रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द: शरीर के किसी भी अंग में दर्द हो वह छोटा और बड़ा नहीं होता क्योंकि जब दर्द बढ़ जाता है तो वह बहुत परेशान करता है और हमारे शरीर में विकार उत्पन्न कर देता है जिससे हम लोग स्वस्थ नहीं रह पाते हैं इसीलिए मैं आप लोगों से यह बताना चाहता हूं कि दर्द तो बहुत जगह होता है लेकिन सबसे ज्यादा खतरनाक दर्द जो होता है वह रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है तुम्हारी ड की मांसपेशियों में दर्द होता हैतो आप लोगों को यह समझना चाहिए कि आखिर दर्द किस वजह से हो रहा है तथा इसका कारण क्या है तथा इसका इलाज क्या होगा इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए मैं आप लोगों से या निवेदन करना चाहता हूं कि किसी भी ऐसी समस्या को आप हल्के में ना लें क्योंकि यह जानलेवा भी हो सकता है आजकल बहुत सारे लोगों को ऐसी बीमारी होती है की रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है तथा धीरे धीरे बहुत बड़ी मात्रा में हो जाता है और हड्डियों को बुलाना शुरू कर देता है और बोन टीवी के रूप में हुआ हमारे शरीर में विकसित हो जाता है इसीलिए मैं आप लोगों से बताना चाहूंगा कि आप लोग किसी भी बीमारी को हल्के में ना लें उसकी तुरंत जांच करवाए अथवा अच्छे डॉक्टर से मिले तो सर दर्द करता है तो उसका नियमित रूप से खानपान परहेज पर ध्यान दीजिए जिससे कि आप लोग स्वस्थ रह सकें रीड की हड्डी का सबसे खतरनाक बीमारी होता है माइलो पति नामक बीमारी शरीर की स्पाइन की हड्डियों को संकुचित कर देता है तथा उसमें बहुत सारी कमियां आ जाती है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होते हैं और जानलेवा भी हो सकती हैं

कमर के निचले हिस्से में दर्द का इलाज (रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द)
कमर के निचले हिस्से में दर्द का मतलब हुआ कि आपको आपके लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण ही आपको ऐसी समस्या आती है इसीलिए मैं आप लोगों को बताना चाहूंगा कि कमर दर्द कभी-कभी ज्यादा वजन उठाने से तथा लेटने बैठने तथा दौड़ने खेलने इत्यादि से भी थोड़ी तकलीफ हो जाती है इसीलिए मैं आप लोगों को आज कमर के निचले हिस्से में दर्द के इलाज के बारे में जानकारी देना चाहता हूं कि आप लोग कौन-कौन सा इलाज इसके अंतर्गत कर सकते हैं तो मैं आप लोगों को बता दूं कि कमर दर्द के लिए कुछ घरेलू उपाय भी होते हैं जैसे कि तुलसी के पत्ते का तेल लगाकर उस अपने कमर दर्द को ठीक कर सकते हैं उसी प्रकार मैं आप लोगों को आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बताना चाहूंगा तथा पतंजलि दवा के बारे में बताना चाहूंगा होम्योपैथिक दवाओं के बारे में बताना चाहूंगा एलोपैथिक दवाइयां भी होती हैं मैं आप लोगों को एक-एक करके सभी प्रकार के दवाओं के बारे में प्रयास करूंगा जिससे कि आप लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें और अपने आप को उसके तो मैं आप लोगों को आज कुछ कमर के निचले हिस्से में दर्द के कुछ इलाकों के बारे में बताना चाहता हूं जो कि आयुर्वेदिक तथा घरेलू तथा पतंजलि रूप में पाए जाते हैं जो नीचे निम्नलिखित है।
