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टाइफाइड मलेरिया के लक्षण (taiphaid maleriya ke lakshan in hindi)

टाइफाइड मलेरिया के लक्षण (taiphaid maleriya ke lakshan in hindi) आज हम आप लोगो को अपने इस पोस्ट में बताने वाले हैं कि टाइफाइड मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं I जैसा कि बहुत से लोगों को पता नहीं होता है कि टाइफाइड मलेरिया के क्या लक्षण होते हैं इसलिए आज हम बताएंगे कि इसके लक्षण क्या होते हैं तथा बच्चों में टाइफाइड के क्या लक्षण होते हैं और टाइफाइड कितने दिन तक रहता है, टाइफाइड को जड़ से खत्म करने के घरेलू नुस्खे क्या होते हैं और भी टाइफाइड से संबंधित कई सवालों के जवाब बताएंगे जिसे पढ़कर आप लोग आसानी से जान सकते है I अगर टाइफाइड मलेरिया के बारे में जानना है तो हमारे इस पोस्ट को जरूर पढ़े I

टाइफाइड मलेरिया के लक्षण
टाइफाइड मलेरिया के लक्षण

टाइफाइड मलेरिया के लक्षण

  • थकान
  • कमजोरी
  • पेट में दर्द
  • सिरदर्द
  • भूख न लगना
  • पसीना आना
  • खराब पाचन क्रिया, जैसे – कब्ज या डायरिया
  • वजन कम होना
  • सीने और पेट पर लाल चकत्ते पड़ना
  • मानसिक बदलाव जैसे भ्रम
  • ब्लड पॉइजिनिंग
  • शरीर पर दाने निकलना
  • बुखार
  • अस्वस्थता (सामान्य अस्वस्थता की भावना)
  • गले में खराश
  • लगातार खांसी
  • सामान्य हृदय गति की तुलना में गिरावट
  • तेज बुखार : हल्‍के बुखार से शुरू होकर बाद में तेज बुखार हो जाता है। यह बुखार उतरता नहीं है जो कि चिंता की बात है।
  • पेट खराब होना : टायफाइड होने पर बच्‍चे को पेट में तेज दर्द और बुखार के साथ दस्‍त हो सकते हैं।
  • भूख कम लगना : बच्‍चे को गले में खराश के साथ भूख कम लगने की शिकायत हो सकती है।
  • थकान : इस इंफेक्‍शन से ग्रस्‍त होने पर बच्‍चे को बहुत ज्‍यादा थकान और कमजोरी हो सकती है। त्‍वचा पर रैश और गुलाबी धब्‍बे दिख सकते हैं, खासतौर पर छाती के निचले हिस्‍से में।
  • वजन कम होना : अगर समय पर इलाज न किया जाए तो कुछ बच्‍चों का वजन भी घट सकता है

टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज /Treatment to eliminate typhoid

हम आप लोगों को बताने वाले हैं की टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का क्या इलाज है क्योंकि बहुत से लोगों को टाइफाइड हो जाता है तो लोग बहुत परेशान हो जाते हैं क्योंकि यह बहुत ही खतरनाक बीमारी है इसलिए हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि इसे जड़ से खत्म करने का इलाज क्या है I तो आइए हम बताते हैं कि इसे जड़ से खत्म करने का इलाज क्या है I

टाइफाइड को जड़ से खत्म करने के घरेलू नुस्खे/Home remedies to get rid of typhoid

सेब का सिरका /Apple vinegar

सेब के सिरके में अम्लीय गुण होते हैं और यह टाइफाइड बुखार के लिए एक अच्छा घरेलू उपचार है। टाइफाइड से पीड़ित व्यक्ति के शरीर से गर्मी निकालने पर यह तेज बुखार को कम करता है। इसमें खनिज होते हैं जो बीमार व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और दस्त के कारण पोषक तत्वों को खो रहे हैं।

तुलसी /Basil

पवित्र तुलसी एंटीबायोटिक और रोगाणुरोधी है। उबले हुए पानी में तुलसी मिलाएं और रोजाना तीन से चार कप पिएं। तुलसी प्रतिरक्षा को बढ़ाती है और पेट को शांत करती है। या आप 4-5 तुलसी/तुलसी के पत्तों का पेस्ट बना सकते हैं। इस पेस्ट में काली मिर्च पाउडर और केसर या केसर की कुछ किस्में मिलाएं। इन सबको मिलाकर तीन भागों में बांट लें। इस मिश्रण को हर भोजन के बाद लें।

