विज्ञान के बारे में बताने वाले हैं vigyan kise kahate hain की विज्ञान किसे कहते हैं आज मैं आप सभी लोगों को बताऊंगा कि विज्ञान किसे कहते हैं और यह विज्ञान के अर्थ के बारे में बताइए विज्ञान का अर्थ क्या होता है तथा विज्ञान की परिभाषा के बारे में बताओ विज्ञान की क्या परिभाषा होती है I तथा आप सभी लोगों को मैं विज्ञान के बारे में बहुत सारी जानकारी दूंगा जिससे आप लोगों को समझ में आ सके कि विज्ञान किसे कहते हैं या भौतिक विज्ञान किसे कहते हैं या रसायन विज्ञान किसे कहते हैं जीव विज्ञान किसे कहते हैं विज्ञान तीनो विज्ञान के बारे में बताऊंगा जैसा कि बहुत से लोग पढ़ते हैं तब विज्ञान एक सब्जेक्ट है लड़के या लड़कियां पढ़ते हैं अगर उन लड़के और लड़कियों से पूछा जाए कि विज्ञान क्या है तो शायद वह आप लोगों को बता सकते हैं कि विज्ञान क्या है और अगर आप किसी अनपढ़ लड़के से पूछते हैं वह नहीं बता पाएगा कि विज्ञान किसे कहते हैं I तो घबराने की बात नहीं है आज हम आप सभी लोगों को विज्ञान के बारे में ही बताऊंगा कि विज्ञान किसे कहते हैं इसलिए जो लोग अनपढ़ भी हैं वे लोग भी इस जमाने वा इस समय मोबाइल चलाते हैं तो जो लोग अनपढ़ भी हैं और लोग भी अच्छी तरह से मोबाइल चला लेते हैं इससे वे चाहे तो क्रोम या किसी ब्राउज़र पर सर्च कर सकते हैं कि विज्ञान किसे कहते हैं तथा उसकी परिभाषा क्या है I इससे अनपढ़ लोग भी अच्छी तरह से जान सकते हैं कि विज्ञान किसे कहते हैं या उसकी परिभाषा क्या है और अगर अनपढ़ लोगों के पास मोबाइल नहीं है तो या मोबाइल नहीं चला पाते हैं तो उन्हें यह ज्ञान नहीं प्राप्त हो सकता है या तो फिर उन्हें कोई बताएगा कि विज्ञान किसे कहते हैं तब उन लोगों को उन चीजों का ज्ञान प्राप्त हो सकता है I

विज्ञान किसे कहते हैं (vigyan kise kahate hain)
हम आप सभी लोगों को बताऊंगा कि विज्ञान किसे कहते हैं तो आइए हम आप सभी लोगों को बताने की कोशिश करते हैं बताते हैं I आप लोगों को अच्छी तरह से ज्ञान हो सके अगर आपसे कोई भी व्यक्ति पूछे कि विज्ञान किसे कहते हैं तो आप अगर हमारी इस पोस्ट को पढ़ें रहेंगे तो उस व्यक्ति के प्रश्न का उत्तर आसानी से दे सकेंगे तो दोस्तों उस प्रश्न का उत्तर देने के लिए हमारे इस पोस्ट को पढ़ना आवश्यक है जिससे आप सभी लोगों को जानकारी हो सके कि विज्ञान किसे कहते हैं हम आप सब लोगों को बताते हैं कि विज्ञान किसे कहते हैं I
उपस्थित विभिन्न वस्तुओं की प्रकृति और उनके व्यवहार जैसे गुण इत्यादि का अध्ययन करने को ही विज्ञान कहते हैं I
वस्तुओं के इस अध्ययन को क्रमबद्ध तरीके से अध्ययन किया जाता है और इस तथ्य को इकट्ठे किए जाते हैं और इन तथ्यों के आधार पर ही वस्तु के गुण और प्रकृति का पता लगाया जाता है I
जैसा कि आप लोग जानते होंगे कि विज्ञान को तीन भागों में बांटा गया 1. भौतिक विज्ञान, 2. रसायन विज्ञान ,3. जीव विज्ञान I आप सभी लोगों को इन तीन विज्ञानों के बारेे में बताऊंगा कि यह विज्ञान क्या है आइए दोस्तों हम आप सभी लोगों को एक-एक करके तीनो विज्ञानों केे बारे में बताऊंगा जिससे आप लोगोंं को आसानी जानकारी प्राप्त हो जैसे आप सभी लोग अच्छे सेेे विस्तार मेंं समझ सके कि भौतिक विज्ञान क्या है, रसायन विज्ञान क्या है तथा जीव विज्ञान क्या है हम आप सभी लोगों कोई सी के बारे में बताऊंगा जिससे आप लोगोंं को इसका ज्ञान प्राप्त हो सके I

भौतिक विज्ञान (Physics)
अब हम आप सभी लोगों को भौतिक विज्ञान के बारे में बताऊंगा जिससे आप सभी लोगों को पता हो सके कि यह जानकारी हो सके की भौतिक विज्ञान किस तो आइए हम आप सब लोगों को इसके बारे में बताने की कोशिश करते है या बताते है I
विज्ञान की वह शाखा जिसमें पदार्थ के भौतिक गुणों का अध्ययन किया जाता है तथा प्रकृति में उपस्थित विभिन्न प्रकार की ऊर्जाओं का अध्ययन सुव्यवस्थित रूप से किया जाता है I
भौतिक विज्ञान विभिन्न विषयों पर कार्य करता है जैसे प्रकाश, उस्मा, ध्वनि , बिजली, चुंबक आदि I इन सभी विषयों पर भौतिक विज्ञान में विस्तार से अध्ययन किया जााता है और इनकेे गुणों के आधार पर हमारे दैनिक जीवन में उनको कैसे लाकर जीवन को अधिक सुविधा जनक बनाया जाए इसके बारे में अध्ययन किया जाए I जब आप विज्ञान शब्द सुनते है तो सबसेेे पहले आपके दिमाग मैं आने वाला सबसे पहला दृश्य होता है कुछ महान वैज्ञानिक के नाम जैसे- अल्बर्ट, आइंस्टाइन या विज्ञान के द्वारा निजात किए गए विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे – सूक्ष्मदर्शी, तापमापी या फिर विज्ञान की कुछ अद्भुत शाखाएं जैसे – अंतरिक्ष से संबंधित विज्ञान की शाखा, तारे, सूर्य, पृथ्वी आदि लेकिन विज्ञान के और किसी एक विशेष ब्रांच या उपकरण का नाम नहीं है, बल्कि विज्ञान बहुत ही अधिक विकसित है जिसे क्यों किसी परिभाषा या किसी शब्द से नहीं बच जा सकता है I
लेकिन हम विज्ञान उस ज्ञान को कह सकते हैं जो हमने लगातार मेहनत और प्रयोगों के द्वारा अर्जित किया और साथ विज्ञान में वह क्रिया भी शामिल है जिसके दादा हम लगातार नया ज्ञान योग खोज प्राप्त करने के प्रयास कर रहे हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के प्रयोग, नियम, और सिद्धांत भी शामिल है I
