रंध्र क्या है चित्र द्वारा दर्शाए
रंध्र क्या है: एक समृद्धि पत्ती का शरीर तथा पृष्ठ आधार पत्ते का शरीर अधिकांश समन ही है लेकिन उनमें कुछ जनता भी देख सकते हैं इसमें ऊपरी तथा निचली बाय त्वचा पर एक समान क्यूट कल होती है और उसमें दोनों सतह पर रंध्र की संख्या लगभग समान होती है घास के ऊपर बाहरी त्वचा कुछ कोशिकाएं लंबे खाली तथा रंगीन होती है इन कोशिकाओं को अवध रक्त कोशिकाएं कहते हैं जब कोशिका सफेद होती हैं तब कोशिका मुड़ी हुई पत्तियां को खोलने में सहायक करते हैं वाष्प उत्सर्जन कि अधिक दर होने पर यह पत्तियां वाष्प उत्सर्जन किधर कम करने के लिए मुड़ जाती हैं एक बीज पत्री की पत्तियों में सिरा विन्यास समांतर होती हैं इसका पता तब लगता है जब हम पत्तियों की लंबवत काट देखते हैं जिसमें शवाहन बंडल का माप भी एक समान होती हैं

जल रंध्र क्या है (what is water stoma)
कभी-कभी कुछ कोशिकाएं जो जल रंध्र के आस पास होती हैं उनकी आकृति माफ तथा पदार्थों की विशिष्टता आ जाती है इन कोशिकाओं को सहायक उसका कहते हैं रन दृश्य क्षेत्र द्वारा कोशिका तथा सहायक कोशिकाएं मिलकर बनते हैं उन्हें जल रंध्र कहते हैं
रंध्र क्या है रंध्रों के कार्य लिखिए (What is stomata Write the function of stomata)
रंध्र का कार्य होता है या पौधों में जल ले जाने का कार्य करता है तथा यह पौधे के विभिन्न अंगों तक जल पहचानता रहता है जिससे पौधे में कोमलता बनी रहती है और रंग पौधे के हरी-भरी रखने में सहायक होता है तथा यह भी जाने पर भी यहां बहुत सहायक होता है तथा यह पौधे को कभी कुमुल आन नहीं देता है यह जमीन से पानी को खींचकर पौधे तक पहुंचाता है यही रंध्र क्या है रंध्रों के कार्य है
वात रंध्र क्या है (what is vata stoma)
जो वाहिका कैवियम से बाहर तक कि उसको को संगीत करता है अतः इसमें द्वितीयक फलों एवं भी शामिल है मौसम के शुरुआत में जो छाल बनती है उसे प्रभारी या कोमल छाल कहते हैं और मौसम के अंत में बनने वाली छाल को पर से कहते हैं या कठोर छाल कहते हैं इन के विभिन्न प्रकार के सम्मिलित कोशिकाओं के नाम हैं कुछ क्षेत्रों में का कागजन कर्क कोशिकाओं की बजाय बाहर की ओर पैरा काई में कोशिकाएं बनता है बाय त्वचा पर फट जाती हैं और लेस आकारके छिद्र बनाती है जिसे वात रंद्र कहते हैं यह बाहरी वायुमंडल तथा तने की भीतर उत्तक के बीच गैसों का आदान प्रदान करते हैं यह अधिकांश कठोर वृक्ष में पाए जाते हैं
स्टोमेटा क्या है (what is stomata)
यह पत्तियों को जलवाष्प के लिए विशेष आदान-पदान के लिए विशेष प्रकार की अति सुष सूक्ष पाए जाते हैं जिन्हें स्टोमेटा कहते हैं
प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं (what is photosynthesis)
जब किसी पौधे को देख रहे होते हैं तो क्या कभी आश्चर्य हुआ है कि उसी पौधे में पत्तियों के हरे रंग में सोच में अतर क्यों और कैसे हैं हम इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए किसी भी हरित पादप के पेपर को द्वारा अलग कर सकते हैं पत्तियों की स्थिति रंग के कारण जो हरापन दिखाई देता है वह एक रंग के कारण नहीं बल्कि चार रंगों क्लोरोफिल जान तो फिर कार्टियर न्यूड अब देख कि प्रकाश संश्लेषण विभिन्न प्रकार की होती हैं उसी को हम प्रकाश संश्लेषण करते हैं
प्रकाश संश्लेषण में कितने प्रकार के (how many types of photosynthesis)