लहसुन /Garlic

लहसुन में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण टाइफाइड के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। लहसुन अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण टाइफाइड से ठीक होने में तेजी लाता है। यह इम्युनिटी को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। दो लौंग खाली पेट खाएं। यह गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए अनुकूल नहीं है। 

केला/Did

केले बुखार को कम कर सकते हैं और टाइफाइड वाले लोगों में दस्त का इलाज कर सकते हैं। केले में पेक्टिन होता है, एक घुलनशील फाइबर जो आंतों को तरल पदार्थ को अवशोषित करने में मदद करता है, इस प्रकार दस्त का इलाज करता है। फलों में मौजूद पोटेशियम दस्त के कारण खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को बदलने में मदद करता है। टाइफाइड होने पर यह सबसे अच्छी चीजों में से एक है।

अनार /Pomegranate

अनार टाइफाइड के खिलाफ एक प्रभावी घरेलू उपचार है। यह निर्जलीकरण को रोकने में मदद करता है। इसे फल के रूप में लें या रस निकाल लें।

एक चिकित्सक से परामर्श करें और सहायक चिकित्सा के रूप में घरेलू उपचार का उपयोग करें। उचित आराम, हल्का भोजन, साफ पानी और धैर्य से रोगी जल्दी ठीक हो जाता है।

लौंग /Cloves

लौंग टाइफाइड पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ती है। लौंग के आवश्यक तेलों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो टाइफाइड पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार सकते हैं। यह टाइफाइड के कारण होने वाली मतली और उल्टी को भी कम करता है। लौंग के साथ पानी उबालें, एक कप में छान लें और रोजाना दो कप लें।

टाइफाइड कितने दिन तक रहता है/How long does typhoid last

हम आप लोगो को बताने वाले हैं कि टाइफाइड कितने दिन तक रहता है क्योंकि बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि टाइफाइड कितने दिन तक रहता है और कितने दिन से ठीक किया जा सकता है इसलिए हम आप लोगों को इसके बारे में बहुत ही विस्तार से बताने वाले हैं जिसे पढ़कर आप लोग जान सकते हैं कि टाइफाइड कितने दिन तक रहता है और इस बीमारी को कितने दिन में ठीक किया जा सकता है I तो आइए हम आप लोगों को बताते हैं कि टाइफाइड कितने दिन तक रहता है I

टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है! यह साल्मोनेला पैराटाइफी बैक्टीरियम से भी फैलता है! यह बैक्टीरिया पानी और खाने के जरिए लोगों के अन्दर जाता है और इसके द्वारा बहुत से लोगों में यह फ़ैल जाता है!

टाइफाइड को दूषित पानी या भोजन को जीतने वाले बैक्टीरिया को पीने या खाने से अनुबंधित किया जाता है। तीव्र बीमारी वाले लोग मल के माध्यम से आसपास के पानी की आपूर्ति को संभावित रूप से दूषित कर सकते हैं, क्योंकि इसमें बैक्टीरिया की उच्च एकाग्रता होती है। बैक्टीरिया पानी या सूखे सीवेज में हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं।

टाइफाइड के लिए ऊष्मायन अवधि लगभग 1-2 सप्ताह है और बीमारी लगभग 3-4 सप्ताह तक रहती है।

टाइफाइड के कुछ लक्षण /Some symptoms of typhoid

  • सरदर्द
  • १०४ डिग्री तक बुखार
  • शरीर में दर्द
  • बिगड़ी हुयी भूख
  • जी मिचलाना
  • दस्त और कब्ज
  • पेट दर्द
  • कफ

मैं आप लोगों को बता दू कि अगर आप टाइफाइड बुखार को ठीक करना चाहे तो 3 से लेकर 5 दिनों के अंदर आप ठीक कर सकते है अगर इसका इलाज आप सही से करे तो नही तो आप टाइफाइड से बहुत ही परेशान हो सकते है I क्योंकि यह बहुत ही घातक बीमारी है इसलिए अगर किसी को टाइफाइड है तो उसका इलाज तुरंत कराए I