इस पोस्ट को पढ़कर आप सभी लोगों को पता हो जाएगा कि भौतिक विज्ञान किसे कहते हैं या भौतिक विज्ञान क्या है I
रसायन विज्ञान (Chemistry)
हम आप सभी लोगों रसायन विज्ञान के बारे में बताऊंगा कि रसायन विज्ञान क्या है जिससे आप लोगों को विज्ञान के तीनों भागों भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान इन सभी विज्ञानों के बारे में पता हो सके I
विज्ञान की वह शाखा जिसमें पदार्थ की संरचना, पदार्थों के गुण अलग-अलग पदार्थों की आपस में क्रिया आदि का अध्ययन किया जाता है उस शाखा को रसायन विज्ञान कहते हैं I
इसमें उन कड़ो, आयान, अणु,परमाणु आदि का अध्ययन किया जाता है जिससे कोई पदार्थ या यौगिक बना होता है, तथा उन पदार्थों के क्या गुण है, उनकी अगर किसी अन्य पदार्थ से क्रिया करवाई जाती है तो परिणाम में क्या पदार्थथ बनेगा और इसके गुण क्या क्या होता है इसका अध्ययन हम रसायन विज्ञान में करते हैं I
जीव विज्ञान (Biology)
आप सभी लोगों को जीव विज्ञान के बारे में बताने वाले हैं कि जीव विज्ञान किसे कहते
विज्ञान की वह शाखा जिसमें जिलों के बारे में अध्ययन किया जाता है या बताया जाता है उस विज्ञान की शाखा को ही हम जीव विज्ञान कहते हैं I इसमें सजीवों के शरीर की बनावट , कार्य प्रणाली, प्रत्येक अंग की जानकारी तथा कार्य इत्यादि का कार्य इस जीव किया जाता है उसे हम जीव विज्ञान कहते है I हमें लग रहा है कि आप लोगों को यह पता हो गया होगा कि विज्ञान किसे कहते हैं और अब हम आप सभी लोगों को विज्ञान के तीनों अंगों के भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान तथा जीव विज्ञान इन तीनों विज्ञानों के परिभाषा बताने वालेे हैं जैसा की आप लोगों को यह पता हो गया है कि विज्ञान किसे कहतेे हैं और अब हम आप सभी को इसकी परिभाषा बताएंगे जिससे आप लोगोंं को यह पता हो सके कि विज्ञान किसे कहते है तथा उसकी परिभाषा क्याा है I
- धातु किसे कहते है प्रकार तथा परिभाषा, dhaatu kise kahate hain – rskg
- भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं परिभाषा, उदहारण (bhav vachak sangya in hindi) – rskg
- वाक्य किसे कहते हैं, वाक्य कितने प्रकार के होते हैं, vakya kitne prakar ke hote hain – rskg
भौतिक विज्ञान की परिभाषा/Definition of physics
भौतिक प्राकृतिक विज्ञान की एक विशाल शाखा है I भौतिक को परिभाषित करना कठिन है I कुछ विद्वानों के मतानुसार यह ऊर्जा विषयक विज्ञान हैं और इसमें ऊर्जा के रूपांतरण तथा उसके द्रव्य संबंधों की विवेचना की जाती है I इसके द्वारा प्राकृत जगत और उसकी आंतरिक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है इसी को ही हम भौतिक विज्ञान की परिभाषा कहते हैं I
रसायन विज्ञान की परिभाषा/Definition of chemistry
रसायन शास्त्र विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत पदार्थों के संघटन, संरचना, गुणों और रासायनिक प्रतिक्रिया के दौरान इनमें हुए परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है I इसका शाब्दिक विन्यास रस + आयन है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है रसों, द्रव्य का अध्ययन करना I संक्षेेप में रसायन विज्ञान रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन करता है इसी को ही हम रसायन विज्ञान की परिभाषा कहते है I
जीव विज्ञान की परिभाषा/Definition of biology
जीव विज्ञान प्राकृतिक विज्ञान की तीन विशाल शाखाओं में से एक है I या विज्ञान जीव, जीवन और जीवन की प्रक्रियाओं के अध्ययन से संबंधित है I इस विज्ञान में हम जिओ की संरचना, कार्य, विकास, उद्भव, पहचान, वितरण और उनके वर्गीकरण के बारे में बताता है इसे हम जीव विज्ञान की परिभाषा कहते हैं I
हमने आप सभी लोगों को विज्ञान की तीनों को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बारे में आप सभी लोगों को बता चुके हैं I कि भौतिक विज्ञान किसे कहते हैं उसकी परिभाषा क्या है तथा रसायन विज्ञान किसे कहते हैं तथा उसकी परिभाषा क्या है और जीव विज्ञान किसे कहते हैं तथा उसकी परिभाषा क्या है Iहमने आप सभी लोगों को तीनों विज्ञानों के बारे में बता दिया है जैसा कि बहुत से लोगों को अगर या पता होता है कि जीव विज्ञान किसे कहते हैं उसकी परिभाषा नहीं पता होती है तो घबराने की कोई बात नहीं है बस आप लोग हमारे इस पोस्ट को एक बार जरूर पढ़ें जिससे आप लोगों को बहुत सारी जानकारी मिल सके अगर आपसे इस पोस्ट में जीव विज्ञान किसे कहते हैं तथा उसकी परिभाषा क्या है बता चुके हैं केवल जीव विज्ञान के बारे में ही नहीं बल्कि विज्ञान के तीनों अंगों के बारे में बता चुके हैं तो दोस्तों आप लोग इस पोस्ट को पढ़ेंगे तो आप लोगों को अच्छी से अच्छी और ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त हो सके I