कमर के निचले हिस्से में दर्द के इलाज इन हिंदी/lower back pain treatment in hindi |
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तुलसी के पत्ते पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लिए बहुत आरामदायक होता है। |
खसखस का बीज और मिश्री को पीसकर पाउडर बनाकर उसको एक एक चम्मच से रेगुलर लेना चाहिए जो कि बहुत लाभदायक होता है। |
हर्बल आयल पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लिए बहुत लाभदायक होता है। |
लहसुन का तेल कमर के निचले हिस्से में दर्द के लिए लाभदायक होता है। |
गेहूं का पानी तथा गेहूं का तेल पीठ के दर्द के लिए बहुत लाभदायक होता है। |
बर्फ से सिकाई करना कमर के निचले हिस्से के दर्द के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। |
गर्म पानी के भाव से सिकाई दर्द के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। |
सरसों का तेल और लहसुन को पीसकर तेल में मिलाकर लगाने से बहुत आराम मिलता है कमर के निचले हिस्से में। |
गेहूं की रोटी और तिल का तेल कमर के निचले हिस्से में दर्द के लिए बहुत लाभदायक होता। |
दूध प्रोटीन कैल्शियम पेट तथा कमर के निचले हिस्से में दर्द के लिए लाभदायक होता है। |
गर्दन के नीचे पीठ में दर्द/back pain below neck
अगर आप गर्दन तथा पेट तथा कमर के दर्द से परेशान हैं तो मैं आप लोगों को आज उसके इलाज के लिए कुछ तरीकों के बारे में बताऊंगा कि आप लोगों को क्या करना चाहिए तो सबसे पहले मैं आप लोगों को या बताना चाहूंगा कि उसमें आप लोगों को अपनी लाइफ स्टाइल अपने जीवनशैली में सुधार करना होगा कि आप को किस प्रकार से रहना है किस प्रकार से लेना है किस प्रकार से बैठना है तथा किस प्रकार से उठना पदार्थ किस प्रकार से आपको कार्य करना है क्योंकिजो गर्दन का दर्द होता है वह हमारे उठने बैठने तथा खराब लाइफस्टाइल के वजह से ही होता है इसीलिए मैं आप लोगों को इसके राहत के लिए सबसे पहले आप लोगों को या बताना चाहूंगा कि आप लोग अपने खराब लाइफस्टाइल में सुधार करें और अपने आप को उस से बचाने के लिए अपनी जीवनशैली में सुधार करें उठने बैठने का तरीका को समझें तथा अपने शरीर की स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए योगा व्यायाम तथा मालिश पर विशेष ध्यान दीजिए जिससे कि आप स्वस्थ रह सकें और आपके कमर तथा रेड तथा गर्दन में दर्द की समस्या ना हो जिससे आप स्वस्थ रह सकें और यही हम आपसे आशा है कि आप लोग इन सारी चीजों को बहुत थी अच्छे से ध्यान देंगे और अपने आपको इससे निपटने के लिए महसूस करेंगे उसके लिए मैं आप लोगों को कुछ उपाय बताता हूं जो नीचे लिस्ट के माध्यम से दिया गया।
- गर्दन में दर्द का सबसे बड़ा जिम्मेदारी यह होता है कि इसमें आप किस सोने का तरीका बहुत खराब होता है इसी वजह से आपके गर्दन में दर्द आ जाता है जैसे आप गर्दन के नीचे तकिया लगाते हैं अथवा आप चारपाई पर लेटते हैं तखत पर नहीं यही वजह से आपके गर्दन में दर्द हो जाता है
- घुटने के बीच तकिया लगाकर सोए।
- गर्दन के नीचे तोलिया रखकर सोए
- स्ट्रैचिंग और एक्सरसाइज करें।
- कमर के नीचे तोलिया रखें।
- कमर दर्द होने पर बेल्ट का प्रयोग करें।
- गर्दन दर्द होने पर गर्दन बेल्ट का प्रयोग करें।