टाइफाइड का हिंदी नाम /Typhoid in hindi name

मैं आप लोगों को बता दूं कि टाइफाइड को हिंदी में आंत्र ज्वर कहते है जो जीवन के लिए एक खतरनाक रोग है जो कि सलमोनेल्ला टायफी (Salmonella typhi) नामक जीवाणु (बैक्टीरिया) से होता है। आंत्र ज्वर (टाइफायड) को सामान्यतः एंटीबायोटिक दवाइयों से रोका तथा इसका उपचार किया जा सकता है। इसे मियादी बुखार भी कहा जाता है। यह रोग विश्व के सभी भागों में होता है अर्थात सभी देशों में होता है I

अब आप लोगो को पता हो गया होगा कि टाइफाइड का हिंदी नाम क्या है क्योंकि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे की टाइफाइड का हिंदी में क्या नाम होता है इसलिए हमने बताया है कि टाइफाइड का हिंदी में क्या नाम होता है टाइफाइड का हिंदी में आंत ज्वर नाम होता है जिसे इंग्लिश में टाइफाइड कहते हैं I

टाइफाइड मलेरिया की दवा/Typhoid malaria medicine

अब हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि टाइफाइड मलेरिया की दवा क्या है क्योंकि बहुत से लोगों को इसके दवा के बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं होता है इसलिए हम आप लोगों को बताएंगे कि टाइफाइड मलेरिया की दवा क्या होता है I

अगर आपको टाइफाइड हो गया है तो ऐसे में आप ताजे फलों का सेवन करें साथ ही पपीता और सेब जरुर खाएं. इसके अलावा आप हरी सब्जियों को भी अपने खाने में शामिल करें. पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए आप गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। ध्यान रहे पूरे दिन सिर्फ उबला हुआ पानी ही पीएं इससे आपको बहुत ही फायदा मिल सकता हैं I

टाइफाइड से बचाव के उपाय /Ways to prevent typhoid

आप लोगों को बताने वाला हूं कि टाइफाइड से आप कैसे बचें जैसा कि बहुत से लोगों को टाइफाइड हो जाता है इसलिए हम आप लोगों को बताएंगे कि आप लोग टाइफाइड से कैसे बचे हैं आप लोगों को बता दूं कि टाइफाइड भोजन और जीवनशैली के कारण भी होता है इसलिए आप भोजन में हरी सब्जियों का इस्तेमाल करें और जीवन शैली में बदलाव करें हम आप लोगों को कुछ पॉइंट के आधार पर बताते हैं कि भोजन क्या करें और अपने जीवन शैली में बदलाव कैसे करें I

भोजन में बदलाव /Change in diet

  • बाजार की बनी हुई चीजें न खायें।भारी भोजन न करें।
  • -मांसाहारी भोजन न करें।
  • -पेट भरकर कुछ भी न खायें।
  • -ऐसा भोजन न करे जो देर से पचता हो।
  • -चाय, कॉफी, दारु-शराब, सिगरेट के सेवन का टाइफाइड में परहेज करें।
  • प्याज, लहसुन आदि तीव्र गंधि खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
  • -सभी मसाले जैसे कि मिर्च, सॉस, सिरका आदि से दूर रहें।
  • -गैस बनाने वाले आहार जैसे- अनानास, कटहल आदि।
  • -उच्च रेशेदार युक्त आहार, सब्जियाँ जिनमें उच्च मात्रा में रेशा, अघुलनशील रेशा हो जैसे-केला, पपीता, शक्करकन्द, साबुत अनाज।
  • -मक्खन, घी, पेस्ट्री, तले हुए आहार, मिठाईयाँ सभी को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

जीवन शैली में बदलाव /Lifestyle changes

  • उचित स्वच्छता बनाये रखें।
  • -अपने हाथों को गर्म साबुन युक्त पानी से धोएं।
  • -साफ उबला पानी पीएं, या केवल बोतल बंद पानी पिएं।
  • -कच्चा आहार न लें।
  • -उचित तरीके से पका भोजन गरमा-गरम ही खा लें।
  • -बाहरी दुकानों से पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ न लें।
  • -संक्रमित व्यक्तियें को घरेलू कार्यों से दूर रखें।
  • कच्चे फल और सब्जियाँ खाने से बचें।
  • -ज्यादातर गर्म खाद्य-पदार्थों का सेवन करें।
  • -संग्रहित खाद्य-पदार्थों से बचें।
  • -घर की चीजों को नियमित रूप से साफ करें।
  • -टाइफाइड के लिए दो वैक्सीन उपलब्ध हैं- इंजेक्शन लगवा लें।
  • संक्रमण को रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति के व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुओं को उचित प्रकार से स्वच्छ करें।
  • -पानी को स्वच्छ करना, कूड़े-कचरे का निपटान सही तरीके से करना और प्रदूषण मुक्त भोजन वितरण ये सभी जन-स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • -संक्रमित व्यक्तियों को अपने बर्तन और भोजन किसी से भी न बांटे।
  • -संक्रमित व्यक्तियों को भोजन भी नहीं पकाना चाहिए।