विज्ञान का वर्गीकरण कैसे किया जाता है या कैसे होता है जैसा कि हमने आप लोगों को ऊपर भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बारे में बता चुके हैं और अब हम दोस्तों आप सभी लोगों को विज्ञान का वर्गीकरण कैसे किया जाता है या कैसे करते हैं उसके बारे में आप सभी लोगों को बताने वाले हैं हम इसका वर्गीकरण करते हैं जिससे आप लोगों को जानकारी प्राप्त हो सके हम विज्ञान का वर्गीकरण करते हैं I
विज्ञान को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है –
1. प्राकृतिक विज्ञान/Natural Science
जिसमें जीवन जीवों आदि के बारे में अध्ययन किया जाता है तथा भौतिक पदार्थों का भी अध्ययन किया जाता है जैसे किसी पदार्थ का अध्ययन आदि को सम्मिलित रूप से प्राकृतिक विज्ञान कहा जाता है I जैसे हम विज्ञान में किसी जीवो या जीवन के बारे में अध्ययन करते हैं तो हमें यह पता हो जाना चाहिए कि हम प्राकृतिक विज्ञान के बारे में ही अध्ययन कर रहे हैं I
2. सामाजिक विज्ञान/Social science
जब लोगों और उनके समाज के बारे में विस्तार से अध्ययन किया जाता है तो इस तरह की विज्ञान को हम सामाजिक विज्ञान कहते हैं I जैसे कि लोग समाज में किसी बारे मैं बात करते हैं तथा समाज के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं तो हम उसी को ही सामाजिक विज्ञान कहते हैं I
3. सामान्य विज्ञान/General Science
इसमें तार्किकता और गणित की सामान्य समस्याएं को हल करने का अध्ययन किया जाता है तो इसे हम सामान्य विज्ञान कहते हैं I जैसे हम गणित के बारे में किसी समस्या को लेकर हम किसी लोग से उसके बारे में बात करत हैं तो उसे ही सामान्य विज्ञान कहा जाता है I
4. व्यावहारिक विज्ञान/Applied science
अब तक के वैज्ञानिकों द्वारा अर्जित ज्ञान का प्रयोग करते हुए नए नए साधनों, मशीनों आदि का निर्माण करना आदि को व्यवहारिक विज्ञान कहते हैं जैसे- इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स आदि व्यावहारिक विज्ञान के रूप में आते हैं I
ऐतिहासिक काल में विज्ञान का वर्गीकरण/Classification of Science in the Historical Period
हम आप सभी लोगों को बताऊंगा कि ऐतिहासिक काल में विज्ञान का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया था तो आइए हम आप सभी लोगों को इसके बारे में बताने की कोशिश करते हैं या इसके बारे में बताते हैं की ऐतिहासिक काल में विज्ञान का वर्गीकरण कैसे किया गया था हम उसके बारे में आप सभी लोगों को बताने की कोशिश करते हैं बताते हैं I
विज्ञान के विभाजन में पहली बार, पुरातन काल के समय में अरस्तु की बारी थी उन्होंने तीन बड़े समूहों को समझाया व्यवहारिक, सैद्धांतिक, और रचनात्मक द्वंदात्मक, व्याकरण, गणित, ज्यामितीय, संगीत, ज्योतिष, वास्तु कला और दवा रोमन कोर्स कार मार्क एक सूची विज्ञान के वर्गीकरण का सारांश के रूप में परिभाषित किया गया है I
मुस्लिम अरब विद्वानों का वर्गीकरण सबसे आसान और सबसे समझदार था I उन्होंने विज्ञान के दो वर्गों को पहचान लिया – अरबी और विदेशी गणित, चिकित्सा और खगोल विज्ञान- पूर्व वक्तत्व और कविता , दूसरे के लिए शामिल है I मध्य युग में वैज्ञानिकों ने भी विभाजन के अपने संकरण को उन्नत करने की मांग की I
सेंट विक्टर ने उसकी दृष्टि में विज्ञान के अलग समूहों की पहचान की है जिसे हम आप सभी लोगों को बताने की कोशिश करते हैं या बताते हैं I
सैद्धांतिक भौतिकी और गणित
प्रैक्टिकल I
मैकेनिकल – शिकार, कृषि, चिकित्सा, नेवीगेशन, थिएटर
तार्किक- व्याकरण और बयान बाजी
इसके बदले में आर बेकन ने संज्ञात्मक क्षमताओं के आधार पर वर्गीकरण की शुरुआत की I पहले समूह में इतिहास, तथ्यों का वर्णन किया, दूसरे समूह में सैद्धांतिक विज्ञान का वर्णन किया, तीसरे समूह में कला, कविता और व्यापक समझ में साहित्य का वर्णन किया I बेकन का मानना था कि 4 क्षेत्रों में विज्ञान का वर्गीकरण आवश्यक है I स्वतंत्र रूप से, तर्कसंगत, व्याकरण, नैतिकता, तत्व मीमांसा, स्वतंत्र इकाइयोंं में होना चाहिए – गणित को खड़े करने के साथ-साथ प्राकृतिक दर्शन भी आवश्यक है I उनकी राय में गणित प्रकृति का सबसे महत्वपूर्ण विज्ञान है I
विज्ञान की ऐतिहासिक काल का वर्गीकरण समझ में आ गया होगा क्योंकि हमने ऐतिहासिक काल के विज्ञान का वर्गीकरण को विस्तार में आप सभी लोगों को बताया है या समझाया है जिससे हमें लग रहा है शायद आप लोग समझ गए होंगे कि ऐतिहासिक काल में विज्ञान का वर्गीकरण कैसे हुआ था तो मेरा मतलब यही था कि आप लोगों को समझ में आ जाए जिससे अगर आपसे कोई भी पूछे तो आप उसे आसानी से बता सके I
विज्ञान की विशिष्ट विशेषताएं/Distinctive Features of Science
विज्ञान की विशेषताओं के बारे में बताने वाले हैं कि विज्ञान की क्या-क्या विशेषता होती है I अब हम आप लोगों को यह बताने वाले हैं कि विज्ञान की विशेषताएं क्या होती हैं क्योंकि अगर हम किसी भी विज्ञान का अध्ययन करेंगे तो उसकी विशेषताओं के बारे में अध्ययन करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है इसलिए ही हम आप सभी लोगों को विज्ञान की विशेषताओं के बारे में बताने वाले हैं I