- अगर दर्द होने पर गर्दन की मालिश करें।
रीढ़ की हड्डी में टीबी के लक्षणों/Symptoms of spinal TB
आज के समय में बहुत सारे लोगों को रीड की हड्डी में टीबी हो जाता हैजो कि लोगों के लिए बहुत हानिकारक होता है और इससे उनकी जान भी जा सकती है क्योंकि इसमें उनकी हड्डियां गलने लगती हैं और एक संक्रमण रोग होता है इस रोग के होने से आपके परिवार के लोगों को भी या रोग हो सकता है क्योंकि इसमें ऐसे संक्रमण यू होते हैं जो हमारे लिए बहुत हानिकारक होते हैं इसीलिए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो बोन टीबी के लक्षण कारण प्रकार के बारे में जानना होगा तो मैं आप लोगों को सबसे पहले उनके कुछ लक्षणों को नीचे एक टेबल के माध्यम से अथवा एक लिस्ट के माध्यम से बताना चाहूंगा और उसके बाद में मैं आप लोगों को उसके प्रकार तथा उनके कारणों के बारे में तथा उनके इलाज के बारे में जानकारी दूंगा जो कि नीचे स्टेप बाय स्टेप दिए जाएंगे तो सबसे पहले मैं आप लोगों को उनके लक्षणों के बारे में जानकारी देना चाहता हूं जो लिस्ट के बाद दिए गए हैं
- पीठमें असहनीय दर्द होना
- कुट्टू रोग रीढ़ की हड्डियों में टीवी
- जोड़ों में दर्द
- कशेरुक डिस्क का कोचिंग।
- कार्पल टनलसिंड्रोम
- वक्षिए क्षेत्र में बेचैनी होना।
- कमर की हड्डी में दर्द होना।
- कलाई में दर्द होना।
- रीड की हड्डी में कूबड़ होना।
- कशेरूका हड्डियों का गलना था उनका विनाश होना।
- हड्डियों को व्यवस्थित महसूस करना।
- खांसी बुखार आना
- हड्डियों की संरचना एवं बनावट में विकृति आना।
- नर्म उत्तक में सूजन आना।
- अंग तथा हड्डियों का छोटा होना।
- मस्तिष्क संबंधी समस्याएं।
- ओस्टियोआर्टिकुलर अभिव्यक्तियाँ।
- कमर की हड्डियों में दर्द होना तथा उसका छोटा होना।
- पूरे शरीर के हड्डियों का गलना तथा उनका पतला होना।
- पूरे शरीर में दर्द तथा बुखार होना।
इस प्रकार से हम लोग कह सकते हैं कि अगर आप तथा हम इन सारे लक्षणों को पहचान जाएं तथा उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर ले तो टीवी हड्डियों में नहीं होगा तथा अगर होगा भी तो हम उनका इलाज तथा उपचार जान सकेंगे तथा उनके कारणों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे इसीलिए मैंने आप लोगों को इन सारे लक्षणों के बारे में बताया था कि आप लोग उन सारी चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके और उन्हें पहचान सके किया किस प्रकार से होता है और सारी चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त करके आप लोग हमको उन चीजों के बारे में जानकारी देंमैं आप लोगों को बोन टीवी के प्रकाशन के काल तथा उनके इलाज के बारे में नीचे एक लिस्ट बाय लिस्ट था 1 हेडिंग बाय एडिंग स्टेप बाय स्टेप जानकारी देंगे जो कि आप लोगों के लिए तन महत्वपूर्ण होगा।
रीड के हड्डी में टीबी के प्रकार/Types of TB in the spinal cord
रीड की हड्डी में टीवीहो जाने पर हमारे शरीर को बहुत सारा नुकसान हो जाता है तथा हमें बहुत ज्यादा परेशानी हो जाती है और हमें बहुत आसान है दर्द होता है और हमारे शरीर की हड्डियां करने लगती हैं जिससे हम लोगों परेशान हो जाते हैं आज हम आप लोगों को उनके प्रकार के बारे में बताना चाहता हूं कि वह कितने प्रकार के होते हैं आप लोग उनको लिस्ट भाई लिस्ट देख सकते हैं जो कि नीचे एक टेबल के माध्यम से दिया गया है धन्यवाद।
