिन-बी6 भी होता है, जिसे हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है I
मस्तिष्क स्वास्थ्य
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी केले के फायदे होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन-बी6 की कमी से वयस्कों की मस्तिष्क कार्यप्रणाली कमजोर होती है। यह विटामिन-बी6 केले में होता है । इसके अलावा, केला मैग्नीशियम से भी समृद्ध होता है, जो नर्व फंक्शन को बेहतर कर सकता है । ये शरीर और मस्तिष्क के बीच संदेश भेजते और समझते हैं । ऐसे में मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए केले को फायदेमंद कहा जा सकता है।
उच्च रक्तचाप
केले खाने के फायदे में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना भी शामिल है। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। यह पोटैशियम रक्त वाहिकाओं की दीवारों को आराम पहुंचाकर रक्तचाप को कम करने का काम कर सकता है I
तनाव
तनाव से छुटकारा पाने के लिए भी केला के गुण मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित जानकारी के अनुसार, केले में विटामिन-बी होता है और विटामिन-बी तनाव को कम करने और कार्य क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है I
मासिक धर्म के समय दर्द
मासिक धर्म के दौरान दर्द से निजात पाने के लिए भी केले खाने के फायदे देखे गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, केले के सेवन से मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव और दर्द से राहत मिल सकती है । वहीं, मासिक धर्म के समय पेट में ऐंठन होती है । इससे केला में मौजूद पोटैशियम राहत दिला सकता है, क्योंकि पोटैशियम को ऐंठन की समस्या कम करने के लिए जाना जाता है I
मूड बदलने के लिए
केले खाने के फायदे में मूड में बदलाव भी शामिल है। एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, केला में ट्रिप्टोफैन नामक प्रोटीन होता है। ट्रिप्टोफैन पचने के बाद सेरोटोनिन नामक केमिकल न्यूरोट्रांसमीटर में परिवर्तित हो जाता है। ये दिमाग के लिए सबसे जरूरी केमिकल होता है, जो अवसाद से राहत दिलाने के साथ ही मूड को बेहतर कर सकता है। न्यूट्रिशन थेरेपिस्ट नीलांजना सिंह के अनुसार, केला में मौजूद एक तरह का कार्बोहाइड्रेट भी मूड को बेहतर कर सकता है।
वजन घटाने के लिए
सुबह खाली पेट केला खाने के फायदे वजन घटाने के लिए हो सकते हैं। वजन कम करने के लिए भी उच्च फाइबर डाइट की आवश्यकता होती है और केला फाइबर से समृद्ध होता है। यह शरीर में ज्यादा कैलोरी बढ़ाए बिना पेट भरने का काम करेगा, जिससे वजन नियंत्रित रहेगा। इसके अलावा, केला रेसिस्टेंट स्टार्च से भी समृद्ध होता है, जो वजन को नियंत्रित करने सकता है I
पपीता खाने का फायदा
वजन न बढ़ने दे
पपीता वजन कम करने में बहुत मदद करता है। पपीते में कोलेस्ट्रॉल और वसा न के बराबर पाया जाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। एक मध्यम आकार के पपीते का सेवन फायदेमंद होता है, इसमें 120 कैलोरी, विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम आदि होते हैं।
कैंसर से बचाव
पपीते में मौजूद लाइकोपिन, कैरोटिनॉइड, एंटीऑक्सिडेंट, बीटा-क्रिप्टोक्साथीन और बीटा कैरोटिन आदि तत्व कैंसर से बचाव करते हैं।
आंखों को भी रखे स्वस्थ
पपीते में आंखों को फायदा देने वाला विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है। इसमें नीली रोशनी से आंखों का बचाव करने वाला कैरोटिनॉइड ल्यूटिन पाया जाता है। ये रेटिना की रक्षा करता है और मोतियाबिंद के खिलाफ भी लड़ता है।
खाली पेट पपीता खाने के फायदे
खाली पेट पपीता खाने से क्या फायदा होता है जैसे कि बहुत से लोग पपीते को खाली पेट नहीं खाते होंगे क्योंकि उन्हें पता नहीं है कि पपीते को खाली पेट खाने से क्या फायदा होता है इसलिए लोग पपीता खाली पेट नहीं खाते होंगे लेकिन हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि पपीता खाली पेट खाने से क्या फायदा होता है जिसे जानकर आप लोग भी पपीते का खाली पेट मैं सेवन करें तो आइए हम आप लोगों को बताते हैं कि खाली पेट में पपीता खाने से क्या फायदा होता है I