विशिष्ट विशेषताओं को निर्धारित करने के लिए विज्ञान, वैज्ञानिक चरित्र के मानदंड के रूप में इस तरह की अवधारणा के सार को समझने के लिए सबसे पहले आवश्यक है I वे मुख्य रूप से ज्ञान के सिद्धांत माना जाता है I उनका ध्यान मुख्य रूप से वैज्ञानिक ज्ञान के निर्धारित करने की इच्छा पर आधारित है, अनुभूत के अन्य उत्पादों की तुलना में एक विशिष्ट विशिष्टता के साथ संपन्न होती है I यहां तक कि प्राचीन वैज्ञानिकों ने विज्ञान की आवश्यक विशेषताओं को विचारों, अनुमानों, धारणाओ आदि के साथ ज्ञान के संबंध के माध्यम से खोजने के बारे में सोचा जाता है I विकास की प्रक्रिया में वैज्ञानिकों ने विज्ञान के सामान्य लक्षण प्राप्त किए हैं जो इस शब्द को और अधिक गहरा समझने की विचार उत्पन्न करते हैं I आइए दोस्तों हम विज्ञान की विशेषता कुछ बिंदु के आधार पर बताने की कोशिश करते हैं या बताते हैं I
- 1.विज्ञान का पहला चिन्ह वैज्ञानिक ज्ञान की अखंडता और व्यवस्थित प्रकृति है जो सामान्य चेतना से एक निर्विवाद अंतर है I
- 2.दूसरा खुलासा किया है कि वैज्ञानिक ज्ञान की अपूर्णता, अर्थात नए तथ्यों के उभरने की प्रक्रिया मैं इसकी अस्पष्टता और पूरक ता होती है I
- 3. तीसरा -यह स्थिति स्पष्ट करने के लिए, तथ्य और तार्किक सुसंगत तरीका का उपयोग कर के इच्छा भी शामिल करते हैं I
- 4. चौथा- ज्ञान के संबंध में आलोचना विज्ञान की निशानी है I
- 5. पांचवा- उपर्युक्त स्थितियों के तहत वैज्ञानिक ज्ञान को किसी भी जगह पर और किस्से भी समय पर ध्यान दिए बिना पुनः उत्पन्न करने की क्षमता होती है I
- 6. छठा- वैज्ञानिक की व्यक्तिगत विशेषताओं पर वैज्ञानिक ज्ञान पर निर्भरता की कमी और उसकी भाषा, उपकरण, विधि की उपलब्धता होती है I
विज्ञान का महत्व/Importance of science
लोगों को विज्ञान के महत्व के बारे में बताने वाले हैं कि विज्ञान का क्या महत्व हैIअब हम विज्ञान के महत्व के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप लोग इसे पढ़कर आसानी से जान सके कि विज्ञान का क्या महत्व होता है तो आइए दोस्तों हम आप सभी लोगों को विज्ञान के महत्व के बारे में बताने की कोशिश करते हैं या बताते हैं I
विज्ञान ने आज पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है विज्ञान के माध्यम से मानव जीवन को कई ऐसी सुविधाएं मिली हैं, जिसके माध्यम से वह दिन प्रतिदिन प्रगति करता जा रहा है I विज्ञान के माध्यम से हम लोगों को नए नए आयाम प्राप्त हो रहे हैं, विज्ञान के माध्यम से हम चंद्रमा पर भी पहुंच चुके हैं अर्थात कोई भी कठिन कार्य नहीं है जिसे हम विज्ञान के माध्यम से ना कर सके I पहले के लोगों ने कल्पना भी नहीं की होगी कि कोई व्यक्ति चंद्रमा पर पहुंच जाएंगा लेकिन ऐसा संभव हो गया है कि व्यक्ति चंद्रमा पर भी पहुंच गए हैं I
आज हम टीवी, रेडियो, मोबाइल जैसे संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं यह सब विज्ञान की ही देन है I अगर विज्ञान मोबाइल नहीं बनाता तो अगर हम लोगों को किसी से बात करनी होती जैसेे कि जिस व्यक्ति सेेे हमें बात करनी है वह व्यक्ति बहुत दूूर रहता तो हम उससे बात कैसे कर पाते हैं लेकिन विज्ञान ने मोबाइल का आविष्कार किया जिससे हम लोग किसी भी दूर वाले व्यक्ति सेेेेे बात कर सकते है और अगर विज्ञान मोबााइल का आविष्कार नहीं करता तो हमें उस व्यक्ति को जिससे बात करनी हैै उसको चिट्ठी लिखनी पड़ती जो वह चिट्ठी कई दिनों में उसके पास पहुंचती जिसे वह पढ़कर जान जाता कि हमें उस व्यक्ति ने याद कियाा है या चिट्ठी लिखी है और अब विज्ञान नेेेे मोबाइल का आविष्कार कर दिया है जिससे आप लोग किसी भी व्यक्तिति से बात करना चाहे तो चाहे वह व्यक्ति दुबई, दिल्ली, मुंबई, पंजाब चाहे जहां हो उस व्यक्ति से आप 1 मिनट केेे अंदर ही बात कर सकते हैं तो यही विज्ञान की देन है जिससे आप लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करने से छुटकारा मिल गया है I
आज विज्ञान के माध्यम से हम एक शहर से दूसरे शहर घंटों में पहुंच जाते हैं और पुराने समय में हमें 10 से 12 दिन लग जाते थे यह विज्ञान की देन है I आज विज्ञान हर क्षेत्र में उपलब्धि हासिल कर रहा है चाहे वह यातायात का क्षेत्र हो या फिर चिकित्सा का क्षेत्र हो या फिर खेती का क्षेत्र हो, दूरसंचार केंद्र का क्षेत्र हो सभी क्षेत्रों में विज्ञान दिन प्रतिदिन तरक्की करता जा रहा है या बढ़ता जा रहा है I
वैज्ञानिकों की इस मेहनत को हम सलाम करते हैं और वैज्ञानिकों की मेहनत के कारण ही हम उनके द्वारा बनाया गया सभी संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं I मानव जीवन में विज्ञान का होना बहुत ही जरूरी हो गया है क्योंकि विज्ञान के बिना मानव जीवन नहीं रह सकता है I इसीलिए ही आजकल सभी लोग विज्ञान के संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि विज्ञान के संसाधनों का उपयोग करना हमारे लिए जरूरी हो गया है अगर हम विज्ञान के संसाधनों का उपयोग नहीं करेंगे तो हमारा कोई कार्य नहीं हो सकता है इसीलिए ही हम विज्ञान के संसाधनों का उपयोग करते हैं जिससे हमारे कार्य में कोई बाधा ना आए I