रीढ़ की हड्डी में टीबी के प्रकार/Types of TB in the spinal cord |
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टांगो के जोड़ों का बोन टीवी छह रोग। |
रीड की हड्डी का टीवी क्षय रोग। |
कुल्ले के जोड़ों का छय रोग। |
कोहनी का क्षय रोग। |
घुटने के जोड़ों का छह रोग। |
ऊपरी भाग का क्षय रोग। |
रीड के हड्डी में टीबी के कारण/Causes of TB in the reed bone
रीढ़ की हड्डी में टीबी के बहुत सारे कारण भी होते हैं मैं आप लोगों को आज उन सभी कारणों के बारे में जानकारी दूंगा जो कि हम लोगों के लिए बहुत हानिकारक होते हैं तथा उनके कार्यों के बिना जाने हम लोग उनका इलाज नहीं कर सकते हैं इसीलिए मैं आप लोगों को उनके कार्यों के बारे में जानकारी देना चाहता हूं जो कि एक लिस्ट के माध्यम से एक टेबल के माध्यम से दूंगा जो नीचे निम्नलिखित हैं।
रीढ़ की हड्डी में टीबी के कारण/Causes of TB in the spinal cord |
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रीढ़ की हड्डी में टीवी के माध्यम से हो जाता है क्योंकि एक संक्रमण रोग है जो हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में चला जाता है और वह से बहुत परेशान कर देता है |
रीढ़ की हड्डी में टीवी के माध्यम से हो जाता है क्योंकि एक संक्रमण रोग है जो हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में चला जाता है और वह बहुत परेशान कर देता है |
अनुचित उपचारयदि समय से उपचार नहीं हुआ फेफड़ों की हड्डी अथवा रीढ़ की हड्डी मिट्टी भी तो वह उसके लिए बहुत जानलेवा हो सकता है क्योंकि उसमें बैक्टीरिया होती है। |
तपेदिक या यह टीवी के लिए एक प्रेरक एजेंट के रूप में कार्य करता है। |
रीड के हड्डी में टीबी के इलाज/Treatment of TB in reed bone
जैसे कि आप लोग जानते हैं कि रीढ़ की हड्डी में टीबी का हो जाना एक बहुत गंभीर समस्या का हो जाना होता है लेकिन मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर हो भी गया है तो आप लोग उससे परेशान ना हो कर उसके इलाज के बारे में सोचिए तो यह आपके लिए लाभदायक होगा तथा आपका मानसिक संतुलन भी बना रहेगा तो मैं आप लोगों को आज इसके बहुत सारे इलाज ओं के बारे में जानकारी दूंगा जो आप लोगों के लिए अति महत्वपूर्ण होगा तो आप लोगों को मैं एक टेबल के माध्यम से उन सभी प्रकार की इलाज ओं के बारे में जानकारी दूंगा जो कि बोन टीवी के लिए बहुत ही लाभदायक होता है जो नीचे निम्नलिखित हैं।
रीढ़ की हड्डी में टीवी के रोकथाम एवं इलाज/Prevention and treatment of TV in the spine |
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सर्जरी लैमिनेक्टॉमी का उपचार, |
दवाइयां रिफैम्पिसिन, एथमब्युटोल, आइसोनियाज़िड और पाइरेज़िनमाइड |
रोकथाम के उपाय तम्बाकू, शराब का अत्यधिक सेवन, परिष्कृत उत्पाद, चिकन, चिप्स, प्याज, और अन्य तली हुई चीजें |
एमडीआर उपचार एंटीट्यूबरकुलर दवा का संयोजन |
डॉट्स (DOTS) उपचार एंटीट्यूबरकुलर दवा के वर्गीकरण के तहत आने वाली सभी दवाओं की सूची शामिल है। |
