विटामिन ए की कमी से कौन सा रोग होता है (vitamin a ki kami se kaun sa rog hota hai) – विटामिन ए की कमी से कौन सा रोग होता है इसके बारे में हम आप लोगों को अपने इस पोस्ट में विस्तार से बताएंगे कि कौन से विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है क्योंकि बहुत से लोगों को नहीं पता होता है कि किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है इसलिए अगर आप लोगो को जानना है कि किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है तो हमारे इस पोस्ट को जरूर पढ़े जिससे आप लोग जान सकते हैं की किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है क्योंकि हमने इस पोस्ट में बताया है कि किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है I

विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग
हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि विटामिन बी की कमी से कौन सा रोग होता है क्योंकि बहुत से लोगों को पता नहीं होता है कि विटामिन बी की कमी से कौन सा रोग होता है I इसलिए हम बताने वाले हैं कि विटामिन बी की कमी से कौन सा रोग होता है I
उलझन एवं भ्रम होना
अगर आपको काफी उलझन हो रही है या आपको किसी चीज का भ्रम हो रहा है तो ये विटामिन बी की कमी के लक्षण हो सकते हैं। आपको इस स्थिति में अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए और उन सब्जियों एवं फलों का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए जिन्हें आप अमूमन खाना पसंद नहीं करते हैं। इनमें करेला प्रमुख है।
याददाश्त का कमजोर होना
याददाश्त कमजोर होना काफी परेशानी वाली स्थिति है। एल्जाइमर्स के मरीज इस स्थिति से दो चार होते हैं। अगर आपको भी ये परेशानी हो रही है तो आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। आपके परिवार में अगर किसी को इससे जुड़ी हुई दिक्कत है तो वो विटामिन बी की कमी पूरी करने से दूर हो सकती है।
- दिल कमजोर होना I
- शरीर मे सूजन आना I
- सिर चकराना I
- नजर कम हो जाना I
- पाचन क्रिया की खराबी होना I
- हाथ पैरो की उंगलियों मे सनसनाहट होना I
- मस्तिष्क की स्नायु मे सूजन व दोष होना I
- पैर ठंडे व गीले होना I
- सिर के पिछले भाग मे स्नायु दोष हो जाना I
- मांस पेशियो का कमजोर होना I
- शरीर का वजन घट जाना I
- नींद कम आना I
- मुत्राशय मसाने मे दोष आना I
- महामारी की खराबी होना I
- शरीर पर लाल चकती निकलना I
विटामिन ए की कमी से कौन सी बीमारी होती है
विटामिन–ए की कमी से आंखों में रतौंधी (रात में दिखाई देने में मुश्किल), आंख के सफेद हिस्से में धब्बे तथा कॉर्निया सूखना शुरू हो जाता है. इसके बाद कॉर्निया में घाव हो जाते हैं और यह अपारदर्शी हो जाता है. ठीक इलाज के अभाव में इससे स्थाई अंधापन भी हो सकता है, जोकि सहसा दोनों आंखों में होता है I
कैल्शियम की कमी से हड्डी रोग
हड्डियों से जुड़ा कोई रोग हो रहा है तो इसका सीधा अर्थ है कि विटामिन ए की कमी आपके शरीर में हो रही है जो एक अच्छी बात नहीं है। ऐसे में आपको विटामिन ए से भरपूर चीजों को खाना चाहिए। ये शरीर में कैल्शियम के प्रभाव को ठीक रखते हैं और आपको हड्डियों के रोग नहीं होते हैं।
विटामिन ए की कमी से यह रोग हो सकता हैं –
- रतौंधी I
- अंधापन I
- श्वसन प्रणाली में संक्रमण I
- पेशाब की नली में संक्रमण I
- एनीमिया I
- रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना I
- वृद्धि रुकना I
रतौंधी रोग किस विटामिन की कमी से होता है
मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि रतौंधी रोग किस विटामिन की कमी से होता है क्योंकि बहुत से लोगों को नहीं पता होगा इसलिए आइए हम आप लोगो को बताते हैं कि किस विटामिन की कमी से रतौंधी रोग होता है I
तो मैं आप लोगो को बता दू कि रतौंधी विटामिन ए की कमी से होता है I
विटामिन-ए की कमी से आंखों में रतौंधी (रात में दिखाई देने में मुश्किल), आंख के सफेद हिस्से में धब्बे तथा कॉर्निया सूखना शुरू हो जाता है। इसके बाद कॉर्निया में घाव हो जाते हैं और यह अपारदर्शी हो जाता है। ठीक इलाज के अभाव में इससे स्थाई अंधापन भी हो सकता है, जोकि सहसा दोनों आंखों में होता है।
आयोडीन की कमी से कौन सा रोग होता है
आयोडीन की कमी से घेंघा,, गर्भपात, शारीरिक विकास में रूकावट, मृत बच्चा पैदा होना, काम करने में थकान कमजोर, विकलांगता, मंद-बुद्धि, बोनापन भेंगापन जैसे रोग हो सकते है।
गर्दन में सूजन आना – जब किसी के शरीर में आयोडीन की कमी हो जाए तो उसकी वजह से व्यक्ति की गर्दन में सूजन की समस्या दिख सकती है। यह इसलिए होता है क्योंकि थायराइड ग्रंथि का आकार बढ़ जाता है। जब ग्रंथि को जरूरत अनुसार आयोडीन नहीं मिलता है तो खाद्य पदार्थों से ज्यादा मात्रा में आयोडीन अवशोषित करने की कोशिश करती है। जिसकी वजह से ग्रंथि का आकार बढ़ता है और गर्दन सूझी नजर आती है।
शरीर थका-थका रहना – अगर किसी के शरीर में आयोडीन की कमी है तो इसकी वजह से हाइपोथायरायडिज्म की समस्या हो जाती है और व्यक्ति हर समय उदास और थका-थका रहता है। हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने पर व्यक्ति का शरीर कैलोरी घटाने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है।
बालों और त्वचा की समस्या – शरीर में आयोडीन की कमी होने पर हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी होती है। जिसमें त्वचा का सूखना और बालों का झड़ना प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं। थायराइड हार्मोन के कारण शरीर में नए बाल उगते हैं, लेकिन थायराइड हार्मोन की कमी के कारण यह प्रोसेस बंद हो जाता है।
विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग
पाचन में परेशानी होना
पाचन में परेशानी के पीछे विटामिन डी की कमी एक बड़ा कारण है। अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्या है या हाल फिलहाल में ऐसी दिक्कत हो रही है तो आपको अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करना चाहिए। इसके लिए आप सूरज की धूप ले सकते हैं या फिर हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
वजन का अचानक बढ़ना
अगर आपका वजन अचानक बढ़ा है तो ऐसा विटामिन डी की कमी के कारण ही होता है। इसमें आपका खान पान भी एक भूमिका निभाता है। अगर आपके वजन में एकदम से बदलाव हुआ है और वो बढ़ गया है तो इसमें विटामिन डी की कमी एक अहम योगदान निभाती है। आपको सूरज की धूप लेनी चाहिए क्योंकि वो विटामिन डी का सबसे बड़ा स्त्रोत है।
घाव का आसानी से ना भरना
अगर आपके शरीर में कोई चोट लग गयी है या फिर किसी भी वजह से आपके शरीर में कोई घाव हो गया है लेकिन वो भर नहीं रहा है तो इसके पीछे विटामिन डी की कमी एक बड़ा कारण हो सकती है। इसलिए ये जरूरी है कि आप अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को ना होने दें।
- विटामिन डी की कमी से कैंसर का खतरा होना I
- डायबिटीज होना I
- विटामिन डी की कमी से हड्डियों में दर्द और कमजोर होकर टूट जाना I