कोलेस्ट्रॉल कम करता है
कोलेस्ट्रॉल मोटापा, डायबिटीज और दिल की बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपना कोलेस्ट्रॉल कट्रोल करें। खाली पेट पपीता खाने से इसका फाइबर आंतों में जमे बैड कोलेस्ट्रॉल और फैट को कम करने में मदद करता है। साथ ही ये लिपोप्रोटीन को भी कम करता है और हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव में मदद करता है। खाली पेट पपीता खाने से शरीर को सिर्फ यही फायदे नहीं मिलते बल्कि, ये त्वचा के लिए फायदेमंद है। दरअसल, ये शरीर को डिटॉक्स करता है और खून को साफ रखता है जिससे त्वचा में नेचुरल ग्लो आता है। तो, अब से सुबह-सुबह नाश्ते से पहले लगभग 1 कटोरी पपीता काला नमक मिला कर जरूर खाएं I
पेट फूलने की समस्या में फायदेमंद
खाली पेट पपीता खाने से आप पेट फूलने की समस्या (bloating) से बच सकते हैं। खराब पाचन वाले लोगों के लिए रोजाना पपीता खाना जरूरी है। दरअसल, ब्लोटिंग कई बार स्ट्रेस के कारण भी होता है। पपीता पाचन तंत्र पर तनाव को दूर करती है और भोजन को तेजी से मेटाबोलाइज करने में मदद करती है। पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है, जो भोजन को तेजी से तोड़ने में मदद करता है और एसिडिटी को रोकता है। साथ ही इसके कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स पेट में सूजन को कम करने में भी मदद करते हैं। इस तरह खाली पेट पपीता खाना ब्लॉटिंग का इलाज कर सकता है।
पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को कम करता है
पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को कम करने में पपीता आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, पपीता एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और पीरियड्स के दर्द और ब्लॉटिंग को आसानी से कम कर सकता है। ये ऐंठन को कम कर सकता है। पपीते में मौजूद कैरोटीन गर्भाशय के संकुचन को प्रोत्साहित करता है और पीरियड्स को प्रेरित करता है जिस वजह से आप अनियमित पीरियड्स से बच सकते हैं। साथ ही कैरोटीन एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन को भी बढ़ाता है, जिससे पीरियड्स और प्रेग्नेंसी दोनों ही हेल्दी तरीके से रेगुलेट होते हैं।
कब्ज दूर करता है
पपीता कब्ज के मरीजों के लिए रामबाण इलाज है। इसमें फाइबर होता है जो कि बॉवेल मूवमेंट को तेज करता है और मल को सॉफ्त करता है जिससे आप आसानी से मल त्याग कर सकें। इसके अलावा पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जो कब्ज की समस्या को रोकता है और एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है। पपीते में मौजूद एक और एंजाइम काइमोपापेन सूजन का इलाज करता है और चयापचय में सुधार करता है। इसके अतिरिक्त, खाली पेट पपीता खाने से अपच, सूजन, कब्ज और पेट खराब होने जैसी पाचन संबंधी कई समस्याएं ठीक हो जाती हैं। अगर आप पुरानी कब्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं तब भी आपको खाली पेट पपीता खाना चाहिए।
पपीता खाने का सही समय
पपीता खाने का सही समय क्या है जैसे कि पपीता बहुत से लोग खाते होंगे परंतु उन्हें या नहीं पता होगा कि पपीता खाने का सही समय क्या होता है I बहुत से लोग पपीता सुबह दोपहर शाम सभी समय खाते रहते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता है कि पपीता खाने का सही समय क्या होता है इसलिए आइए हम आपको को पपीता खाने का सही समय के बारे में विस्तार से बताते हैं जिससे आप लोगों को भी पता हो सके कि पपीता किस समय खाना चाहिए अर्थात पपीता खाने का सही समय क्या होता है I