रंग में पदार्थ हैं जिन्हें प्रकाश की अपशिष्ट तरंग धैर्य अवशोषित करने की क्षमता होती है क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि विश्व में कौन सा पादप का रंग सबसे अधिक है आइए हम क्लोरोफिल के रंग के विभिन्न तरंगदैर्ध्य में प्रकाश संश्लेषण का अध्ययन बताते हैं किसी तरंगदैर्ध्य पर क्लोरोफिल अधिकतम और सोशल करेगा क्या यह किसी अन्य तरंगदैर्ध्य पर कोई अन्य अवशोषण चोटी दिखाई दिया दिखते हैं यदि हां तो कौन जिसमें उन तरंग देश को दिखाया गया जहां पर पादप में अधिकतम प्रकाश संश्लेषण होता है क्या देख रहे हैं कि तरंगदैर्ध्य क्लोरोफिल अर्थात नीला तथा लाल क्षेत्र में अवशोषण करता है उस क्षेत्र में प्रकाश संश्लेषण की दर अधिकतम है
अतः हम कह सकते हैं कि क्लोरोफिल प्रकाश संश्लेषण के लिए एक प्रमुख रंग है लेकिन देखने पर क्या आप कह सकते हैं कि क्लोरोफिल अवशोषण स्पेक्ट्रम तथा प्रकाश संश्लेषण क्रियात्मक एक स्पेक्ट्रम के बीच पूर्णता परस्पर ज्ञापन है यह ग्राफ एक साथ यहां बता रहे हैं कि अधिकतम प्रकाश संश्लेषण स्पेक्ट्रम की नीले एवं लाल क्षेत्र में उत्पन्न होती है और कुछ प्रकाश संश्लेषण स्पेक्ट्रम की अन्य तरंगदैर्ध्य पर भी संपन्न होती है आइए देखते हैं या कैसे होता है यदि आप क्लोरोफिल प्रकाश को अवशोषित करने कामुक्त रंग है फिर भी अन्य फाइलें कोविड-19 जैसे क्लोरोफिल जैंथोफिल तथा कैरोटीन जिन्हें सहायक रंग कहते हैं मैं प्रकाश को अवशोषित करते हैं तथा अवशोषित ऊर्जा को क्लोरोफिल में स्थानांतरित कर देते हैं वास्तव में यह रंग न केवल प्रकाश संश्लेषण को प्रेरित करते ने वाली है उपयोगी तरंगदैर्ध्य के क्षेत्र में बढ़ते हैं बल्कि यह क्लोरोफिल फोटोऑक्सीडेशन भी कहते हैं
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प्रकाश अभिक्रिया क्या है (what is light reaction)
प्रकाश अभिक्रिया अथवा प्रकाश संत चरण में प्रकाश संश्लेषण जल विघटन ऑक्सीजन निष्कर्षण तथा उच्च ऊर्जा रसायन माध्यमों जैसे एटीपी तथा एनडीपीएस का निर्माण शामिल है इस प्रक्रिया में आने प्रोटीन कंपलेक्स सम्मिलित होते हैं यहां रंग 20 स्पष्ट प्रकाश रसायन लाइट हैव रेटिंग कंप्लेन फोटो सिस्टम कहते हैं गठित होता है इन्हीं खोज के क्रम में यह नाम दिए हैं कि प्रकाश अभिक्रिया के दौरान उनके काम करने के अनुक्रम में ले लिया जिससे प्रोटीन अवध हजारों रंग आलो से बने होते हैं प्रत्येक फोटो सिस्टम के सभी रंग होते हैं क्लोरोफिल के एक अणु के तथा एलएचसी का निर्माण करते हैं जिन्हें एंटीना कहते हैं यह रंग विभिन्न तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को अवशोषित कर प्रकाश संश्लेषण को अधिक दक्ष बनाते हैं क्लोरोफिल का एक अकेला अभिक्रिया केंद्र बनाना दोनों फोटो सिस्टम में प्रतिक्रिया केंद्र पृथक होते हैं पीएस में अभिक्रिया केंद्र क्लोरोफिल का अवशोषण सिर्फ 700 ए नियम पर होता है अतः इसे t700 कहते हैं पीएस में अवशोषण सींस 680 या नियम पर होता है अतः इसे पी 680 कहते हैं
ऊतक किसे कहते हैं (what is tissue)
ऊतक कोशिकाओं का एक ऐसा वर्ग है जिसका उद्भव एक ही होता है और उनके काल भी पराया समान होते हैं पौधे विभिन्न प्रकार के ऊतक होते हैं वह तक को दो प्रमुख मेरे सिस्टर में तथा स्थाई उत्तक होते हैं इनके वर्गीकरण के आधार पर कोशिकाओं का भी भक्त होना अथवा ऊतक कहलाता है
मेरिस्टामि किसे कहते हैं (who is called meristami)
पौधे में वृद्धि मुख्य था कोशिका विभाजन वाले अपशिष्ट क्षेत्रों तक सीमित होती है इस क्षेत्र में मेरे सिस्टम कहते हैं पौधे में विभिन्न प्रकार के मेरी इस टाइम होते हैं जो मूल्य तथा तने के शीर्ष पर होते हैं वह प्राथमिक को तक बनाते हैं उन्हें शीर्षस्थ मेरी स्टेम कहते हैं