पहले जो हमारे देश के जो किसान खेती करते थे वह मेहनत ज्यादा करते थे और गल्ला या उत्पादन कम होता था लेकिन आज विज्ञान के चमत्कार से ही किसानों के चेहरे पर रौनक आई है क्योंकि हम को खेती करने के लिए कई संसाधन मिल चुके हैं जैसे- ट्रैक्टर, कटाई करने के लिए मशीन, गेहूं काटने वाली मशीन, गेहूं दाने वाली मशीन, और अब धान को बैठाने वाली भी मशीन आ चुकी है I पहिले लोग गेहूं काटते थे तो ज्यादा समय लगता था और अब लोगों को गेहूं काटने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि विज्ञान ने गेहूं काटने की मशीन का निर्माण किया है जिसे हम कंपाइन कहते हैं I जब पहले गेहूं अपने आप काटते थे तो ज्यादा समय लगता था जिससे आपका समय ज्यादा नष्ट होता था और अब आप लोगों को समय नष्ट करने की जरूरत नहीं रह गई है क्योंकि गेहूं काटने की मशीन उपलब्ध हो गई है जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा गेहूं कटवाना है तो वह मशीन बहुत जल्द ही आपका गेहूं काट देगी जिससे आप का समय नष्ट होने से बच जाता है लेकिन फर्क इतना है कि जब आप अपने आप गेहूं काटते हैं तो कोई रुपया नहीं देना होता है अगर आप मशीन से कटवाते हैं तो आप लोगों को रुपया देना होगा बस इतना ही फर्क है अगर आपको रुपया बचाना है तो अपने आप गेहूं काटे और अगर आपको समय बचाना है तो आप लोग मशीन से गेहूं कटवाए जिससे आपके समय की बचत हो सके I वैज्ञानिकों के जरिए हम लोग खेती करके ज्यादा सेे ज्यादा मुनाफा प्राप्त कर रहेे हैं यह सब विज्ञान और वैज्ञानिकों के कारण ही संभव हो पाया है और विज्ञान अभी भी रुका नहीं है कई नए-नए आयामों की खोज कर रहा है जिससे मानव जीवन की हर जरूूरतों को पूरा कर सकें I
विज्ञान के कारण आज हमारा देश कितना मजबूत हो चुका है हमारे देश के पास कई ऐसे हथियार मौजूद हैं जो लड़ाई के समय हमारी देश की रक्षा करते हैं और आतंकियों से भी हमारी रक्षा करते हैं I कई मिसाइलें आज हमारे भारत के पास है यह सब विज्ञान की देन है अर्थात अगर किसी भी देश से लड़ाई हो जाए तो हमारे पास लड़ाई लड़ने के लिए कहीं हथियार मौजूद हैं और हमारे पास भी कई मिसाइलें हैं जिसे छोड़ने पर वह देश ध्वस्त हो सकता है यह सब विज्ञान की ही देन है I अगर कोई देश हमारे देश पर आक्रमण करेगा तो हमारा देश उस देश को नष्ट करने की क्षमता रखता है क्योंकि आज हमारे भारत देश की ताकत बहुत बढ़ चुकी है यह सब विज्ञान की देन है जिसके कारण हम को कई हथियार और मिसाइलें मिले हैं जिससे हम दुश्मनों को आसानी से हरा सकते हैं या मार सकते हैं I
चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान का बड़ा ही महत्व रहा है पहले जब हम बीमार हो जाते थे तो कई दिनों तक बीमार पड़े रहते थे लेकिन आज चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान के माध्यम से कहीं दवाओं का आविष्कार किया जा चुका है जो आधे घंटे या 1 घंटे में हमारी बीमारी को खत्म कर देती हैं और हमें उन बीमारी से राहत मिल जाता है यह सब विज्ञान का ही देन है I ऐसे कई बीमारियों का इलाज भी संभव हो गया है जैसे कि टीवी, कैंसर जैसी घातक बीमारियों का इलाज संभव हो गया है यह सब विज्ञान का ही देन है I दोस्तों जब पहले के लोगों को टीवी या कैंसर हो जाती थी तो उन लोगों का बचने का चांस बहुत ही कम रहता था लेकिन दोस्तोंं अब किसी भी व्यक्ति को टीवी हो जाता है तो वह इलाज कराता है और उस की बीमारी अर्थात टीवी नष्ट हो जाती है क्योंकि विज्ञान ने कई दवाओं का आविष्कार किया है जिससे कोई भी बीमारी हो वह बीमारी नष्ट हो जाती हैं तो आजकल मानव जीवन में विज्ञान का महत्व बहुत बढ़ गया है जिससे मानव जीवन में कोई भी चीजों का सामना करना कठिन नहीं रह गया है I हमारे जीवन में विज्ञान का महत्व बहुत ही बढ़ गया है क्योंकि हम विज्ञान के बिना कुछ भी नहींं कर सकते है यही कारण हैै कि आजकल विज्ञान का महत्व बहुत ही बढ़ गया है I क्योंकि विज्ञान के हर संसाधनों का उपयोग होने लगा है क्योंकि अगर हम लोग विज्ञान के संसाधनों का उपयोग नहींं करेंगे तो हमारा कोई भी कार्य संपन्न नहींं हो सकता इसलिए ही हम लोग विज्ञान के संसाधनोंं का उपयोग करते हैं चाहे वह खेती के माध्यम से हो, चाहे चिकित्सा के माध्यम से हो, चाहे बस ट्रैक्टर हो, और पानी लगाने वाली मशीन हो, चाहे वह मोटरसाइकिल हो चाहे चारा की मशीन हो चाहे बल्ब हो या कोई भी चीज हो ज्यादा से ज्यादा चीजों का हम उपयोग करते हैं I
पहिले अगर हमें कहीं जाना था तो हम पैदल ही जाते थे जिससे हमें वहां पहुंचने में काफी समय लगता था लेकिन अब ज्यादा समय नहीं लगता है क्योंकि विज्ञान ने कई आयामों का निर्माण कर दिया है जैसे कि साइकिल, मोटरसाइकिल, बस इन सभी चीजों से अगर कहीं जाना है तो ज्यादा समय नहींं लगता है यही मानव जीवन में विज्ञान का बहुुत ही बड़ा महत्व है I