शाम को छह बजे के बाद कुछ फलों को खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं. सुबह के समय फलों का सेवन उत्तम होता है. इसलिए पपीते का सेवन भी सुबह के समय करने से ज्यादा लाभ मिलता है I पपीता आपके पेट के लिए एक एक अत्यंत उपयोगी फल है और यह कम अम्लीय है, यदि आप इसे आने नाश्ते खाते हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छा है और आपके मूड को ताजा और स्वस्थ बनाता है I पपीता खाने का सबसे अच्छा समय सुबह 5 बजे से 9 बजे के बीच माना गया है. नाश्ते में पपीता खाने से आप पूरे दिन फिट और ताजा महसूस करेंगे. सुबह खाया हुआ पपीता आपके स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है, क्योंकि यह दिन भर आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है I
पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए
पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं होगा इसलिए हम बताने वाले हैं कि पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए जैसा कि बहुत से लोग पपीता खाने के बाद कोई भी चीज खा लेते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता है कि पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए इसलिए आइए हम आप लोगों को नीचे सरल शब्दों में बताते हैं की पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए I
दही
पपीता और दही दोनो ही हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते है, लेकिन पपीता खाने के बाद कभी भी दही नही खानी चाहिए.पपीता की प्राकृत गर्म होती है और दही की ठंडी इसीलिए दोनो एकसाथ खाना स्वास्थ के लिए नुकसानदायक होता है I
नींबू
नीबूं हमारी अच्छी सेहत की लिए जरूरी है. सुबह खाली पेट नींबू और गुनगुना पानी पीने से पेट की समश्यों से आराम मिलता है I पपीता और नींबू साथ खाने से हीमोग्लोबिन की समस्या होती है I पपीता खाने के साथ या पपीता खाने के बाद नींबू खाने से एनीमिया होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.नींबू और पपीता दोनो के खाने के बीच कम से कम 5 से 6 घंटे का फर्क रखना चाहिए I
संतरा
पपीता और संतरा साथ में खाने से स्वास्थ से सम्बन्धित समस्याएं बढ़ जाती है. संतरा स्वाद में खट्टा होता है और पपीता मीठा इसीलिए दोनो को साथ में नही खाना चाहिए.संतरा और पपीता दोनो के खाने के बीच कम से कम 5 से 6 घंटे का फर्क रखना चाहिए I
रात को पपीता खाने के फायदे
रात को पपीता खाने से क्या फायदा होता है जैसा कि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि रात को पपीता खाने से क्या फायदा होता है इसलिए लगभग सभी लोग पपीता सुबह दोपहर के समय ही खाते हैं परंतु रात में बहुत ही कम लोग खाते होंगे जिनको पता होगा कि रात में पपीता खाने से क्या फायदा होता है I मैं बता दूं कि रात में पपीता खाने से बहुत फायदा होता है जो बहुत से लोग नहीं जानते हैं इसलिए आइए हम आप लोगों को बताते हैं कि रात में पपीता खाने से क्या फायदा होता है I
पपीता कब नहीं खाना चाहिए
पपीता कब नहीं खाना चाहिए जैसा कि बहुत से लोग हर समय पपीता खाते रहते हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता होता है कि पपीता कब नहीं खाना चाहिए इसलिए हम आप लोगों को इसके बारे में बहुत ही विस्तार से तथा सरल शब्दों में बताने वाले हैं जिससे आप लोगों को बहुत ही आसानी से पता हो सके कि पपीता कब नहीं खाना चाहिए तो आइए इसके बारे में हम आप लोगों को नीचे बताते हैं कि पपीता कब नहीं खाना चाहिए I
पपीता उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जो किसी तरह की एलर्जी से पीड़ित हैं. पपीता के अंदर एक एंजाइम होता है जिसे चिटिनेज कहते हैं. ये एंजाइम लेटेक्स पर क्रॉस रिएक्शन कर सकता है. इससे आपको छींक आना, सांस लेने में तकलीफ, खांसी या आंखों से जुड़ी समस्या होने का खतरा रहता है I
गाढ़े खून की दिक्कत में
बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनका खून नॉर्मल से ज्यादा गाढ़ा होता है. ऐसे लोगों को डॉक्टर खून पतला करने के लिए दवाएं देते हैं. जो लोग खून को पतला करने वाली दवाओं का सेवन करते हैं. उनको पपीते के सेवन से बचना चाहिए या फिर उनको डॉक्टर की सलाह पर ही पपीता खाना चाहिए I