एक्सडीआर-टीबी अमीनोग्लाइकोसाइड्स, पॉलीपेप्टाइड्स, थियाजाइड्स और पैरा |
एक्सटेंसिवली ड्रग-रेसिस्टेंके |
रीढ़ की हड्डी में पानी/spinal cord water
रीढ़ की हड्डी में पानी आने का मतलब हो गया कि पेड़ के हड्डी के नसों में ट्यूमर हो जाना इसीलिए मैं आप लोगों को आज रीढ़ की हड्डी की नसों में ट्यूमर होने की कुछमहत्वपूर्ण कारण तथा उसके कुछ लक्षण हो सकते हैं तथा मैं आप लोगों को उनके कारण लक्षण प्रकार तथा उनके उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी देना चाहता हूं और हमें आशा है कि आप लोग उन सारी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करके बहुत ही अच्छा महसूस करेंगे और हमें आशा है कि आप लोग भी उन सारी चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और इस प्रकार से हम आप लोगों को नीचे उनके स्टेप बाय स्टेप लक्षण कारण तथा प्रकार तथा उनके उपचार के बारे में जानकारी देना चाहता हूं जो नीचे निम्नलिखित है।
रीड की हड्डी में पानी होने के लक्षण रीड की हड्डी की नसों में ट्यूमर/Symptoms of having water in the spinal cord Tumors in the nerves of the spinal cord
रीढ़ की हड्डी में पानी होने तथा रीड के हड्डी की नसों में ट्यूमर होने के बहुत सारे लक्षण हैं जो मैं आप लोगों को एक-एक करके लिस्ट के माध्यम से जानकारी देना चाहता हूं जो नीचे निम्नलिखित हैं।
- दृष्टि संबंधित समस्याएं।
- सिर दर्द करना खासकर सुबह सुबह के समय।
- जी मिचलाना उल्टी होना खासकर सुबह के समय।
- बोलने या सुनने में समस्या होना।
- संतुलन बिगड़ना या समन्वय संबंधित समस्याएं उत्पन्न होना चलने फिरने में दिक्कत होना।
- बाजू या टांगों में दिक्कत होना।
- दौरा पड़ना
- थकावट महसूस करना अथवा का गतिविधियों में परिवर्तन होना।
- वजन कम ज्यादा हो ना बिना किसी वजह के।
- हार्मोन का परिवर्तन होना तथा उसका लक्षण दिखाई देना।
- व्यक्तित्व में परिवर्तन होना।
- किसी कंपटीशन के प्रदर्शन में परिवर्तन होना।
- सोचने विचारने की तथा याद रखने की समस्या।
- कमजोरी झुनझुनी या शरीर के एक भाग में परिवर्तन होना।
- सिर के एक तरफ झुनझुनी होना।
- शिशुओं में सिर का आकार बढ़ जाना
इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि जब हमारे शरीर में ऐसी समस्या आ जाती है तो हमें उनके लक्षणों को पहचानना अति आवश्यक होता है और इन लक्षणों को पहचानने में हमको मदद मिलती है और हमें या पता होना चाहिए कि यह बीमारी आखिर किस कारण से होता है तो मैं आप लोगों को बता दूं कि है या मैं तंत्रिका तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य करता है।
रीड के हड्डी में पानी आने का कारण/The reason for getting water in the reed bone
रीड के हड्डी के नसों में ट्यूमर होने के बहुत सारे कारण हैं मैं आप लोगों को उनकोएक लिस्ट के माध्यम से बताना चाहता हूं जो नीचे निम्नलिखित हैं आप लोग उन सारी कारणों को जानकर बहुत ही अच्छा महसूस करेंगे।
व्यवहार भावना एवं सामाजिक सेवा के लिए उत्तरदाई होता है |
शारीरिक क्रियाएं जैसे कमजोरी संतुलन इत्यादि। |
सोचने विचारने समझने तथा स्मृति संबंधी समस्याएं |
बोलने सुनने कथा दृष्टि संबंध है समस्याएं। |