- विटामिन डी की कमी से सूजन संबंधी रोग भी हो सकता है I
विटामिन के की कमी के लक्षण
एक वयस्क व्यक्ति को तो आहार से विटामिन-के की आपूर्ति हो जाती है, लेकिन नवजात शिशु इसकी कमी का शिकार होते हैं, इसलिए उन्हें विटामिन-के का इंजेक्शन लगाना जरूरी हो जाता है। कुपोषण का शिकार, शराब पीने वाले, गॉल ब्लेडर, हृदय रोग से पीड़ित, पतला होने की चाह रखने वाले व्यक्तियों को भी विटामिन-के सप्लिमेंट दिए जा सकते हैं।
विटामिन k की कमी के लक्षण
- थोड़ी चोट लगने पर भी ज्यादा खून बहना या नाक से खून बहना I
- मसूड़ों से खून आना I
- उम्र से पहले दांत कमजोर हो जाना I
- छोटी चोट का बड़ा घाव बन जाना I
- महिलाओं में अधिक मासिक धर्म का होना I
- नाखून के नीचे खून के छोटे-छोटे थक्के बन जाना I
- अक्सर जोड़ों और हड्डियों में दर्द होना I
- बोन डेन्सिटी कम हो जाना I
प्रोटीन की कमी से कौन सा रोग होता है
बच्चो की लंबाई रुक जाना – प्रोटीन मांसपेशियों के साथ-साथ हड्डियों और शरीर के विकास के लिए भी बेहद उपयोगी होता है।
घाव को ठीक होने में अधिक वक्त लगना _ घाव को ठीक होने या नई कोशिकाओं को बनने, ऊतकों के विकास, त्वचा और रोगप्रतिरोधक क्षमता के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की अवश्यकता होती है।
फैटी लिवर या लिवर की कोशिकाओं में फैट जमा होना I
जोड़ों में दर्द _ प्रोटीन की कमी का सीधा असर जोड़ों के दर्द के रूप में देखने को मिलता है। प्रोटीन की कमी से जोड़ों में दर्द होने के साथ-साथ मांसपेशियों में अकड़न की समस्या आती है। इससे आर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है। प्रोटीन की कमी से बच्चों का सही ढंग से विकास नहीं हो पाता।
हर वक्त थकान _ प्रोटीन की कमी से शरीर में कमजोरी बनी रहती है। बॉडी हमेशा थका हुआ फील करती है। इतना ही नहीं प्रोटीन की कमी से शारीरिक थकावट ही नहीं बल्कि मानसिक थकावट भी होती है।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना_ शरीर में प्रोटीन की कमी से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। सरल शब्दों में कहें तो शरीर की रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रोटीन की कमी से शरीर का हीमोग्लोबिन कम हो जाता है।
बाल और नाखूनों पर असर_ प्रोटीन की कमी का असर बाल और नाखूनों पर भी दिखता है। इसलिए प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा शरीर की सुंदरता के लिए जरूरी है। प्रोटीन की कमी से बाल झड़ते हैं और नाखून कमजोर हो जाते हैं।
विटामिन की खोज और रासायनिक नाम एवं स्त्रोत
विटामिन की खोज और रासायनिक नाम
विटामिन | रासायनिक नाम | खोज वर्ष |
विटामिन A | रेटिनॉल | 1909 |
विटामिन B1 | थायमीन | 1912 |
विटामिन C | एस्कोर्बिक एसिड | 1912 |
विटामिन D | D अर्गोकेलसीफेरोल (D2), अर्गोकेलसीफेरोल (D3) | 1918 |
विटामिन B2 | राइबोफ्लेविन | 1920 |
विटामिन E | E टोकोफेरोल्स, टोकोट्रिनोल्स | 1922 |
विटामिन B12 | सायनोकोबालामिन, मिथाइलकोबालामिन | 1926 |
विटामिन K | फाइलोक्विनोन, मेनक्विनोन | 1929 |
विटामिन B5 | पैंटोथेनिक एसिड | 1931 |
विटामिन B7 | बायोटिन | 1931 |
विटामिन B6 | पाइरीडॉक्सिन | 1934 |
विटामिन B3 | नियासिन (निकोटिनिक एसिड), निकोटिनामाइड (नियासिनामाइ | 1936 |
विटामिन की कमी से होने वाले रोग तथा प्रमुख स्रोत /
विटामिन – A ( रेटिनॉल )
कमी से होने वाले रोग – रतौंधी, जीरोप्थैल्मिया, संक्रमणों खतरा
स्त्रोत – दूध, अण्डा, हरा साग-सब्जी, पनीर, यकृत का तेल