स्थाई ऊतक किसे कहते हैं (what is permanent tissue)
स्थाई ऊतक की कोशिकाएं आया है और अधिक विभक्त नहीं होती है स्थाई उत्तक जिनमें कोशिका की रचना होती है तथा उनके कार्य एक समान होते हैं उन्हें सरल उत्तक कहते हैं स्थाई उत्तक जिनमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाएं होती हैं उन्हें स्थाई उत्तक कहते हैं
सरल ऊतक किसे कहते हैं (what is a simple tissue)
सरल उत्तक में केवल एक ही प्रकार की कोशिकाएं होती है पौधे में विभिन्न प्रकार के सरल उत्तक पाए जाते हैं जैसे पैराक्राइन का ही लेकिन इसके लिए रेल अंदर के मुख्य घटक है उसका संवि भाई होती है उनका आकार गोलाकार अंडाकार बकोरिया थोड़ा लंबा कार हो सकता है उनकी भी तितलहोती सैलूलोज भी बनी होती है यह काफी क्षति हो सकती है अथवा उनके बीच थोड़ा अंतरा को उसकी आस्थान हो सकता है जैसे प्रकाश संश्लेषण पंचायत राव संपन्न करते हैं उन्हें सरल ऊतक कहते हैं
जटिल ऊतक किसे कहते हैं (what is complex tissue)
जटिल ऊतक में एक से अधिक प्रकार की कोशिकाएं होती है यह मिलकर एक इकाई की तरफ कार्य करते हैं जाइलम तथा फ्लोएम जटिल ऊतक उदाहरण है जाइलम मूल से पानी तथा खनिज लवण को तने तथा पत्तियों तक पहुंचाने के लिए एक संवहन उत्तक की तरह कार्य करता है यह पौधे के अंग यांत्रिक सहारा भी देता है यह चार तत्व वाहिका जाइलम तंतु तथा जाइलम पर एक आई से मिलकर बना है वाहिनी की लंबी अथवा नलिका कार को इसका है इसकी कोशिका की बेटी मोटी तथा लेकिन इन्हीं होती है और वही का अंडाकार होता है यह मृत्यु तथा प्रोटेप्लाजमा दिन होती है इनकी कोशिका की भित्ति विभिन्न होती है पुष्पी पादपों वाहिनी की तथा वाहिक पानी क्या स्थानांतरण के लिए मुख्य अवयव है
उत्तक तंत्र किसे कहते हैं (what is the tissue system)
अब हम तक विभिन्न प्रकार के उत्तर तथा उनमें स्थित कोशिकाओं के प्रकार के आधार पर शक शक कर रहे थे आओ अब हम देखते हैं कि पौधे में विभिन्न स्थान पर स्थित उत्तर कैसे एक दूसरे से विभिन्न होते हैं उनकी रचना तथा कार्य भी उनकी स्थिति के अनुसार होते हैं रचना तथा इस्थित के आधार पर उत्तक तंत्र तीन प्रकार के होते हैं तंत्र हैं बहू भी किए उत्तक तंत्र भरण अथवा मौलिक उत्तक तंत्र शव वाहिनी उत्तक तंत्र
भरण उत्तक तंत्र किसे कहते हैं (what is the filling tissue system)
बाहर की त्वचा तथा संवहन बंडल के अतिरिक्त सभी ऊतक भरण ऊतक बनाते हैं इनमें सरल ऊतक जैसे पैरा काईमा काले काईमा तथा इसके लड़का इमा होते हैं प्राथमिक तने में पैरा कायमी कोशिकाएं पराया व लूट को प्रारंभिक तिथि तथा मत जागरण में होती है पत्तियों में भरो तक पतली बेतीवाले तथा क्लोरोप्लास्ट कित होते हैं और इसे मेजोफील कहते हैं
रंध्र के क्या क्या कार्य हैं
रंध्र कि वह पौधा तक जल का आदान प्रदान करते रहते हैं यही रंध्र का कार्य है
स्थाई ऊतक क्या है
स्थाई ऊतक की कोशिकाएं आया है और अधिक विभक्त नहीं होती है स्थाई उत्तक जिनमें कोशिका की रचना होती है तथा उनके कार्य एक समान होते हैं उन्हें सरल उत्तक कहते हैं स्थाई उत्तक जिनमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाएं होती हैं उन्हें स्थाई उत्तक कहते हैं
स्टोमेटा का क्या कार्य है
स्टोमेटा का कार्य है कि वह पौधों को भरण-पोषण और प्रदान करता रहता है यही स्टोमेटा का कार्य है