जैसा की मैने आप लोगों को बताया कि भोजन में हरी सब्जियां इस्तेमाल करें और अपने जीवन शली में बदलाव करें जिससे आपको टाइफाइड होने की संभावना बहुत ही कम रहेगी और अगर आपको टाइफाइड हो भी जाता है तो आप हरी सब्जियां खाएं और अपने जीवन शैली में बदलाव करें जिससे टाइफाइड ठीक हो सकता है और अपने नजदीकी किसी अच्छे डॉक्टर को भी दिखाएं क्योंकि टाइफाइड एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है इससे बचने के लिए इसका इलाज तुरंत कराएं I

टाइफाइड के नुकसान/Damage of typhoid

हम आप लोगों को बताएंगे कि टाइफाइड से क्या नुकसान होता है क्योंकि बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि टाइफाइड से हमे क्या नुकसान हो सकता है इसलिए हम आप लोगों को बिंदु के आधार पर बताएंगे कि टाइफाइड से आपको यह नुकसान हो सकता है जो निम्नलिखित है I

  • सरदर्द
  • १०४ डिग्री तक बुखार
  • शरीर में दर्द
  • बिगड़ी हुयी भूख
  • जी मिचलाना
  • दस्त और कब्ज
  • पेट दर्द
  • कफ
  • सीने और पेट पर लाल चकत्ते पड़ना
  • मानसिक बदलाव जैसे भ्रम
  • ब्लड पॉइजिनिंग
  • शरीर पर दाने निकलना
  • बुखार
  • अस्वस्थता (सामान्य अस्वस्थता की भावना)
  • गले में खराश
  • लगातार खांसी
  • सामान्य हृदय गति की तुलना में गिरावट
  • तेज बुखार : हल्‍के बुखार से शुरू होकर बाद में तेज बुखार हो जाता है। यह बुखार उतरता नहीं है जो कि चिंता की बात है।
  • थकान
  • कमजोरी
  • पेट में दर्द
  • सिरदर्द
  • भूख न लगना
  • पसीना आना
  • खराब पाचन क्रिया, जैसे – कब्ज या डायरिया
  • वजन कम होना

टाइफाइड इंजेक्शन नाम लिस्ट/Typhoid injection name list

मैं आप लोगों को बताने वाले हैं कि टाइफाइड इंजेक्शन का नाम क्या है उस नाम को हम टेबल के माध्यम से बताएंगे जिससे आप लोगों को आसानी से पता हो सके कि टाइफाइड इंजेक्शन का नाम क्या है I

डब्लूएचओ ने ‘Tybar TCV’ नाम की दवाई को टाइफाइड के नए टीके के रूप में मंजूरी दे दी, जिसके बाद अब ये जल्द ही दुनियाभर में उपलब्ध होगी। इस टीके के कारण अब लाखों लोगों को टाइफाइड होने से बचाया जा सकेगा, खासकर छोटे बच्चों को।

टाइफाइड वैक्सीनअनुमानित कीमत
वैक टाइफ वैक्सीन (VacTyph Vaccine)200
टाइफिम वी वैक्सीन (Typhim Vi Vaccin) 362
टाइफिरिक्स इंजेक्शन (Typherix 25 mcg Injection)250
बायो टाइफ इंजेक्शन (Bio Typh 25 mcg Injection)160
टाइपबार टीसीवी वैक्सीन (Typbar TCV Vaccine)1799
टाइफाइड इंजेक्शन नाम लिस्ट

अब आप लोगों को पता हो गया होगा कि टाइफाइड इंजेक्शन का नाम क्या होता है क्योंकि हमने टेबल के माध्यम से बताए है कि टाइफाइड इंजेक्शन का नाम क्या होता है तथा लगभग कितने रूपये तक यह इंजेक्शन मिल सकता हैं इन सभी चीजों के बारे में बहुत ही विस्तार से बताएं है जिसे आप पढ़कर जान सकते है I