विटामिन – B1 ( थायमिन )
कमी से होने वाले रोग – बेरी-बेरी
स्त्रोत – तिल, मूँगफली, सूखी मिर्च, अंडा, यकृत, सब्जियाँ, बिना धुली दालें
विटामिन – B2 ( राइबोलोविन )
कमी से होने वाले रोग – त्वचा का फटना, जीभ का फटना, आँखों का लाल होना
स्त्रोत – दूध, हरी सब्जियाँ, माँस, खमीर, कलेजी
विटामिन – B3 ( पैन्टोथेनिक )
कमी से होने वाले रोग – मंद बुद्धि होना, बाल सफ़ेद होना
स्त्रोत – दूध, माँस, मूँगफली, गन्ना, टमाटर
विटामिन – B5 ( निकोटिनैमाइट/नियासिन )
कमी से होने वाले रोग – पेलाग्रा ( त्वचा दाद ) या 4-D – सिंड्रोम
स्त्रोत – आलू, टमाटर, पत्तेदार सब्जियाँ, मूँगफली
विटामिन – B6 ( पायरीडॉक्सीन )
कमी से होने वाले रोग – एनीमिया, त्वचा रोग
स्त्रोत – माँस, यकृत, अनाज
विटामिन – B7 ( बायोटीन )
कमी से होने वाले रोग – बालों का गिरना, शरीर में दर्द, लकवा
स्त्रोत – माँस, अंडा, यकृत, दूध
विटामिन – B12 ( साएनोकाबालामिन )
कमी से होने वाले रोग – एनीमिया, पांडुरोग
स्त्रोत- माँस, कलेजी, दूध
फॉलिक एसिड – ( टेरोईल ग्लूटैमिक )
कमी से होने वाले रोग – एनीमिया, पेचिस रोग
स्त्रोत – सेम, अंडा, दाल, सब्जियाँ, यकृत
विटामिन – C ( एस्कॉर्बिक अम्ल )
कमी से होने वाले रोग – स्कर्वी, मसूड़े का फूलना
स्त्रोत – नींबू, नारंगी, संतरा, खट्टे पदार्थ, टमाटर, मिर्च, अंकुरित अनाज
विटामिन – D ( कैल्सिफेरॉल )
कमी से होने वाले रोग – बच्चों में रिकेट्स, वयस्कों में ऑस्टिया मलेशिया
स्त्रोत – दूध, अंडे, यकृत, मछली तेल
विटामिन – E ( टोकोफेरॉल )
कमी से होने वाले रोग – जनन शक्ति में कमी
स्त्रोत – दूध, मक्खन, वनस्पति तेल, अंकुरित गेहूँ, पत्तेदार सब्जियाँ
विटामिन – K ( फिलोक्विनोस )
कमी से होने वाले रोग – रक्त का थक्का न बनना
स्त्रोत – टमाटर, हरी सब्जियाँ आदि I
विटामिन सी की कमी से कौन सा रोग होता है ?
विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाता है I जैसे _ दात गिरना, रोगी का चेहरा पीला पड़ जाना,मसूड़ों में सूजन I
विटामिन ए की कमी से कौन सा रोग होता है?
विटामिन ए की कमी से रतौंधी होता है I
विटामिन बी की कमी से कौन सा रोग होता है?
विटामिन बी की कमी से बेरी बेरी नामक रोग हो जाता है I जैसे_ दुर्बलता,धड़कन की दौरे I
विटामिन डी की कमी से कौन सा रोग होता है ?
विटामिन डी की कमी से रिकेट्स नामक रोग हो जाता है I जैसे _ विकास मे बांधा, हड्डियों का दर्द, मास पेशियों में कमजोरी I
विटामिन ई की कमी से कौन सा रोग होता है?
विटामिन ई की कमी से नपुंसकता रोग हो जाता है I
विटामिन बी के कितने प्रकार होते हैं?
विटामिन बी के कुल 8 प्रकार होते हैं जिसमे विटामिन 1 से लेकर विटामिन 12 तक शामिल होते हैं I
विटामिन की खोज कब और किसने की थी ?
विटामिन की खोज सन 1912 में हॉपकिंस ( Hopkins) के द्वारा की गई थी लेकिन विटामिन का नामकरण फांक द्वारा किया गया इसलिए फांक को भी विटामिन का खोजकर्ता माना जाता है I
विटामिन सी का आविष्कार किसने किया?
विटामिन सी का आविष्कार हावकट ने किया था I
प्रोटीन की खोज कब और किसने की थी ?
प्रोटीन की खोज सन 1838 में जॉन्स जैकब बर्जेलियस (Jons Jacob Berzelius) और जोहन्नेस मुल्डर (Johannes Mulder) ने किया था I
विटामिन बी की खोज किसने की थी ?
विटामिन बी की खोज मैकुलन ने की थी I
विटामिन डी की खोज कब और किसने की ?
विटामिन डी की खोज सन 1922 में एल्मर मैक्कुलम (Elmer McCullum) ने की थी I
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