पहले पुराने समय में मलेरिया को जानलेवा बीमारी कहा जाता था और मलेरिया के कारण कई सारे लोगों की जान भी चली जाती थी लेकिन आज विज्ञान के क्षेत्र में मलेरिया को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है I पहले जब बच्चे होते थे तो वह पोलियो जैसी कई समस्याओं से वह अपंग हो जाते थे, लेकिन आज हमारे देश से पोलियो को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है और यह सब विज्ञान के कारण ही संभव हो पाया है अर्थात इस बीमारी को खत्म करने के लिए विज्ञान हो ही संभव माना जाता है अगर विज्ञान इन बीमारियों की दवा नहीं बनाते तो आज भी हमारे देश में मलेरिया तथा पोलियो जैसी समस्याओं से लोग तंग रहते I सभी समस्याओं को खत्म करने का कारण विज्ञान को ही माना जाता है क्योंकि अगर विज्ञान बीमारियों का दवा नहीं बनाता तो यह बीमारी खत्म नहीं होती इसलिए यह विज्ञान के कारण ही संभव हो पाया है I
यातायात के क्षेत्र मे भी विज्ञान ने हमको कहीं साधन दिए हैं जैसे मोटरसाइकिल, बस, बोलेरो जिससे हम घंटों का रास्ता मिनटों में तय कर लेतेे हैं जैसे कि पहलेे हमें एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए 10 दिन लग जाते थे लेकिन आज चार-पांच घंटे में हम वह सफर पूरा कर लेते हैं I ट्रेनों के माध्यम से हम एक 2 घंटेे में एक शहर से दूसरेेे शहर पहुंच जाते हैं पहले हमें एक देश सेेे दूसरे देश जाने में महीनों लग जाते थे लेकिन आज के समय 1 घंटे में एक देश से दूसरे देश पहुंच जा सकतेे हैं हवाई जहाज के माध्यम से और जहाज के माध्यम से भी हम जा सकते हैं यह सब विज्ञान का ही चमत्कार है या विज्ञान का ही देन है I
दूरसंचार के क्षेत्र में भी विज्ञान बहुत आगे पहुंच चुका है आज हम लोग टेलीफोन, मोबाइल जैसी सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं और टीवी के माध्यम से हम एक शहर में बैठे हुए हैं और दूसरे शहर की घटनाओं को आराम से देख रहे हैं यह सब विज्ञान का ही देन है I आज हम यहां बैैैठे हुए हैंं और 10000 किलोमीटर दूर बैठे हुए व्यक्ति से बात कर रहे हैं यह सब विज्ञान का ही देन है I
आप लोगों को बता दें कि हम लोग अपनी जिंदगी को सुंदर विज्ञान के कारण ही बना पाए हैं I हमारे हर सपने को विज्ञान ने पूरा कर दिया है चाहे वह चांद पर पहुंचने वाला हो या कई सुविधाएं जो विज्ञान के माध्यम से हम लोगों को मिली है I विज्ञान ने हमें ही नहीं बल्कि सारी दुनिया को सारी सुविधाएं प्रदान की है I
विज्ञान की प्रमुख शाखाएं एवं अध्ययन विषय/Major Branches of Science and Subjects of Study
आप सभी लोगों को विज्ञान की प्रमुख शाखाएं एवं अध्ययन विषय के बारे में बताने वाले हैं कि विज्ञान की शाखा क्या है तथा उसका अध्ययन विषय क्या है I हम आप लोगों को विज्ञान की प्रमुख शाखा एवं उसके अध्ययन विषय के बारे में आप सभी लोगों को एक टेबल के माध्यम से बताने की कोशिश करेंगे या बताएंगे तो आज हम आप सभी लोगों को एक टेबल के माध्यम से विज्ञान की प्रमुख शाखाएं और उसके अध्ययन विषय के बारे में बताने की कोशिश करते हैं या बताते हैं I
शाखा | अध्ययन का विषय |
अंतरिक्ष विज्ञान | अंतरिक्ष यात्रा एवं संबंधित विषय |
मत्स्य विज्ञान | मछलियां एवं संबंधित विषय |
अस्थि विज्ञान | अस्थियों या हड्डियों का अध्ययन |
पक्षी विज्ञान | पक्षियों से संबंधित विषय |
प्रकाशिकी | प्रकाश का गुण एवं उसकी संरचना |
परिस्थिति विज्ञान | परिस्थितिकी का अध्ययन |
इक्कराइनोल I इक्कराइनोलाज I इककराइनोलॉजी I | गुप्त सूचनाएं एवं संबंधित विषय |
शरीर रचना विज्ञान | मानव शरीर की संरचना |
एयरोनॉटिक्स | विमानों की उड़ान |
खगोलिकी | तारों एवं ग्रहों से संबंधित विषय तथा आकाशीय पिंडों का अध्ययन |
एग्रो लॉजी | भूमि मिट्टी का अध्ययन |
कीट विज्ञान ( ए टोमोलाज I कीट विज्ञान ( एंटोमोलोजी ) I | कीट एवं संबंधित विषय |
भ्रूण विज्ञान | भ्रण एवं संबंधित विषय |
समुद्र विज्ञान | समुद्र से संबंधित विषय |
ब्रह्मांड विद्या | ब्रह्मांड का अध्ययन |
बीज लेखन | गुप्त लेखन अथवा गुढ लिपि |
स्त्री रोग विज्ञान | मादाओं के प्रजनन अंगों का अध्ययन |
भू विज्ञान | पृथ्वी की अंतरिक्ष संरचना |
रत्न विज्ञान | रत्नों का अध्ययन |
विरूपता विज्ञान | ट्यूमर का अध्ययन |
टैकटोलॉजी | पशु-शरीर का रचनात्मक संघटन |
त्वचा विज्ञान | त्वचा एवं संबंधित रोगों का अध्ययन |
डेंड्रोलॉजी | वृक्षों का अध्ययन |
डेकटाइलाजी | अंको संख्याओं का अध्ययन |
तंत्रिका विज्ञान | नाड़ी स्पंदन एवं संबंधित विषय |
मृदा विज्ञान | मृदा- निर्माण एवं अंकन |
विकृतविज्ञान I रोगविज्ञान I (पैथोलॉजी) | रोगों के कारण एवं संबंधित विषय |
जीवाशिमकी | जीवाश्म एवं संबंधित विषय |
परजीवी विज्ञान | परजीवी वनस्पतियां एवं जीवाणु |
फायनोलॉजी | जीव जंतुओं का जातीय विकास |
ब्रायोफाइटा विज्ञान | दलदल एवं कीचड़ का अध्ययन |
बैलिनियोलॉजी | खनिज निष्कासन एवं संबंधित विषय |
जीव विज्ञान | जीव धारियों का शारीरिक अध्ययन |
वनस्पति विज्ञान | पौधों का अध्ययन |
जीवाणु विज्ञान | जीवाणुओं से संबंधित विषय |
मारफोलाजी | जीव एवं भौतिक जगत की आकारिकी का अध्ययन |
खनिज विज्ञान | खनिजों का अध्ययन |
मौसम विज्ञान | वातावरण एवं संबंधित विषय |
माइक्रो लॉजी I मायोलॉजी | फुफंद , मांसपेशियों का संबंधित विषय |