टाइफाइड की इंग्लिश दवा/ English medicine for typhoid

मैं आप लोगो को बता दूं कि टाइफाइड कोई आसान बुखार नही होता।
इसका नाम ही विषम ज्वर या मियादी बुखार होता है, ये कभी कभी साल भर भी चलता रहता है मरीज दवा खाता है तो बुखार उतर जाता है उसके बाद फिर चढ़ जाता है।
साधारण बुखार बिगड़ कर टाइफाइड बन जाता है।
कभी कभी यही बुखार दिमाग में चढ़ कर पागलपन के दौरे का भी कारण बनता है।
इसमें शरीर पर गर्दन के आस पास और सीने पर महीन रेत की तरह चमकीले दाने उभर आते हैं जो लेंस से दिखाई देते हैं।
इस बुखार में जितना अन्न खाते हैं बुखार उतना ही बढ़ता है।
इसलिए आयुर्वेदिक् उपचार में मरीज का अन्न और नमक बंद कर दिया जाता है।

टाइफाइड की इंग्लिश दवा का नाम

टाइफाइड की इंग्लिश दवा का नाम निम्नलिखित है _

In Adult

1.Paracetamol 600mg TDS

2.Cefixine 200mg BD

3.Rantidine 150mg BD

4.Multivitamins cap OD

5.Azithro 250mg OD

In Children 6-9 Years ke beech

1.Cefixime 100

2.Paracetamol 500mg TDS

5 Year se kam ho to Seeraf Pilaye

1.Paracetamol Syp 250mg ka

2.Azithro Syp Aur Cefixime Syp

टाइफाइड मलेरिया के लक्षण video

टाइफाइड में कौन सी दवा काम करती है ?

तुलसी और सूरजमुखी के रस को निकालकर पीने से आपको लाभ मिलेगा I इसके अलावा एक पैन में पानी और तुलसी की पत्तियां डालकर उबाल लें और दिन में 3 से लेकर 4 बार पिए जिससे आप टाइफाइड की समस्या से निजात पा सकते हैं I

टाइफाइट मे कौन सा काढ़ा पीना चाहिए ?

टाइफाइट को दूर करने के लिए आप मुनक्का और अंजीर के काढ़ा का सेवन करें। शहद का सेवन करें इससे टाइफाइड बैक्टीरियां मरते हैं।

टाइफाइड में कितने इंजेक्शन लगते हैं ?

टाइफॉइड से बचाव हेतु 2 प्रकार के टीके लगाए जाते हैं: • एक टीका निष्क्रिय (मृत) होता है जो कि शॉट (इंजेक्शन) के रुप में लगाया जाता है। दूसरा जीवित अल्पीकृत (क्षीण शक्ति) टीका होता है, जिसे मुख द्वारा लिया जाता है।

टाइफाइट की दवा कितने दिन तक चलती है ?

अगर समय पर इसका इलाज किया जाए तो इसके लक्षण ३ से ५ दिन में ठीक किये जा सकते हैं, हालांकि, यह आमतौर पर कुछ हफ्तों के दौरान खराब हो सकता है, और कुछ मामलों में टाइफाइड बुखार के विकास की जटिलता एक महत्वपूर्ण जोखिम है।

टाइफाइड में दूध पी सकते हैं या नहीं ?

टाइफाइड में दूध पी सकते हैं दूध पीने से कोई दिक्कत नहीं होगी I

शरीर में ताकत लाने के लिए क्या करें ?

शरीर में ताकत लाने के लिए प्रोटीन वाली चीजें का इस्तेमाल ज्यादा करे जैसे अंडे, सामन मछली, लीन मीट, दही, फलियां और दाल, नट्स और बीज आदि का सेवन करें। ये सभी प्रोटीन का अच्छा स्रोत है।

सबसे खतरनाक बुखार कौन सा होता है ?

सबसे खतरनाक बुखार डेंगू बुखार होता है जिसे हड्डी तोड़ बुखार के नाम से जाना जाता है I

क्या बुखार में नहाना चाहिए ?

अगर आपको बुखार या कोई संक्रमण है तब भी ठंडे पानी से नहाने से बचें. सर्दियों में कई बार एलर्जी की समस्या हो जाती है. इसमें भी ठंडे पानी के सेवन से बचना चाहिए I

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