दौरा पड़ना जिसे लोग देहात में मिर्गी कैसे हो जाता है। |
हार्मोन संतुलन संबंधित समस्याएं। |
- सिर के पिछले हिस्से में दर्द के कारण
- पहले महीने में गर्भपात के लक्षण
- खाना खाने के बाद पेट में गैस बनना
- महिलाओं में हर्निया के लक्षण
रीड की हड्डी में पानी आने का कारण/cause of water in the reed bone |
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तंत्रिका-सम्बंधित जाँच, स्मृति, देखने, सुनने, मांसपेशियों की ताकत, संतुलन, समन्वय और प्रतिवर्ती क्रियाओं सहित मस्तिष्क के कामों के विभिन्न पहलुओं को मापता है। |
स्वास्थ्य इतिहास और शारीरिक जांच से चिकित्सक को लक्षणों, सामान्य स्वास्थ्य, पिछली बीमारी और जोखिम कारकों के बारे में जानने में मदद मिलती है। |
अब आप लोग यह जान सकते हैं कि मैंने आप लोगों को किस प्रकार से इन सारी चीजों के बारे में जानकारी दिया और इसके कुछ प्रमुख कारण ऊपर दिए गए हैं मुझसे आप लोग उन सारी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो जाएगी धन्यवाद
रीड के हड्डी में पानी आने का इलाज रीड के हड्डी के नसों में ट्यूमर का इलाज/Treatment of water in the reed bone Treatment of tumor in the veins of the reed bone
अब हम आप लोगों को रीढ़ की हड्डी में पानी आने का तथा पेड़ के हड्डी के नशे मेंट्यूमर होने के इलाज के बारे में आप लोगों को जानकारी देंगे तथा उसके इलाज के बारे में कुछ उपाय बताएंगे जो नीचे एक लिस्ट के माध्यम से दिया गया है आप लोग उसको बोलती अच्छे से करेंगे जो की टेबल में बनाया गया है और हमें आशा है कि आप लोगों के बल को बहुत ही अच्छा से जानकारी प्राप्त करेंगे धन्यवाद।
रीढ़ की हड्डी की नसों में ट्यूमर का इलाज/Tumor treatment of spinal cord nerves |
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पौष्टिक भोजन खाएं। |
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एक्टिव रहें। |
पर्याप्त नींद लें। |
अपने शरीर का संतुलन बनाए रखें एवं स्वस्थ रहें |
तनाव को नियंत्रित करें और चिंता ना करें। |
पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लक्षणों/Symptoms of lower back pain
पेट के निचले हिस्से में दर्द के बहुत सारे लक्षण हैं मैं आप लोगों को उन सभी लक्षणों के बारे मेंजो नीचे दिया गया है और हमें आशा है कि आप लोग इस जानकारी को बहुत ही अच्छे से घर करेंगे और उस टेबल में बने आकृति के हिसाब से आप लोग जानकारी प्राप्त करेंगे कि पेट में दर्द के कितने लक्षण होते हैं जो नीचे दिए गए हैं।
पेट के निचले हिस्से में दर्द के लक्षण/Symptoms of lower abdominal pain |
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चलने में असमर्थ हो ना। |
दर्द में सुधार ना होना और उसमें ज्यादा दर्द। |
पेशाब का बिना जाने निकल जाना। |
मल मूत्र को संतुलन में आरक्षण ना रख पाना। |
पैर में कमजोरी हो जाना लकवा मार देना। |
गोदा जननांग तथा आसपास के अंगों को सुन्न हो जाना। |
अजीब तरीके से झुकने से। |
अत्यधिक कठिन व्यायाम करने से। |
अत्यधिक बुझा उठाने से। |
पीठ में बहुत तेज दर्द होना। |
दोनों पैरों में दर्द संगिनी महसूस करना। |
मुद्रा से तथा आज के हिस्से में नियंत्रण होना। |