विकिरण जैविकी | जीव जंतुओं पर सौर विकिरण का प्रभाव |
शैल लक्षण | चट्टानों एवं पत्थरों से संबंधित विषय |
लिमनोलॉजी | झीलों एवं स्थानीय जल भागों का अध्ययन |
सीरम विज्ञान | रक्त सीरम एवं रक्त आधान से संबंधित |
स्पलैकनोलोजी | शरीर के आंतरिक अंग से संबंधित |
अंतरिक्ष जीव विज्ञान | पृथ्वी से परे अंतरिक्ष में जीवन की संभावना का अध्ययन |
रुधिर विज्ञान | रक्त एवं संबंधित विषयों का अध्ययन |
हेलियोलॉजी | सूर्य का अध्ययन |
उभयसृप विज्ञान | सरीसृपो का अध्ययन |
ऊतक विज्ञान | शरीर के ऊतक एवं संबंधित विषय |
विज्ञान विज्ञान का अर्थ है विशेष ज्ञान I मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं के लिए जो नए-नए आविष्कार किए हैं वह सब विज्ञान की ही देन है I आज का युुुुुग विज्ञान का युग है I विज्ञान केेे अनगिनत आविष्कारों के कारण मनुष्य का जीवन पहले से अधिक आरामदायक हो गया है I दुनिया विज्ञान से ही विकसित हुई है I
मोबाइल, इंटरनेट, ईमेल्स, मोबाइल पर 3G और 4G के माध्यम से इंटरनेट में फेसबुक, टि्वटर ने तो वाकई मनुष्य की जिंदगी को बदल कर ही रख दिया है I जितनी जल्दी बात सोच सकता है लगभग उतनी ही देर में जिस व्यक्ति को चाहे मैसेज भेज सकता है I चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में क्यों ना हो उस तक मैसेज पहुंच जाएगा I
यातायात के साधनों से आज यात्रा करना अधिक सुविधाजनक हो गया है I आज महीनों की यात्रा दिनों में तथा दिनों की यात्रा घंटों में पूरी हो जाती है यह सब विज्ञान का ही देन है I इतने द्रुत गति की ट्रेनें हवाई जहाज यातायात के रूप में काम में लाए जा रहे हैं I दिन प्रतिदिन इनकी गति और उपलब्धता में और सुधार हो रहा है I
चिकित्सा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने हमारे लिए बहुत सुविधाएं प्राप्त किए हैं I आज कहीं अस्वस्थ बीमारियों का इलाज मामूली गोलियों में ठीक हो जाता है I कैंसर और एड्स जैसी बीमारियों के लिए डॉक्टर और चिकित्सा विशेषज्ञ लगातार प्रयास करते रहते हैं और नई नई कोशिकाओं के निर्माण के बारे में जानकारी प्राप्त करते रहते हैं I
भूकंप विज्ञान किसे कहते हैं/What is seismology
अब हम आप सभी लोगों को इसके बारे में बताएंगे कि भूकंप विज्ञान किसे कहते I हम आप सभी लोगों को बताते हैं कि भूकंप विज्ञान किसे कहते हैं I
भूकंप या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं I यह पृथ्वी के स्थल मंडल में उर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकंपीय तरंगों की वजह से होता है I पृथ्वी की सतह पर भूकंप अपने आप को धूम को हिला कर या विस्थापित करके प्रकट करता है I
भूकंप बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिरा कर चोट पहुंचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है I
भूकंप का मापन भूकंप मापी यंत्र से किया जाता है , जिसे सीस्मोग्राफ कहा जाता है I एक भूकंप का अघोर परिणाम मकरम पारंपरिक रूप से नापा जाता है, या संबंधित और प्रचलित रिक्टर परिणाम दिया जाता है I 3 या उससे कम रिक्टर परिणाम की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है क्योंकि 7 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है I झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है I
पृथ्वी की सतह पर भूकंप अपने आप को भूमि को हिला कर या स्थापित करके प्रकट करता है I जब एक बड़ा भूकंप उपकेंद्र अपतटीय स्थित में होता है या समुद्र के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है जो सुनामी का कारण होता है I भूकंप के झटके कभी-कभी भूस्खलन और ज्वालामुखी गतिविधियों को भी पैदा कर सकते हैं I
सर्वाधिक सामान्य अर्थ में किसी भी आकस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए ।
भूकंप के उत्पन्न होने का प्रारंभिक बिंदु केंद्र या हाइपो सेंटर कहलाता है I शब्द उप केंद्रों का अर्थ है भूमि के स्तर पर ठीक इसके ऊपर का बिंदु I के मामले में बहुत से भूकंप प्लेट सीमा से दूर उत्पन्न होते हैं और विरूपण के व्यापक क्षेत्र में विकसित तनाव से संबंधित होते हैं, यह ध्रुव पर दोस्त क्षेत्र उदा, बिग बंद क्षेत्र में प्रमुख अनियमितताओं के कारण होते हैं I
भूकंप ऐसे ही एक क्षेत्र में अंध दबाव गति से संबंधित था I एक अन्य उदाहरण है अरब और यूरेशियन प्लेट के बीच अब केंद्रित प्लेट सीमा जहां यह जाग्रोश पहाड़ों के पश्चिम हिस्से से होकर जाती है I इस प्लेट सीमा से संबंधित विरूपण एक बड़े पश्चिम दक्षिण सीमा के लंबवत लगभग शुद्ध दबाव गति तथा वास्तविक प्लेट सीमा के नजदीक हाल ही में हुए मुख्य दोष के किनारे हुए लगभग शुद्ध स्ट्रीट स्लिप गति में विभाजित है I इसका प्रदर्शन भूकंप की केंद्रीय क्रिया विधि के द्वारा किया जाता है I
सभी टेक्टोनिक प्लेट्स मैं आंतरिक दबाव क्षेत्र होते हैं जो अपनी पड़ोसी प्लेटों के साथ अंतर क्रिया के कारण या कल छठी लडानिया उतराई के कारण उत्पन्न होते हैं जैसे -। यह तनाव उपस्थित दोष के किनारे विफलता का पर्याप्त कारण हो सकते हैं अतः यह प्लेट भूकंप को जन्म देते हैं I इसी को ही हम भूकंप विज्ञान कहते हैं I