प्रेग्नेंसी के दौरान
प्रेग्नेंट महिला को कच्चा या पका किसी भी तरह का पपीता नहीं खाना चाहिए. पपीते की तासीर बेहद गर्म होती है. जिसकी वजह से इसको खाने से गर्भवती महिलाओं को दिक्कत हो सकती है और गर्भ में मौजूद भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है. इतना ही नहीं पपीता खाने से गर्भपात होने का खतरा भी बना रहता है I
लो शुगर पेशेंट को
पपीता ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम भी करता है. जो लोग ब्लड शुगर लेवल कम करने के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं. उनको पपीते का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए. वरना इससे दिक्कत हो सकती है I
एलर्जी वाले लोग
लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों को पपीते से भी एलर्जी हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पपीते में चिटिनासेस नामक एंजाइम होता है.एंजाइम लेटेक्स और उनमें शामिल भोजन के बीच एक क्रॉस-रिएक्शन की वजह बन सकता है, जिससे छींकने, सांस लेने में कठिनाई, खांसी और आंखों में पानी आता है. कुछ लोगों को पके पपीते की गंध भी अप्रिय लग सकती है I
गुर्दे की पथरी वाले लोग को
पपीते में ज्यादा मात्रा में विटामिन सी होता है. पोषक तत्व एक रिच एंटीऑक्सीडेंट है, लेकिन पहले से ही गुर्दे की पथरी की समस्या से पीड़ित लोगों के जरिए इस पोषक तत्व के ज्यादा सेवन से स्थिति और खराब हो सकती है.विटामिन सी के बहुत ज्यादा सेवन से कैल्शियम ऑक्सालेट किडनी स्टोन का निर्माण हो सकता है. ये पथरी के साइज को भी बढ़ा सकता है, जिससे यूरीन के जरिए इसे पार करना कठिन हो जाता है I
गर्भवती महिलाएं को
बच्चे के विकास और गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ भोजन करना महत्वपूर्ण है. लेकिन पपीता एक ऐसा फल है जिसे इस लिस्ट से बाहर कर देना चाहिए.मीठे फल में लेटेक्स होता है जो गर्भाशय के संकुचन को ट्रिगर कर सकता है, जिससे शुरुआती प्रसव हो सकता है. इसमें पपैन होता है जिसे शरीर गलती से प्रोस्टाग्लैंडीन समझ लेता है, जिसका इस्तेमाल आर्टिफिशियल रूप से लेबर को प्रेरित करने के लिए किया जाता है.ये भ्रूण को सहारा देने वाली झिल्ली को भी कमजोर कर सकता है. ये ज्यादातर आधे-पके पपीते के मामले में होता है I
क्या रात के समय पपीता खाना चाहिए?
पपीता पाचन के लिए बहुत ही अच्छा होता है. रात का खाना खाने के बाद पपीता खाने से बचना चाहिए. क्योंकि इसके बाद यह आपके पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकता है
क्या पपीता ठंडा होता है?
पपीते का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत खतरनाक है क्योंकि पपीते की तासीर गर्म होती है. इसकी पत्तियों में पपाइन नाम का एक कंपाउंड तत्व होता है I
सुबह खाली पेट कौन सा फल खाना चाहिए?
अगर आप केला, अमरुद, तरबूज, पपीता जैसे फलों का सेवन खाली पेट करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है।
पपीता खाने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए?
अगर आपने फल खाया है तो कायदे से आपको एक घंटे के बाद आपको पानी पीना चाहिए। इससे आपको कोई समस्या नहीं होगी।
पका पपीता में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
पपीते में विटामिन सी तो भरपूर होता ही है साथ ही विटामिन ए भी पर्याप्त मात्रा में होता है I
पपीता खाने का सही टाइम क्या होता है?
पपीते को सुबह 5 बजे से 9 बजे तक खाना चाहिए। जबकि आयुर्वेद के मुताबिक 6 बजे के बाद पपीता खाना पेट के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
क्या पपीता खाने से गैस बनती है?
पपीता में भी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ऐसे में पपीता खाने से भी गैस और कब्ज की समस्या नहीं होती है I
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