रीड की हड्डी इमेज/reed bone images

मानव शरीर की संरचना रीड के हड्डी से मुख्य रूप से जुड़ा होता है क्योंकि रीढ़ की हड्डी 33 खंडों की होती हैमेरुदंड के भीतर ही मेरे नाल मैं मेरुराज्य सुरक्षित रखता है मेरुदंड कशेरुक दंड की अत्यंत छोटी-छोटी हड्डियों से मिलकर बना होता है और जो कशेरुक कहलाती है जिनकी संख्या 26 होती है उनके पांच प्रमुख अंग होते हैं जो नीचे टेबल में दिए गए।
रीड की हड्डी की इमेज के महत्वपूर्ण भाग/Important parts of a bone image |
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गर्दन पर (ग्रैव) 7 |
पृष्ठीय, या वक्षीय 12; |
कटि पर 5; |
त्रिकास्थि (sacrum) और |
कोसेजी (coseyse)। |
रीढ़ की हड्डी में सूजन उपचार/Spine Inflammation Treatment
रीड से संबंधित बहुत सारे रोग होते हैंजैसे की रीड की हड्डी में टीबी हो ना जिसे बोन टीवी के नाम से जाना जाता है तथा रीड की हड्डी में ट्यूमर होने पर गड्ढे में पानी भर जाना ना शौक में बोन टयूमर हो जाना बहुत सारे लोग होते हैं लेकिन मैं आप लोगों को अच्छा बताने वाला हूं कि अगर आपके रीढ़ की हड्डी में सूजन हो गया हो तो आप लोगों को उसके उपचार के लिए क्या करना होगा तो इसीलिए मैंने सोचा कि आप लोगों को इन सारी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी दें ताकि अच्छी चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाए तो मैं आपके बारे में जानकारी लेना चाहता हूंजिसमें रीड की हड्डी के सूजन के उपचार के बारे में कुछ आयुर्वेदिक तथा कुछ पतंजलि तथा कुछ घरेलू दवाओं के नाम दिए जाएंगे जिससे आप लोग उनका इलाज करके राहत पा सकते हैं रीड के हड्डी में सूजन के कारण हो सकता है चोट लगना तथा कहीं पर मोच आ जाना अथवा देखने बैठने में दिक्कत लेना तथा कई अन्य सारी दिक्कतें होती हैं जैसे व्यायाम करते समय सूजन आ जाना ऐसे कई सारी दिक्कतें हमारे सामने आती है जो कि हमारी चोट लगने की वजह से हो जाती हैं इसीलिए मैं आप लोग को कुछ आयुर्वेदिक तथा कुछ लोगों के माध्यम से बताता हूं जो आप लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
रीड की हड्डी के सूजन के आयुर्वेदिक उपचारAyurvedic Treatment for Inflammation of the Spinal Bone | रीड की हड्डी के सूजन के घरेलू तथा पतंजलि उपचार/Home and Patanjali remedies for swelling of the spine |
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एकांगवीर रस 10 ग्राम | हल्दी का दूध का सेवन करें एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर |
अरंडी का तेल खाने से। | पंजलि दिव्या अश्वगंधा का प्रयोग करें |
चंद्रप्रभा वटी का प्रयोग करने से | पतंजलि सुरजन मीठी |
अश्वशिला | पतंजलि वाती चूर्ण |
त्रयोदशी गूगल के बाद एक एक गोली खाने से बहुत फायदा मिलता है। | मेथी का चूर्ण और उसका दाना रात में भिगोकर सुबह एक गिलास दूध के साथ खाने से बहुत फायदा होता है कैल्शियम होता है |
सूखे मेवे का सूजन | कद्दू के बीज का सेवन |
रीढ़ की हड्डी की मजबूती की देशी दवा/native medicine for spinal strength