भूकंप विज्ञान के प्रभाव/Effects of seismology
अब हम आप सभी लोगों को भूकंप विज्ञान के प्रभाव के बारे में बताएंगे कि भूकंप विज्ञान से क्या प्रभाव होता है तो हम आप सभी लोगों को इसके प्रभाव के बारे में बताते हैं जिससे आप लोगों को अच्छी से जानकारी प्राप्त हो सके I हम आप सभी लोगों को भूकंप विज्ञान के प्रभाव के बारे में बताते हैं बताने की कोशिश करते हैं I
झटका और भूमिका फटना/Blow and burst
झटके और भूमि का फटना भूकंप के मुख्य प्रभाव हैं, जो मुख्य रूप से इमारतों व अन्य कठोर संरचनाओं कम या अधिक गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं I स्थानीय प्रभाव की गंभीरता भूकंप के परिणाम के जटिल संयोजन पर से दूरी और अन्य स्थानीय भू वैज्ञानिक पर निर्भर करती हैं जो तरंग के प्रसार से कम या अधिक कर सकते हैं I भूमि के झटको को भूमि त्वरण से नापा जाता है I
विशिष्ट भू वैज्ञानिक और भू संरचनात्मक लक्षण भू सतह पर उच्चस्तरीय झटके पैदा कर सकते हैं यहां तक कि कम तीव्रता के भूकंप भी ऐसा करने में सक्षम है I यह प्रभाव स्थानीय परिवर्तन कहलाता है I कठोर गहरी मृदा से सतही कोमल मृदा तक भूकंपीय गति के स्थानांतरण के कारण है और भूकंपीय ऊर्जा के केंद्रीकरण का प्रभाव जमाव की प्रारूप समिति है को सेट करता है I
मिट्टी द्रवीकरण/Soil liquefaction
मिट्टी द्रवकरण तब होता है जब भूकंप के झटकों के कारण जल संतृप्त दानेदार पदार्थ अस्थाई रूप से अपनी क्षमता को खो देता है और एक ठोस से तरल में रूपांतरित हो जाता है I मिट्टी द्रवी करण कठोर संरचनाओ जैसे इमारतों और फूल की द्रव भूत में झुका सकता है या डूबा सकता है I
सुनामी/Tsunami
समुद्र के भीतर भूकंप से या भूकंप के कारण हुए भूस्खलन के समुद्र में टकराने से सुनामी आ सकती है I उदाहरण के लिए 2004 में हिंद महासागर में आए भूकंप समुद्र में टकराकर सुनामी बनी थी I अर्थात जब भूकंप आते हैं तब अगर भूकंप समुद्र में टकराता है तब सुनामी बनता है I
बाढ़/Flooding
यदि बांध क्षतिग्रस्त हो जाए तो बाढ़ भूकंप का द्वितीय प्रभाव हो सकता है I भूकंप के कारण भूमि फिसल कर बांध की नदी में टकरा सकती है जिसके कारण बांध टूट सकता है और बढ़ा आ सकती है I जैसा कि आप लोग जानते होंगे कि जब ज्यादा पानी बरसता है तो बाढ़ आता है या कहीं पर बांध बना है तो वहां पर जब पानी बरसता है तो उस बांध में पानी ज्यादा हो जाता है इसी कारण वह बांध टूट जाता है तब उस बांध का पानी फैल जाता है तो हम उसी को बाढ़ कहते हैं I जैसे जब जंगलों में पानी बरसता है तो कहीं पर अगर नदी नाले होते हैं तो उस नदी नाले में ज्यादा पानी आ जाता है तो हम उसी को बाढ़ कहते हैं I
मानव प्रभाव/Human influence
भूकंप रोग, मूलभूत आवश्यकताओं की कमी जीवन की हानि, उच्च बीमा प्रीमियम, सामान्य संपत्ति की क्षति सड़क और पुल का नुकसान और इमारतों को ध्वस्त होना, या इमारतों के आधार का कमजोर होना इन सब का कारण हो सकता है जो भविष्य में फिर से भूकंप का कारण बनता है I
दोस्तों जब भूकंप आता है तो आप सभी लोग जानते होंगे कि घर, मकान को हिला देता है इससे मकान कमजोर हो जाता है यही कारण होता है कि जब भूकंप आता है तो किसी भी चीज को हिला देता है जिससे वह चीज कमजोर हो जाती है I
मनुष्य पर भूकंप का क्या असर पड़ता है तो दोस्तों मनुष्य पर पड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव या है कि भूकंप से मनुष्य के जीवन की क्षति होती है यही मनुष्य पर पड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण असर है।
निष्कर्ष / Conclusion
जब आप लोग इस पोस्ट को पड़ेंगे तो आप सभी लोगों को विज्ञान किसे कहते हैं तथा विज्ञान से संबंधित और कई जानकारी प्राप्त हो जायेगी I इसलिए विज्ञान से संबंधित जानकारी प्राप्त करनी है तो आप हमारे पोस्ट को जरुर पढ़ें I
अगर विज्ञान से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिलती है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं I
vigyan kise kahate hain in video
रसायन विज्ञान के कितने भाग होते हैं ?
रसायन विज्ञान को मुख्ता तीन शाखाओं में बांटा गया है 1. भौतिक रसायन ,2. अकार्बनिक रसायन, 3. अकार्बनिक रसायन और भौतिक रसायन I
भौतिक विज्ञान कितने प्रकार के होते हैं?
भौतिक विज्ञान के निम्नलिखित प्रकार होते हैं_
1. यांत्रिकी, 2. उस्मागतिकी, 3. प्रकाशिकी, 4. दोलन और तरंग, 5. विद्युत गतिकी, 6. नाभिकीय भौतिकी, 7. क्वांटम मैकेनिक्सI
विज्ञान के जनक कौन हैं ?
विज्ञान के जनक गैलीलियो गैलीली है I
भौतिक विज्ञान में क्या पढ़ाया जाता है?
भौतिक विज्ञान में काल,स्थान,प्रकाश, गति,ऊष्मा,विद्युत,द्रव्य और ध्वनि इत्यादि और भी अनेक विषय इसके अंतर्गत आते हैं और इन सभी चीजों को भौतिक विज्ञान में पढ़ाया जाता है I
विज्ञान की कितनी शाखा होती है ?
विज्ञान की चार प्रमुख शाखा होती है गणित और तर्क, जैविक विज्ञान, भौतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान आदि I