रीड हड्डी की मजबूती की कुछ बहुत ही बेहतरीन दवाओं के बारे में आज हम आप लोगों को बताना चाहते हैं जिससे कि हमें अगर हमारे किसी हड्डी में चोट लग जाते तथा हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी है तो उसको बढ़ाने के लिए हमें क्या खाना चाहिए तथा किस प्रकार का इलाज करना चाहिए तथा उसके लिए घरेलू उपचार क्या है तथा उसके लिए उपचार किया है जिससे कि हमारे शरीर की हड्डियों में दिक्कत ना हो तथा हमारे देश की हड्डी की मजबूती बढ़ जाए इसके लिए हम आप लोग को कुछ देसी दवाओं के बारे में बताना चाहते हैं जो नीचे टेबल के माध्यम से दिया जाएगा और आप उसमें देख लिया पहचान सकेंगे किस प्रकार से सारी चीजों के बारे में बताया गया है जो कि हमारे शरीर के लिए धन्यवाद।
रीढ़ की हड्डी की मजबूती की देशी दवा/native medicine for spinal strength |
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की हड्डी के मजबूती के लिए फलियों का सेवन करें क्योंकि इसमें प्रोटीन फाइबर तथा फिर से मजबूत होते हैं। |
खट्टे फल जैसे नींबू संतरा आंवला इत्यादि का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें विटामिन उपलब्ध होता है जो कि हमारी ऊतकों को मजबूत करता है |
पनीर खोया दूध दही याद में कैल्शियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है। लेकिन इसके ज्यादा उपयोग से ओस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। |
नट्स खाने से जैसेबादाम अखरोट खाने से दिल के हड्डी को मजबूती मिलती है क्योंकि इसमें विटामिन कैल्शियम तथा सभी प्रकार के मिनरल्स मौजूद होते हैं। |
रीड की हड्डी के मजबूती के लिए फिश आयल ही बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |
नारंगी सब्जियां जैसे मूली गाजर टमाटर बैंगन इतिहास बहुत मशहूर होते हैं |
वेयर इजब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रसबेरी जैसे बेरीज एंटीऑक्सिडेंट |
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक मेथी धनिया इत्यादि रीड़ के हड्डी के लिए उपयोगी होती है। |
नियमित रूप से योगासन करना भी रीढ़ की हड्डी को मजबूती देता है |
नियमित रूप से व्यायाम करना तथा कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करना। |
इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि अगर हम और आप इस दिए गए टेबल में से जितने भी महत्वपूर्ण तत्व बताए गए हैं उनका सेवन अगर हम अपने भोजन में नियमित रूप से करें तो हमें आशा है कि हम लोगों को रीड की हड्डी के कमजोर होने की समस्या से समाधान मिल जाएगा और हम स्वस्थ रह पाएंगे और हमें बोन टीबी होने की समस्या से भी निस्तारण मिल जाएगा
निष्कर्ष conclusion
क्या पूरा कंटेंट पढ़ने के बाद यह निष्कर्ष निकला कि इसमें संपूर्ण पोस्ट में रीड के हड्डी को मजबूत करने के लिए रीड के हड्डी को मजबूत करने की दवाओं तथा रीड की हड्डी में होने वाली बीमारियों तथा रीढ़ की हड्डी में पानी आने पर क्या करें तथा रीड के हड्डी के लक्षण तथा रीड के हड्डी में होने वाली बीमारियों के कारण तथा रीड के हड्डी से होने वाले दिक्कतों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया है और इसमें बहुत सारी दवाओं का इलाज है तथा उसके पतंजलि उपयोगिता आयुर्वेदिक उपयोग तथा उनके सारी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया है धन्यवाद